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'Eleven' और Nineteen की स्पेलिंग नहीं लिख पाए सरकारी स्कूल के टीचर, वीडियो हो रहा वायरल; लोग बोले- ऐसे कैसे पढ़ेगा इंडिया

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के एक सरकारी स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें शिक्षक Eleven, Eighteen और Nineteen जैसे आसान अंग्रेजी शब्द भी नहीं लिख पा रहे हैं. स्कूल के प्रधानाध्यापक और दो अन्य शिक्षकों को बच्चों के सामान्य ज्ञान के सवालों का जवाब तक नहीं आता. जिला कलेक्टर और SP का नाम पूछने पर भी शिक्षक चुप रह गए. प्रशासन पर मीडिया को स्कूल में घुसने से रोकने के आरोप लगे हैं, हालांकि DEO ने जांच का आश्वासन दिया है.

Eleven और Nineteen की स्पेलिंग नहीं लिख पाए सरकारी स्कूल के टीचर, वीडियो हो रहा वायरल; लोग बोले- ऐसे कैसे पढ़ेगा इंडिया
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( Image Source:  Social Media )

Balrampur teacher viral video : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर ज़िले के एक सरकारी स्कूल में शिक्षकों की शिक्षा स्तर पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. घोड़ासोत गांव स्थित प्राथमिक स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शिक्षक Eleven, Eighteen और Nineteen जैसे बुनियादी अंग्रेज़ी शब्दों की वर्तनी (spelling) भी नहीं लिख पा रहे हैं.

वीडियो में स्कूल की शिक्षिका, एक अन्य स्टाफ सदस्य और प्रधानाध्यापक को साधारण सवालों के जवाब देते समय झिझकते और असमर्थ देखा गया. बच्चों से जब प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का नाम पूछा गया, तो वे चुप रहे, लेकिन असली झटका तब लगा, जब शिक्षक खुद भी इन सवालों के जवाब नहीं दे पाए, न ही सही अंग्रेज़ी शब्द लिख सके.


कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का भी नाम नहीं मालूम

और भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि शिक्षक ज़िले के कलेक्टर या पुलिस अधीक्षक (SP) का नाम तक नहीं बता सके. विडंबना यह है कि बलरामपुर कोई दूर-दराज़ का इलाका नहीं, बल्कि ऐसा ज़िला है जहां सरकारी योजनाएं, शिक्षक नियुक्तियां और शिक्षा बजट 'कागज़ों पर' पूरी तरह सक्रिय बताए जाते हैं.



स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया भी सवालों के घेरे में

इस मामले पर स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया भी सवालों के घेरे में है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज़िला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने मौखिक आदेश देकर पत्रकारों के स्कूल परिसर में प्रवेश पर रोक लगाने की कोशिश की. जब इस मामले में DEO से संपर्क किया गया, तो उन्होंने केवल इतना कहा कि जांच शुरू की जाएगी और उचित कार्रवाई होगी. यह मामला प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था की सच्चाई और सरकारी दावों के बीच की खाई को उजागर करता है, जिससे शिक्षा की ज़मीनी हकीकत पर एक बार फिर गंभीर बहस छिड़ गई है.


वायरल वीडियो पर यूजर्स ने उठाए सवाल

वायरल वीडियो पर एक यूजर ने कहा- इलेवन की स्पेलिंग नहीं लिख पाए छत्तीसगढ़ के सरकारी टीचर. ऐसे टीचर्स से पढ़कर बच्चे क्या सीख पाएंगे. दूसरे ने कहा- जिन्हें इलेवन और नाइंटीन की स्पेलिंग नहीं आती और बच्चों को पढ़ा रहे हैं. ऐसे कैसे पढ़ेगा इंडिया और बढ़ेगा इंडिया? शिक्षा व्यवस्था पर ये बड़ा सवाल है.

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