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फोन में छिपा था अफेयर का सबूत, पत्नी ने रच दी लूट की साजिश, अब खुद फंसी जाल में

पुलिस ने पास की सड़कों पर लगे एएनपीआर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान कैमरों की मदद से स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नंबर निकाला. जांच में पता चला कि यह स्कूटर दरियागंज से एक दिन के लिए किराए पर लिया गया था.

फोन में छिपा था अफेयर का सबूत, पत्नी ने रच दी लूट की साजिश, अब खुद फंसी जाल में
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( Image Source:  AI Perplexity )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 12 July 2025 12:14 PM IST

दिल्ली के सुल्तानपुर की तंग गलियों में एक ऐसी कहानी ने जन्म लिया, जिसमें प्यार, धोखा और अपराध की तीनों परतें एक साथ खुलने लगीं. एक महिला जो बाहर से आम सी दिखती थी. अंदर ही अंदर एक बड़ी साजिश बुन रही थी और शिकार था उसका खुद का पति.

उसके पति के फोन में एक गहरा राज़ छुपा था. उसके प्रेमी के साथ की कुछ बेहद निजी और इंटिमेट तस्वीरें. वो डर रही थी कि अगर ये फोटो पति ने देख लीं, तो उसकी ज़िंदगी और शादी दोनों तबाह हो सकते हैं. इसके लिए उसने ऐसी साजिश रची की हर कोई हैरान रह गया.

पत्नी ने रची लूट की साजिश

महिला ने अपने प्रेम को बचाने के लिए दो लड़कों से कॉन्टैक्ट किया. उन्हें न सिर्फ अपने पति की फोटो दिखाईं, बल्कि उसके रोज़ाना के रूट, समय और आदतों तक की जानकारी दे दी. 19 जून की दोपहर इस प्लान पर अमल हुआ. दो युवक स्कूटर पर सवार हुए, चेहरे नकाब से ढंके हुए. महिला के बताए समय पर जैसे ही उसका पति सड़क पर दिखाई देता है. स्कूटर पर पीछे बैठा युवक झपट्टा मारता है और चंद सेकंड में फोन छीनकर दोनों हवा हो जाते हैं.

पीसीआर कॉल और शुरुआती जांच

घटना के तुरंत बाद, सुल्तानपुर के मेन मार्केट रोड स्थित ओल्ड यूके पेंट फैक्ट्री के पास से पुलिस को मोबाइल लूट की पीसीआर कॉल मिली. शिकायतकर्ता ने बताया कि दो नकाबपोश युवक स्कूटर पर आए थे और उनमें से पीछे बैठा शख्स नीली टी-शर्ट में था.

किराए पर लिया था स्कूटर

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास की सड़कों पर लगे एएनपीआर यानी ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की. कई नंबर प्लेट्स स्कैन होते गए, लेकिन एक स्कूटर पर बैठा नकाबपोश सवार और उसकी नीली टी-शर्ट में पीछे बैठा साथी कैमरे की नज़रों से बच नहीं सका. कैमरे ने जो नंबर कैद किया, वो इस पूरे केस की पहली असली कड़ी बन गया. जब पुलिस ने उस रजिस्ट्रेशन नंबर की पड़ताल की, तो चौंकाने वाला सच सामने आया. स्कूटर दरियागंज से सिर्फ एक दिन के लिए किराए पर लिया गया था.

राजस्थान तक पहुंची पुलिस

किराए पर लिए गए स्कूटर से जुड़ी जानकारी और आधार कार्ड पुलिस के लिए उस धागे की तरह साबित हुए, जिसे पकड़कर उन्होंने पूरी साजिश की परतें खोल दीं. जांच की कड़ी दर कड़ी जुड़ती गई, और पुलिस की टीम राजस्थान के बाड़मेर जिले के बलोतरा तक पहुंच गई. वहीं, जहां आरोपी खुद को कानून से सुरक्षित समझकर छिपे बैठे थे. अपराध को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी सीधे पुरानी दिल्ली के एक गुमनाम से होटल में जा छिपे.

तीनों में से दो गिरफ्तार, एक अब भी फरार

जांच के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लियाय इनमें से एक आरोपी अंकित गहलोत है, जिसने बताया कि महिला के कहने पर ही उसने फोन छीना था, क्योंकि महिला का दूसरे शख्स के साथ रिश्ता था. वह नहीं चाहती थी कि उसके पति को तस्वीरों के बारे में पता चले. महिला को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा आरोपी अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है.

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