'43 मिनट का भाषण लेकिन गिनाने के लिए एक काम नहीं, प्रधानमंत्री जी! दिल्ली के लोगों का जवाब भी सुनिए'
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने 10 साल में ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसे पीएम मोदी गिना सके. उन्होंने दिल्ली के लोगों को जमकर गालियां दी हैं. केजरीवाल ने पीएम मोदी के AAP पर निशाना साधने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बातें कहीं.

Delhi Election 2025: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने 10 साल में ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसे पीएम मोदी गिना सके. उन्होंने दिल्ली के लोगों को जमकर गालियां दी हैं. केजरीवाल ने पीएम मोदी के AAP पर निशाना साधने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बातें कहीं.
केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी आज दिल्ली में आए थे. उन्होंने 43 मिनट तक भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने 39 मिनट तक दिल्ली के लोगों को गालियां दी. 10 साल में केंद्र सरकार ने दिल्ली में ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसे पीएम मोदी 43 मिनट के भाषण में गिना सकें. वे दिल्ली के लोगों को गालियां देने की जगह अपने काम गिनाते. पीएम मोदी ने दिल्ली के लोगों से कई वादे किए थे, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ.
पीएम मोदी ने नहीं पूरा किया वादा
पीएम मोदी ने 2020 में कहा था कि 2022 तक दिल्ली में सभी लोगों को पक्के मकान दे दिए जाएंगे. उन्होंने पांच साल में 4700 मकान बनवाए हैं. मुझे लगता है कि 200 साल का विजन बीजेपी ने बनाया है.
'पूर्वांचल समाज के लोगों के साथ सबसे बड़ा धोखा बीजेपी ने किया'
केजरीवाल ने कहा कि पूर्वांचल समाज के लोगों के साथ सबसे बड़ा धोखा बीजेपी ने किया है. हमारे उत्तर प्रदेश और बिहार के गरीब भाई दिल्ली में सस्ते रेट पर कच्ची कॉलोनियों में रहते हैं. दिल्ली के अंदर 2014 के पहले कोई काम नहीं होता था. 10 साल के अंदर हमारी सरकार ने उन्हें इज्जत और सम्मान की जिंदगी दी. चुनाव नजदीक आते ही प्रधानमंत्री ने कॉलेजों का शिलान्यास किया. हमारी सरकार शिलान्यास करने वाली नहीं, काम करने वाली सरकार है.
'दिल्ली में नहीं, बीजेपी में आपदा आई हुई है'
AAP संयोजक ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि दिल्ली में आपदा आई हुई है, लेकिन दिल्ली में नहीं, बीजेपी में आपदा आई है. तीन तरह की आपदा है. सीएम चेहरा नहीं है, दूसरा नैरेटिव नहीं है, तीसरा आपदा बीजेपी के पास कोई एजेंडा नहीं है. एक आपदा दिल्ली में आई हुई है. वह है कानून व्यवस्था. दिल्ली में खुलेआम गैंगस्टरों की गोलियां चल रही हैं. लोग चिल्ला रहे हैं, दया की भीख मांग रहे हैं, लेकिन अमित शाह तक उसकी गूंज सुनाई नहीं दे रही है. पीएम मोदी शाह से कहें कि अगर सरकार तोड़ने से उन्हें फुरसत मिले तो थोड़ा सा ध्यान दिल्ली की कानून व्यवस्था पर दी दें.
'हम भी अपने लिए शीश महल बनवा सकते थे'
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि हम भी अपने लिए शीशमहल बनवा सकते थे, लेकिन हमारा ध्यान वंचितों और गरीबों को घर मुहैया कराने पर रहा. बीजेपी केजरीवाल पर सीएम आवास 'शीशमहल' पर ढेर सारा पैसा खर्च करने का आरोप लगाती रही है. वहीं, AAP का कहना है कि यह आवास आने वाले सभी मुख्यमंत्रियों के लिए रहेगा. केजरीवाल ने इस पर हमला बोलते हुए कहा कि 2700 करोड़ के घर में रहने वाले, ८४०० करोड़ के हवाई जहाज में घूमने वाले और लाख के पहनने वाले के मुंह से शीश महल की बात अच्छी नहीं लगती.
दिल्ली के जेलरवाला बाग में झुग्गी पुनर्वास परियोजना और स्वाभिमान अपार्टमेंट सहित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने नाम लिए बिना कहा कि देश अच्छी तरह जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया, लेकिन पिछले दस वर्षों में मैंने चार करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को घर देकर उनके सपने पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि मैं भी कोई 'शीश महल' बना सकता था', लेकिन मेरा एकमात्र सपना था कि मेरे साथी देशवासियों के पास पक्के घर हों.
'दिल्ली में आप-दा है'
पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी सरकार की तुलना दिल्ली के लिए 'आप-दा' से की और चुनाव में बीजेपी को वोट देने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से दिल्ली एक बड़ी आप-दा से घिरी हुई है. अन्ना हजारे को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया. शराब नीति में घोटाला, बच्चों के स्कूलों में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, प्रदूषण से लड़ने के नाम पर घोटाला, भर्तियों में घोटाला. हर जगह घोटाला ही घोटाला है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तो दिल्ली वालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली 'आयुष्मान भारत' योजना का लाभ देना चाहता हूं. आप-दा सरकार को दिल्ली वालों से बड़ी दुश्मनी है. पूरे देश में आयुष्मान योजना लागू है, लेकिन इस योजना को आप-दा वाले यहां (दिल्ली में) लागू नहीं होने दे रहे, जिसका नुकसान दिल्ली वालों को उठाना पड़ रहा है.