छत्तीसगढ़ PCS घोटाला: CBI की चार्जशीट में सामने आया बड़ा खेल, रिटायर्ड IAS के परिजनों को बिना इंटरव्यू पास कर बनाया गया डिप्टी कलेक्टर
छत्तीसगढ़ पीसीएस घोटाले में सीबीआई ने चार्जशीट दायर की है, जिसमें पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के रिश्तेदारों को बिना इंटरव्यू दिए डिप्टी कलेक्टर बनाए जाने का आरोप है. रिटायर्ड आईएएस जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमित, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, निशा कोसले और दीपा आदिल के खिलाफ भी आरोप शामिल हैं. जांच में यह सामने आया कि टामन ने प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा के पेपर पहले से उपलब्ध कराए और चयन पहले से तय था.

CGPSC scam: आईएएस और पीसीएस परीक्षाओं को आमतौर पर भ्रष्टाचार मुक्त माना जाता रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ पीसीएस घोटाले ने यह धारणा गलत साबित कर दिया है. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की 2021-22 भर्ती परीक्षाओं में कथित तौर पर पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के रिश्तेदारों और वीआईपी लोगों के करीबी रिश्तेदारों का चयन पहले से तय था. इस मामले में सीबीआई ने करीब 2000 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है, जो आरोपों और साक्ष्यों से भरी हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार, टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नीतेश और बहू निशा को बिना इंटरव्यू दिए ही डिप्टी कलेक्टर बना दिया गया. इंटरव्यू बोर्ड में टामन स्वयं मौजूद थे. जब रिश्तेदारी का मामला उठा, तो पति-पत्नी इंटरव्यू देने ही नहीं गए, फिर भी उनका नाम फाइनल सेलेक्शन लिस्ट में दर्ज हो गया. चार्जशीट में रिटायर्ड आईएएस जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमित ध्रुव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, निशा कोसले और दीपा आदिल के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं.
दस्तावेजों और उम्मीदवारों की जांच से हुआ घोटाले का खुलासा
इस घोटाले का खुलासा आयोग के दस्तावेजों और उम्मीदवारों की जांच से हुआ. साल 2021 की भर्ती प्रक्रिया में 1,29,206 उम्मीदवारों ने प्रारंभिक परीक्षा दी थी, जिनमें से 2,548 मुख्य परीक्षा के लिए चुने गए, 509 इंटरव्यू तक पहुंचे और 170 उम्मीदवार विभिन्न पदों पर नियुक्त हुए. आरोप है कि टामन ने अपने रिश्तेदारों और अन्य करीबी लोगों को प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा के पेपर पहले से उपलब्ध कराए, जिससे उनका चयन सुनिश्चित हो गया.
टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल गिरफ्तार
सीबीआई ने अब तक बड़ी कार्रवाई करते हुए टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार कर लिया है. हाल ही में आयोग की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, रिटायर्ड आईएएस जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले और दीपा आदिल को गिरफ्तार किया गया. चार्जशीट में यह भी उल्लेख है कि दीपा आदिल ने फॉर्म में पति का नाम नहीं भरा, जबकि शादी हुई थी। टामन के भतीजे विनीत और श्वेता के चैट से भी यह खुलासा हुआ कि चयन पहले से तय था.
यह मामला छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग और राज्य प्रशासन के लिए बड़े सवाल खड़े करता है और इसे भ्रष्टाचार मुक्त माने जाने वाले आईएएस-पीसीएस परीक्षाओं की साख के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.