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मौत की नींव पर खड़ी थी इमारत! सीलमपुर में ढहा तीन मंजिला मकान, दो की मौत; हादसे पर उठ रहे सवाल

दिल्ली के सीलमपुर इलाके में शनिवार सुबह एक तीन मंजिला जर्जर इमारत अचानक ढह गई. हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 8 को मलबे से जिंदा निकाला गया. दमकल की 7 गाड़ियां और NDRF की टीम मौके पर राहत कार्य में जुटी हैं. इलाके में तनावपूर्ण माहौल है और मलबे में अभी भी लोगों के दबे होने की आशंका है.

मौत की नींव पर खड़ी थी इमारत! सीलमपुर में ढहा तीन मंजिला मकान, दो की मौत; हादसे पर उठ रहे सवाल
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( Image Source:  X/KhatriRajeesh )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 12 July 2025 12:45 PM

शनिवार को जब लोग अपने दिन की शुरुआत कर रहे थे, तभी दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले के सीलमपुर इलाके में जनता मजदूर कॉलोनी की गली नंबर-5 में एक तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर ढह गई. इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया. चश्मदीदों के अनुसार, इमारत गिरते ही चारों तरफ चीख-पुकार मच गई और स्थानीय लोग तुरंत राहत कार्य में जुट गए.

दमकल विभाग और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया. अब तक 8 लोगों को मलबे से जिंदा निकाला गया है, जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आशंका है कि मलबे में अभी भी कुछ लोग दबे हो सकते हैं. संकरी गलियों और घनी आबादी वाले इलाके की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आ रही हैं.

राहत कार्य में जुटी दमकल और NDRF की टीम

घटना की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां और दिल्ली पुलिस के साथ एनडीआरएफ की एक विशेष टीम मौके पर तैनात की गई है. लगातार मलबा हटाने और बचे हुए लोगों को निकालने का प्रयास जारी है. दिल्ली के एडिशनल डीसीपी-I संदीप लांबा ने जानकारी दी कि फिलहाल प्राथमिकता लोगों की जान बचाने की है, उसके बाद हादसे की वजह की जांच की जाएगी.

जर्जर बिल्डिंग बनी मौत का कारण

बताया जा रहा है कि यह इमारत लगभग 15 साल पुरानी थी और काफी जर्जर हालत में थी. मकान में दो परिवार रहते थे, जिनमें तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे. मकान करीब 35 गज क्षेत्रफल में बना था. शुरुआती जांच में यह संकेत मिला है कि इमारत की कमजोर दीवारें और लगातार उपेक्षा इस हादसे का कारण बनीं. स्थानीय लोगों ने पहले भी इसकी मरम्मत की मांग की थी लेकिन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया.

पुरानी घटनाएं बनीं चेतावनी, जो नजरअंदाज हुई

यह कोई पहली घटना नहीं है. इसी साल अप्रैल में मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर थाना क्षेत्र में भी एक चार मंजिला इमारत ढह गई थी जिसमें चार लोगों की जान चली गई थी. बार-बार ऐसे हादसे राजधानी में हो रहे हैं, जो यह दर्शाते हैं कि दिल्ली में अवैध और जर्जर इमारतों की समस्या कितनी गंभीर है. बावजूद इसके, प्रशासनिक स्तर पर इन मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया गया.

यूपी के हापुड़ में कच्चा मकान ढहा, एक मासूम की मौत

दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र में भी एक दर्दनाक हादसा सामने आया. ग्राम रघुनाथपुर खेड़ा में भारी बारिश के कारण एक कच्चे मकान की छत भरभराकर गिर गई, जिससे एक मासूम बच्चे की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए. प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया. अब जिला प्रशासन ने जर्जर मकानों में रहने वालों को अलर्ट रहने की अपील की है.

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