जादू-टोना करता है! तंत्र-मंत्र के शक में युवक को दौड़ा-दौड़ाकर चाकू से ले ली जान, रायपुर में खौफनाक वारदात
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां अंधविश्वास ने एक निर्दोष की जान ले ली. तंत्र-मंत्र और जादू-टोने के शक में एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई. आरोपी ने न केवल उस पर हमला किया बल्कि चाकू से कई वार कर उसकी जान तक ले ली.
अंधविश्वास कभी-कभी इंसान की सोच पर ऐसा पर्दा डाल देता है कि वह सही और गलत की पहचान तक खो देता है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां जादू-टोना के शक में एक युवक की चाकू से बेरहमी से हत्या कर दी गई.
यह घटना रायपुर के अभनपुर विकासखंड के ग्राम छछानपैरी की है, जिसने पूरे इलाके को दहशत और हैरानी में डाल दिया है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है.
जादू-टोना के शक में हुआ खौफनाक हमला
पुलिस के अनुसार, मृतक युवक की पहचान श्याम कुमार ध्रुव के रूप में हुई है. वहीं, हत्या का आरोपी संजय नेताम बताया जा रहा है. दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे. जानकारी के मुताबिक, संजय नेताम को शक था कि श्याम कुमार ध्रुव जादू-टोना करता है और इसी के कारण उसके परिवार पर बुरा असर पड़ रहा है. इसी शक ने धीरे-धीरे उसकी सोच को अंधविश्वास में बदल दिया.
चाकू से की हत्या
शनिवार की शाम दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई, जिसके बाद आरोपी ने गुस्से में आकर श्याम पर चाकू से हमला कर दिया. अचानक हुए इस हमले से श्याम बुरी तरह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा और लहूलुहान हो गया. आसपास के लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे बचा नहीं सके. इलाज के दौरान श्याम ने दम तोड़ दिया.
आरोपी गिरफ्तार, गांव में फैला डर और गुस्सा
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने केस दर्ज करते हुए आरोपी संजय नेताम को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है और मामले की आगे जांच की जा रही है.
अंधविश्वास की जड़ें
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि 21वीं सदी में भी समाज का एक बड़ा हिस्सा अंधविश्वास की जकड़ में क्यों है. जादू-टोना के शक में किसी निर्दोष की जान लेना न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि इंसानियत पर भी कलंक है. रायपुर की यह घटना इस बात की दर्दनाक मिसाल बन गई है कि जब अंधविश्वास सोच पर हावी हो जाता है, तो इंसान अपनी मानवता खो देता है.





