भूपेश बघेल का बेटा और 16.70 करोड़ की 'काली कमाई'! ED की जांच में सनसनीखेज खुलासा
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'मोदी-शाह के खिलाफ होना सौभाग्य की बात है. बघेल का आरोप है कि यह गिरफ्तारी अडानी के खिलाफ आवाज उठाने और पेड़ कटाई का विरोध करने पर की गई है. उन्होंने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया.

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने अपने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे का यह 'सौभाग्य' है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उसके खिलाफ हैं. बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया और आरोप लगाया कि यह सब अडानी से जुड़ी अवैध गतिविधियों को छिपाने और कांग्रेस की आवाज दबाने के लिए किया जा रहा है.
ED की जांच में सनसनीखेज खुलासा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, जिन्हें 18 जुलाई को राज्य के शराब घोटाले (2019-2022) में गिरफ्तार किया गया था, को 16.70 करोड़ रुपये की अवैध कमाई (POC) प्राप्त हुई थी. उन्होंने इस राशि को अपनी रियल एस्टेट कंपनियों के जरिए मिलाया और उसे अपने प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल किया. ईडी के अनुसार, यह पैसा नकद में ठेकेदारों को भुगतान और नकद के बदले बैंक एंट्री के जरिए उपयोग किया गया.
भूपेश बघेल ने संसद भवन परिसर में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और चैतन्य की गिरफ्तारी को लेकर विस्तार से जानकारी साझा की. उनका कहना है कि केंद्र सरकार अडानी के खिलाफ कोई भी चर्चा नहीं चाहती, और जब कांग्रेस ने पेड़ों की अवैध कटाई का मुद्दा विधानसभा में उठाने की तैयारी की, तो ठीक उसी दिन उनके बेटे को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
चैतन्य की गिरफ्तारी पर बघेल का तंज
भूपेश बघेल ने कहा, 'मैं इसे अपने बेटे का सौभाग्य मानता हूं कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री उसके खिलाफ हैं. मेरे बेटे का नाम कोई नहीं जानता था, लेकिन अब पूरा देश जानता है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि चैतन्य राजनीति में नहीं हैं, बल्कि एक किसान हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 मार्च को उनके घर पर छापेमारी हुई थी लेकिन उसके बाद न कोई नोटिस दिया गया, न पूछताछ की गई. सीधे 18 जुलाई को, चैतन्य के जन्मदिन के दिन, ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. बघेल का आरोप है कि यह गिरफ्तारी कांग्रेस द्वारा विधानसभा में उठाए जाने वाले स्थगन प्रस्ताव से ध्यान भटकाने के लिए की गई.
अडानी पर लगे आरोपों को छिपाने का प्रयास?
बघेल ने दावा किया, '18 जुलाई को जब अडानी द्वारा अवैध पेड़ों की कटाई का मामला गरम था और हमने इस मुद्दे पर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया था, तभी ईडी की कार्रवाई शुरू हुई. इससे साफ है कि यह केंद्र सरकार द्वारा अडानी को बचाने की साजिश है. संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल ने बताया कि उन्होंने सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलकर पूरी जानकारी साझा की है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई विपक्षी नेताओं को डराने के लिए की जा रही है लेकिन कांग्रेस इससे पीछे नहीं हटेगी.
'हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा'
बघेल ने जोर देकर कहा कि उन्हें भारत की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और वह जांच में पूरा सहयोग देंगे. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मोदी-शाह कुछ भी बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन अडानी के खिलाफ एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं करते. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया है. भिलाई स्थित उनके आवास पर छापेमारी के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया. इसके बाद से राजनीति गरमा गई है और कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रही है.