VIDEO: शीशमहल से लेकर आयुष्मान भारत योजना तक... पीएम मोदी के सवाल और केजरीवाल का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच 3 जनवरी (बुधवार) को आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला. पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी को दिल्ली के लिए आप-दा करार दिया, जिस पर केजरीवाल ने तीखा पलटवार किया. पीएम ने शीशमहल से लेकर आयुष्मान योजना तक, केजरीवाल का नाम लिए बिना AAP सरकार पर जमकर हमला बोला, जिसका केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया.

Arvind Kejriwal Reply To PM Modi: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के रण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री हो गई है. चुनाव प्रचार के पहले ही दिन उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़ेहाथों लेते हुए उन पर जमकर हमला बोला. शीश महल से लेकर यमुना तक, केजरीवाल पर पीएम मोदी ने कई आरोप लगाए. उन्होंने केजरीवाल को दिल्ली के लिए "आप-दा" करार दिया, जिस पर AAP संयोजक ने तीखा पलटवार किया.
केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने 43 मिनट के भाषण में से 39 मिनट तक दिल्ली की जनता और उनकी सरकार को गाली दी. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के पास दिल्ली चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा, मुद्दा और एजेंडा नहीं है. आइए आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री ने पूर्व सीएम पर क्या-क्या आरोप लगाए हैं और उनका केजरीवाल ने क्या जवाब दिया.
आप-दा
पीएम मोदी- बीते 10 सालों से दिल्ली एक बड़ी आप-दा से घिरी हुई है. अन्ना हजारे को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया. ये लोग खुलेआम भ्रष्टाचार करते हैं और उसका जश्न भी मनाते हैं. यह कुछ और नहीं बल्कि 'चोरी, ऊपर से सीनाजोरी' है... दिल्ली में आप यानी 'आपदा' आ गई है. इसलिए दिल्ली की जनता ने इस आप-दा के खिलाफ जंग छेड़ दी है. दिल्ली एक सुर में कह रही है- आप-दा को नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे.
अरविंद केजरीवाल: आपदा दिल्ली में नहीं, बीजेपी में आई हुई है. बीजेपी के अंदर तीन तरह की आपदाएं आई हुई हैं. पहला- बीजेपी के पास कोई सीएम चेहरा ही नहीं हैं, दूसरा- बीजेपी के पास चुनाव लड़ने के लिए कोई मुद्दा नहीं है और तीसरा- बीजेपी के पास चुनाव के लिए कोई एजेंडा ही नहीं है.
दिल्ली में जो सबसे बड़ी आपदा आई है, वो है कानून व्यवस्था. दिल्ली के अंदर खुलेआम गैंगस्टरों की गोलियां चल रही हैं, लेकिन अमित शाह को सुनाई नहीं दे रही है. दिल्ली के अंदर महिलाएं रो रहीं हैं, चीख रही हैं, चिल्ला रही हैं, लेकिन उनकी पुकार अमित शाह के कानों तक नहीं पहुंच रही है. दिल्ली के व्यापारी रो रहे हैं, दया की भीख मांग रहे हैं, गैंगस्टरों से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनके कानों तक इनकी आवाज नहीं पहुंच रही है. मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि वे अमित शाह से कहें कि अगर उन्हें सरकारें तोड़ने और जोड़ने और एमएलए खरीदने से फुरसत मिले तो थोड़ा सा ध्यान दिल्ली की कानून व्यवस्था पर भी दे दें.
मकान
मोदी: मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया, लेकिन बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक लोगों का सपना पूरा किया है. दिल्ली में इतने सारे हाईवे और एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं, क्योंकि इसमें ‘आप-दा’ का दखल नहीं है. आप-दा वाले दिल्ली को सिर्फ समस्याएं दे सकते हैं, जबकि बीजेपी लोगों की समस्याओं का समाधान करने में जुटी हुई है.
केजरीवाल: बीजेपी ने 2020 में अपने संकल्प पत्र में वादा किया था कि 2022 तक सबको पक्के मकान मिल जायेंगे, लेकिन अभी तक केवल 4700 मकान दे पाए हैं. दिल्ली में 4 लाख झुग्गियां हैं और 15 लाख लोगों को मकान चाहिए. इस हिसाब से झुग्गीवासियों को 200 साल बाद मकान मिल पायेंगे.
10 साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क आदि को लेकर सैकड़ों काम किए. BJP ने इन दस साल में अगर कोई काम किया होता तो आज मोदी जी अपने भाषण में गालियां देने की बजाय काम बताते.
बीजेपी ने झुग्गी -झोपड़ी वालों और पूर्वांचल समाज के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है. बीजेपी वाले जो वादा करते हैं, वह कभी पूरा नहीं करते.
शीश महल
मोदी: मैं भी कोई शीश महल बना सकता था, लेकिन मेरे लिए तो मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले, यही सपना था.
केजरीवाल: 2700 करोड़ के घर में रहने वाले, 8400 करोड़ के हवाई जहाज में घूमने वाले और 10 लाख के सूट पहनने वाले के मुंह से शीशमहल की बात अच्छी नहीं लगती.... मैं गाली गलौज की राजनीति नहीं करता. मैं व्यक्तिगत आक्षेप नहीं करता. मैं भी कर सकता हूं. मैंने काम ही इतने 10 साल में किए हैं, कि मैं काम की राजनीति करता हूं.
पिछले 5 साल में बीजेपी ने झुग्गियां तोड़कर 2 लाख 78 हजार 796 लोगों को बेघर कर दिया. मैं लिखकर देता हूं कि अगर आपने इन्हें गलती से भी वोट दिया तो ये 2030 तक सारी झुग्गियां तोड़कर जनता को सड़क पर ला देंगे.
आयुष्मान भारत योजना
मोदी: मैं तो दिल्ली वालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली 'आयुष्मान भारत' योजना का लाभ देना चाहता हूं, लेकिन आप-दा सरकार को दिल्ली वालों से बड़ी दुश्मनी है. पूरे देश में आयुष्मान योजना लागू है, लेकिन इस योजना को आप-दा वाले यहां (दिल्ली) लागू नहीं होने दे रहे. इसका नुकसान दिल्ली वालों को उठाना पड़ रहा है.
केजरीवाल: हमारे सामने एक ही मकसद होता है, दिल्ली के लोगों का कैसे फायदा होगा. अगर दिल्ली के व्यक्ति का फायदा केंद्र सरकार की योजना से होता है तो हम केंद्र की योजना लागू कर देंगे. अगर हमें लगता है कि मध्य प्रदेश की सरकार ने कोई अच्छी योजना लागू कर दी है तो हम उसे दिल्ली में लागू कर लेंगे. हमें लगता है कि तमिलनाडु की सरकार ने कोई अच्छी योजना लागू कर ली तो हम उसे लागू कर देंगे. वे कहते हैं कि हमारी योजना लागू नहीं की. दिल्ली में आयुष्मान योजना को लागू इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि आयुष्मान योजना कहती है कि जिसके पास स्कूटर है, कार है, पक्का मकान है, टीवी है, फ्रीज है, उसे अस्पताल की सेवाएं नहीं मिलेंगी. हमारी योजना कहती है कि जिसके पास मर्सिडीज होगी, उसे भी हम फ्री में इलाज कराएंगे तो उनकी योजना अच्छी है कि हमारी योजना अच्छी है.
यमुना नदी
मोदी: ये कह रहे हैं कि यमुना नदी की सफाई करने से वोट नहीं मिलते. अरे वोट नहीं मिलेंगे तो क्या यमुना को बेहाल छोड़ दोगे. अगर यमुना की सफाई नहीं होगी तो दिल्ली के लोगों को पीने का पानी कैसे मिलेगा. इस आप-दा ने दिल्ली वालों को टैंकर वालों के भरोसे छोड़ दिया है.
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका कोई जवाब नहीं दिया.