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जय श्री राम बोलना पड़ेगा, वरना कुत्ते भी नहीं पूछेंगे... फिर कथा में गरजे रामभद्राचार्य, बोले- बघेल के पिता ने भी किया था राम का अपमान

छत्तीसगढ़ के पेंड्रा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का बयान एक बार फिर चर्चा में है. कथा के मंच से उन्होंने कहा कि 'भारत में रहना है तो जय श्री राम बोलना पड़ेगा, वरना गली के कुत्ते भी नहीं पूछेंगे.' इतना ही नहीं, उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिवंगत पिता नंदकुमार बघेल का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने भी भगवान श्रीराम की आलोचना की थी.

जय श्री राम बोलना पड़ेगा, वरना कुत्ते भी नहीं पूछेंगे... फिर कथा में गरजे रामभद्राचार्य, बोले- बघेल के पिता ने भी किया था राम का अपमान
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( Image Source:  x-@JagadguruJi )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 1 Nov 2025 1:50 PM IST

छत्तीसगढ़ के पेंड्रा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा इन दिनों सिर्फ भक्ति नहीं, बल्कि बयानबाजी के कारण भी चर्चा में है. पेंड्रा की पवित्र भूमि पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया था, जहां देशभर से श्रद्धालु पहुंचे थे. कथा के मंच से जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कुछ ऐसा कहा, जिसने पूरे प्रदेश में बहस छेड़ दी.

इस दौरान उन्होंने कहा कि 'अगर भारत में रहना है तो जय श्री राम कहना होगा.' उनके इस बयान ने जहां कई भक्तों में जोश भर दिया, वहीं कुछ हलकों में राजनीतिक हलचल भी मचा दी. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जब भूपेश बघेल के पिता ने भगवान राम का अपमान किया था, तो उन्हें बुरा लगा था.

भूपेश बघेल के पिता ने किया राम का अपमान

अपनी कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्वर्गीय पिता नंदकुमार बघेल के बारे में भी बात कही. उन्होंने कहा कि वे अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन जब उन्होंने श्रीराम की निंदा की, तो मुझे पीड़ा हुई. उन्होंने जोड़ा कि भारत में रहना है तो राम के नाम का सम्मान करना होगा, क्योंकि यही देश की आत्मा है.

मुख्यमंत्री की पत्नी की तारीफ

जहां उन्होंने श्रीराम की आलोचना करने वालों पर नाराजगी जताई, वहीं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पत्नी कौशल्या साय की उन्होंने खुलकर तारीफ की. स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में जन्म लेने के बावजूद कौशल्या साय के संस्कार बेहद अच्छे हैं.

गली के कुत्ते भी नहीं पूछेंगे

कथा के दौरान उन्होंने एक बार फिर कहा कि भारत में रहना है तो जय श्री राम बोलना होगा और आस्तिक बने रहो. जो लोग इस नाम का विरोध करेंगे, जनता उन्हें ऐसे भगाएगी कि गली के कुत्ते भी नहीं पूछेंगे. उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और लोग इसे अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं.

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