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छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले ने ताजा किए पुराने जख्म, पढ़ें अब तक की बड़ी घटनाएं

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमला हुआ. दरअसल सोमवार को जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के जवानों को ले जा रहे एक गाड़ी को विस्फोट कर उड़ा दिया. इस हमले में सेना के ड्राइवर समेत 8 जवान शहीद हुए. नक्सलियों द्वारा किया गया IED धमाका काफी भयावह था.

छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले ने ताजा किए पुराने जख्म, पढ़ें अब तक की बड़ी घटनाएं
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( Image Source:  Social Media: X )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 7 Jan 2025 5:28 PM

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के वाहन को विस्फोटक से हमला कर दिया था. इस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे. जानकारी के अनुसार ये घटना उस दौरान हुई जब सुरक्षाकर्मी दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर के संयुक्त अभियान से बेस कैंप लौट रहे थे. इसी दौरान नकस्ली भी पहले से ही हमले के लिए इंतजार में बैठे थे. वहीं इस दौरान सुरक्षा बलों के वाहन के परखच्चे उड़ गए.

बता दें कि इससे पहले भी नकस्ली जवानों पर हमला कर चुके हैं. इन हमलों में कई जवानों की मौत हो चुकी है. आज हम आपको नक्सलियों द्वारा किए गए बड़े हमलों की जानकारी देने आए हैं.

नक्सली हमले की बड़ी घटनाएं

आपको बता दें कि साल 2023 में 26 अप्रैल को अरनपुर में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के जंगल में बुधवार की दोपहर में नक्सलियों ने जवानों पर हमला करने के लिए जाल बिछाया था. इस विस्फोट की चपेट में आने से करीब 10 डीआरजी जवान शहीद हुए. इसमें एक आम नागरिक की भी मौत हुई थी. यह हमले यहीं रुके नहीं साल 2017 में भेज्जी में भी इसी तरह के हमले को नक्सलियों ने अंजाम दिया था. साल 2017 में हुए हमले में 12 जवानों की मौत हुई थी. वहीं तीन जवान गंभीर रूप से घायल हुए.

25 जवानों पर नक्सली हमला

साल 2017 में 24 अप्रैल को नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल पर हमला किया था. इस हमले में 25 जवान शही हुए. ये हादसा उस दौरान हुआ था जब सड़क बनने की तैयारी की जा रही थी. इस दौरान खाना खाने के लिए जा रहे जवानों पर हमला हुआ. 2018 में 9 जवान शहीद हुए और 25 जवानों के घायल होने की जानकारी सामने आई थी.

सर्च अभियान के दौरान 17 जवान शहीद

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के ही चिंतागुफा इलाके में DRG और STF जवान की सर्चिंग जारी थी. दरअसल जवानों को नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी. जिन्हें ढूंढने के लिए सर्च अभियान चलाया गया. इसी अभियान में नकसलियों ने जवानों पर हमला किया और इस हमले में 17 जवान शहीद हुए. इसी तरह साल 2013 में 25 मई को बस्तर के झीरस में नक्सली हमले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, आदिवासी नेता महेंद्र कर्मा,पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल और उनके साथ 32 लोगों की मौत हुई थी.

सुरंग लगाकर किया हमला 36 लोगों की मौत

वहीं साल 2010 में 27 जवान शहीद हुए. इतना ही नहीं 17 मई को दंतेवाड़ा में ही सुरक्षाबलों पर हमले के इंतजार में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग बनाई और हमले को अंजाम दिया. जानकारी के अनुसार उस दौरान 12 जवान शहीद हुए साथ ही 36 लोगों की जान गई. 6 अप्रैल को बस्तर में सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों के बारुदी सुरंग विस्फोट में 76 जवानों को शिकार हुआ. जिसमें हमले के दौरान 76 जवान शहीद हुए.

इन सालों में भी हुए नकली बड़े हमले

साल 2009 और 2007 में भी हमले कम नहीं हुए. साल 2009 में 12 जुलाई को राजनांदगांव के मानपुर थाना में हमला हुआ था. उस दौरान पुलिस एसपी समेत 29 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी. इसी तरह 2009 में ही 20 जून को नक्सली हमला हुआ था जिसमें 11 जवानों शहीद हुए. साल 2007 में एर्राबोर के उरपलमेटा में सीआरपीएफ और जिला पुलिस का बल नक्सलियों की तलाश में था. उस दौरान 23 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. 2007 में 15 मार्च को बीजापुर के रानीबोदली में पुलिस कैंप पर नक्सलियों के हमले के दौरान 55 जवान शहीद हुए.

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