Begin typing your search...

लाल किला बम धमाका केस: NIA ने 9वें आरोपी यासिर अहमद डार को किया गिरफ्तार, कोर्ट ने सुनाया ये फैसला

लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट केस में NIA को बड़ी सफलता मिली है. NIA ने दिल्ली से 9वें आरोपी यासिर अहमद डार को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी यासिर को पटियाला कोर्ट में पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसको 26 दिसंबर तक NIA की कस्टडी में भेज दिया है.

लाल किला बम धमाका केस: NIA ने 9वें आरोपी यासिर अहमद डार को किया गिरफ्तार, कोर्ट ने सुनाया ये फैसला
X
( Image Source:  ANI )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 18 Dec 2025 5:57 PM

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के आसपास हुए भीषण बम विस्फोट मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया है. पिछले महीने हुए इस हमले में 11 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे. ताजा गिरफ्तारी के साथ ही इस आतंकी साजिश की परतें और खुलने लगी हैं.

स्‍टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्‍सक्राइब करने के लिए क्लिक करें

एनआईए के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार किया गया यह नौवां आरोपी यासिर अहमद डार है, जो जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले के शोपियां का रहने वाला है. उसे राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी का कहना है कि यासिर की भूमिका 10 नवंबर को राजधानी को दहला देने वाले कार बम विस्फोट की साजिश में बेहद अहम थी.

कार बम विस्फोट की साजिश में सक्रिय भूमिका

एनआईए की जांच में सामने आया है कि यासिर अहमद डार ने लाल किला इलाके में हुए कार बम विस्फोट की साजिश को अंजाम देने में सक्रिय भागीदारी निभाई. एजेंसी के अनुसार, वह केवल साजिशकर्ता ही नहीं, बल्कि इस हमले की योजना से जुड़े नेटवर्क का अहम हिस्सा था.

जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि साजिश में सक्रिय भागीदार होने के नाते यासिर ने निष्ठा की शपथ ली थी और आत्मबलिदान करने की कसम खाई थी. इससे यह साफ होता है कि वह आतंकी विचारधारा से पूरी तरह प्रभावित था और हमले को अंजाम देने के लिए मानसिक रूप से तैयार था.

अन्य आरोपियों से था संपर्क

एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि यासिर इस मामले के अन्य आरोपियों के साथ लगातार संपर्क में था. इनमें उमर उन नबी जिसे बम विस्फोट का मृतक अपराधी बताया गया है और मुफ्ती इरफान जैसे नाम शामिल हैं. एजेंसी के मुताबिक, इन सभी के बीच मजबूत नेटवर्किंग था.

एनआईए अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस आतंकी साजिश में और कौन-कौन शामिल था, फंडिंग कहां से हुई और विस्फोट के लिए इस्तेमाल किए गए संसाधन कैसे जुटाए गए. एजेंसी का कहना है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं.

India News
अगला लेख