बीड़ी को लेकर हुए विवाद में हुई युवक की हत्या, तीन गिरफ्तार; अम्नेर गांव की ‘ब्लाइंड मर्डर’ मिस्ट्री का पुलिस ने किया खुलासा
रायपुर के अभनपुर क्षेत्र के अम्नेर गांव में सोनू पाल की नाले में मिले शव की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया. 26 वर्षीय पाल की हत्या सुमित बांदे, अजय रात्रे और गुलशन गायकवाड़ ने बीड़ी को लेकर हुई झगड़े के बाद की थी. आरोपियों ने उसे पहले मुक्कों और धातु की कंगन से मारा और फिर पत्थर से सिर कुचलकर नाले में फेंक दिया. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर हत्या का आरोप तय किया और मामले में कोई पूर्व वैमनस्यता नहीं होने की जानकारी दी.

Raipur Amner village Sonu Pal murder case: रायपुर के अभनपुर इलाके में इस सप्ताह के शुरू में 26 वर्षीय सोनू पाल का शव गोड़ा पुल के पास एक नाले में तैरता मिला. मृतक, जो गटापारा गांव का निवासी था, को गहरी सिर और चेहरे की चोटें आई थीं, जिससे पुलिस ने शुरुआत में इसे ‘ब्लाइंड मर्डर’ करार दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि शव बुरी तरह से मारा गया था और नाले में फेंका गया था, जिसमें तेज़ धातु या पत्थर से हमला होने के संकेत थे.
पुलिस ने तुरंत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त SP विवेक शुक्ला, अतिरिक्त SP (क्राइम) संदीप मित्तल और DSP संजय सिंह की टीम ने मामले की गहन जांच की. सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और क्षेत्रीय पूछताछ के जरिए मृतक की पहचान की गई और वह सोनू पाल, पुत्र महेश पाल के रूप में पुष्टि हुई.
बीड़ी को लेकर हुई बहस खूनखराबे में बदल गई
जांच में पता चला कि सोनू पाल ने घटना से एक रात पहले अभनपुर में शराब की दुकान के पास समय बिताया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक छोटी सी बहस बीड़ी को लेकर खूनखराबे में बदल गई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पाल ने आरोपी सुमित बांदे (26), अजय रात्रे (24) और गुलशन गायकवाड़ (26) से बीड़ी मांगी, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया. इसके बाद बहस बढ़ी और आरोपियों ने उसे नशे का झांसा देकर गोड़ा पुल के पास नाले में ले जाकर हत्या कर दी.
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले मुक्कों और धातु की कंगन से हमला किया और फिर पत्थर से सिर कुचलकर शव को नाले में फेंक दिया. पूछताछ में सुमित, अजय और गुलशन ने हत्या की स्वीकारोक्ति की. SSP डॉ. लाल उमेद सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि यह घटना 'छोटे विवाद पर नृशंस हत्या' का उदाहरण है.
मृतक और आरोपियों के बीच पहले कोई विवाद नहीं था
पुलिस ने बताया कि यह घटना दर्शाती है कि मामूली झगड़े किस तरह सेंसलेस और जानलेवा हिंसा में बदल सकते हैं. जांच में यह भी सामने आया कि मृतक और आरोपियों के बीच पहले कोई विवाद या वैमनस्यता नहीं थी, जो इस हमले की त्रासदी को और गहरा करती है. यह मामला अब सुलझ गया है और यह याद दिलाता है कि छोटे विवादों को अनदेखा करना परिवारों और समुदायों के लिए कितनी भयंकर कीमत चुका सकता है.