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'स्कूल न आने पर अबसेंट कर देती हो, गोली मार दूंगा...', नशे में धुत टीचर ने प्रिंसिपल पर तानी बंदूक

Chattisgarh News: छत्तीसगढ़ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक टीचर ने खुद को अबसेंट करने पर महिला प्रिंसिपल पर बंदूक तान दी और गोली मारने की धमकी दी.

स्कूल न आने पर अबसेंट कर देती हो, गोली मार दूंगा..., नशे में धुत टीचर ने प्रिंसिपल पर तानी बंदूक
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Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां नशे में धुत एक टीचर बंदूक लेकर स्कूल पहुंच गया और प्रिंसिपल पर बंदूक तान दी. मामला प्रतापपुर विकासखंड के बरबसपुर हाईस्कूल का है.

आरोपी टीचर का नाम प्रधान पाठक है. वह प्राथमिक शाला में तैनात है. उसने हाईस्कूल की महिला प्रिंसिपल पर बंदूक तानते हुए कहा कि स्कूल न आने पर मुझे अबसेंट कर देती है. गोली मार दूंगा. इस घटना से हड़कंप मच गया. हालांकि, बाद में उसे निलंबित कर दिया गया.

अनुपस्थित करने की वजह से नाराज था प्रधान पाठक

बता दें कि हाईस्कूल की महिला प्रिंसिपल के पास संकुल प्राचार्य होने के नाते प्राथमिक शाला के प्रबंधन की भी जिम्मेदारी है. प्रधान पाठक के स्कूल न आने पर वह उसे अनुपस्थित कर देती थीं. इससे प्रधान पाठक को सैलरी मिलने में दिक्कत होने लगी. इसी वजह से वह नाराज हो गया और बंदूक लेकर महिला प्रिंसिपल के स्कूल में पहुंच गया.

25 नवंबर का है मामला

मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी टीचर का नाम सुशील कुमार कौशिक है. वह बरबसपुर गांव के मुसलमान पारा में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के पद पर तैनात है. वह 25 नवंबर को नशे की हालत में बरबसपुर के ही कोड़ाकुपारा स्थित शासकीय हाईस्कूल में पहुंचा और संकुल प्राचार्य जयंती एक्का को धमकाने लगा. वह उनकी कुर्सी पर भी बैठ गया और हंगामा करने लगा. शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो आरोपी भरमार बंदूक लेकर फरार हो गया.

29 नवंबर को आरोपी टीचर को किया गया सस्पेंड

महिला प्राचार्य की शिकायत पर मामले की जांच की गई तो प्रधान पाठक को उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने, नशे की हालत में स्कूल पहुंचने और अपने कर्तव्यों के विपरीत कार्य करने का दोषी पाया गया. इसके बाद प्रधान पाठक को 29 नवंबर को निलंबित कर दिया गया.

विकासखंड शिक्षा अधिकारी मुन्नू सिंह धुर्वे ने बताया कि इस मामले में प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई है.

'बच्चों को पढ़ाने में प्रधान पाठक की कोई रुचि नहीं'

ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पाठक शराबी है. बच्चों को पढ़ाने में उसकी कोई रुचि नहीं है. वह लगातार अनुपस्थित रहता है. कभी स्कूल में आता भी है तो नशे में रहता है. उन्होंने बताया कि प्रधान पाठक बरबसपुर गांव का ही रहने वाला है. इसलिए वह कहता है कि मैं स्कूल में आऊं या न आऊं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. वह बच्चों को भी धमकी देता था.

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