Ground Report: पटपड़गंज में है लॉ एंड ऑर्डर की कमी, कितना सही समीकरण बिठा पाएगी AAP?
विधायक ने मेरे लिए बहुत कुछ किया, लेकिन कुछ जगह अभी भी काम बाकी है. वहीं, ग्रामीण इलाके जैसे विनोद नगर और मंडावली में स्थिति थोड़ी बिगड़ी हुई है. शिक्षा को लेकर मनीष द्वारा किए गए कामों के चलते मुझे बहुत प्रसिद्धि मिली. लोगों की लाख शिकायतों के बाद भी मैं चट्टान जैसी मजबूती के साथ खुद को दिन रात प्रगतिशील करने के प्रयास में लगा रहता हूं.

मैं पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र हूं, ये पूर्वी दिल्ली में आता है और यहां के विधायक मनीष सिसौदिया हैं. पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में चार वार्ड पड़ते हैं, इनमें मंडावली, विनोद नगर, मयूर विहार फेज 2 और पटपड़गंज आता है. यहां के शहरी इलाकों की सड़कें साफ सुथरी है. यहां रहने वाले लोग समझदार हैं, मुझे गंदा करना नहीं चाहते. हो भी क्यों नहीं, ये तो दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया का इलाका है.
विधायक ने मेरे लिए बहुत कुछ किया, लेकिन कुछ जगह अभी भी काम बाकी है. वहीं, ग्रामीण इलाके जैसे विनोद नगर और मंडावली में स्थिति थोड़ी बिगड़ी हुई है. शिक्षा को लेकर मनीष द्वारा किए गए कामों के चलते मुझे बहुत प्रसिद्धि मिली. लोगों की लाख शिकायतों के बाद भी मैं चट्टान जैसी मजबूती के साथ सभी विद्याओं को अपने अंदर समेटकर खुद को दिन रात प्रगतिशील करने के प्रयास में लगा रहता हूं.
स्टेट मिरर की टीम जब ग्राउंड पर आई तो उन्होंने देखा कि मेरे क्षेत्र की कई समस्याएं हैं. मोहल्ला क्लिनिक की बात की जाए तो वहां चेहरा देखकर दवा दी जाती है जिसकी वजह से लोगों में निराशा है. महिलाएं बताती हैं कि जब भी डॉक्टर के पास गए कभी भी सही इलाज और दवा नहीं मिल पाया. क्राइम तो झगड़ा लड़ाई तक सीमित नहीं है. आए दिन नशेड़ियों की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
राशन कार्ड नहीं बना
एक बुजुर्ग महिला बताती हैं कि मैं पिछले 40 सालों से दिल्ली में रह रही हूं. मेरे पति 51 साल की उम्र में मर गए. उस समय से लेकर अभी तक मैं दफ्तरों का चक्कर लगा लगाकर थक गई लेकिन अभी तक मेरा राशन कार्ड नहीं बना. अब मेरे बच्चे कमा रहे हैं, मेरा खर्चा चल रहा है तो अब मुझे राशन कार्ड की जरूरत नहीं है. वहीं, हंसी देवी बताती हैं कि पीने के पानी की समस्या है. गंदा पानी आने की वजह से हमें बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है.
लॉ एंड आर्डर की कमी
पिछले 25 साल से ईस्ट विनोद नगर में रहने वाले रवि बताते हैं कि यहां लॉ एंड आर्डर की समस्या है. दिल्ली पुलिस क्राइम को कंट्रोल करने की कोशिश नहीं करती है. आए दिन चोरी होती है. रात होते ही सड़कों के किनारे सूखा नशा करने वाले लोग घूमते रहते हैं. विनोद नगर के लोगों का ये भी कहना है कि भले ही पुलिस केंद्र सरकार के अंदर आता है लेकिन हम असुरक्षित महसूस करते हैं.
कार्यकर्ता नहीं कर रहे कार्यकर्ता की मदद
जब टीम पटपड़गंज के आम आदमी पार्टी कार्यालय में गई तो वहां आप नेता मनीष सिसौदिया और अवध ओझा दोनों सुंदर कांड के पाठ में शामिल होने आए थे. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी के लिए दिशा निर्देश दे रहे थे. वहीं, 12 साल पुराने कार्यकर्ता राजीव कुमार ने अपनी शिकायत की. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं पर ही साथ नहीं देने का आरोप लगाया. राजीव ने मनीष से कहा कि नींबू की रेहड़ी पर 12 साल पहले हम मिले थे. मैंने पार्टी के लिए दिन रात काम किया. लोकसभा चुनाव में कुलदीप मोनू यानी कोंडली के विधायक के साथ काम किया था. लोकसभा चुनाव में हार के बाद मेरे पिता को दूसरे पक्ष ने मारपीट की. वो बीजेपी के कार्यकर्ता थे. उस समय मेरे साथ पार्टी का कोई भी व्यक्ति खड़ा नहीं था. और दूसरे पक्ष के साथ पूरी बीजेपी की फ़ौज खड़ी थी.
क्या है पटपड़गंज का समीकरण?
भौगोलिक लिहाज से देखा जाए तो पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के तहत 16 अवैध कॉलोनियां और तीन गांव जिनमें पटपड़गंज, मंडावली और खिचड़ीपुर हैं. इसके अलावा 50 से अधिक ग्रुप हाउसिंग सोसायटी, कुछ स्लम का एरिया और कुछ पुनर्वास कॉलोनियां भी इस क्षेत्र के तहत आती हैं. यहां पर 18% ब्राह्मण, 17% एससी, 15% उत्तराखंड के लोग, 8% पंजाबी, 11% गुर्जर, 17% ओबीसी, 7% मिक्स्ड पॉपुलेशन हैं. इस एरिया में गुर्जर, ब्राह्मण और उत्तराखंड के वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं.