लालू यादव ने तेजस्वी को क्यों नहीं बनाया पार्टी का अध्यक्ष? RJD नेता बोले- 'BJP-RSS वाले नहीं कर पाएंगे साजिश'
Bihar Politics: हाल ही में आरजेडी राज्य परिषद की बैठक में लालू प्रसाद यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि तेजस्वी ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इस बार सभी को मिलकर नीतीश कुमार और आरएसएस को सत्ता से हर हाल में हटाना होगा.

राजनीति में कुछ भी तय नहीं होता कि कब क्या होगा? कहां चर्चा यह थी कि तेजस्वी यादव का समय आरजेडी प्रमुख बनने का आया गया है, लेकिन इसके उलट हुआ. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले 24 जून को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ. लगातार 13वीं बार लालू प्रसाद यादव आरजेडी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए. उनके खिलाफ किसी भी नेता पर्चा नहीं भरा. अब वह अगले तीन साल के पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे.
पार्टी के नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि 5 जुलाई को आरजेडी की बैठक में लालू यादव को औपचारिक रूप से अध्यक्ष चुने जाने का निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा. इसके साथ ही वे 13वीं बार पार्टी की कमान संभालेंगे.
इससे पहले आरजेडी बिहार का अध्यक्ष जगदानंद सिंह की जगह मंगनी लाल मंडल को बनाए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि अब उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी देने की योजना है. उसके बाद से माना जा रहा था कि जगदानंद सिंह आरजेडी का राष्ट्रीय बनाया जा सकता है. पर वैसा, नहीं हुआ, पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अगले तीन साल के लिए फिर से लालू यादव को ही इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. बताया जा रहा है कि लालू यादव का स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के पीछे पार्टी की सोची समझी सियासी चाल है.
लालू को अध्यक्ष बना साधे कई निशाने
ऐसा सोचने वाले पार्टी के नेताओं का कहना है कि लालू यादव को पार्टी अध्यक्ष बना कर पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कई सियासी मसलों को एक ही झटके में साध लिया है. इनमें पहला या कि लालू परिवार के सदस्यों में उत्तराधिकार को लेकर जारी विवाद तत्काल ठंडे बस्ते में चला गया है. दूसरी बात ये कि अब महागठबंधन में सीट बंटवारे से लेकर किसी भी नीतिगत मामले में विवाद होने पर तेजस्वी यादव सहयोगियों या विरोधियों के निशाने पर नहीं आ पाएंगे. बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी व अन्य विपक्षी दल अब तेजस्वी को हर मसले पर विवाद में नहीं घसीट पाएंगे. अब पार्टी के नेता तेजस्वी यादव को बेहिचक महागठबंधन की ओर से सीएम के रूप में जनता के सामने पेश कर पाएंगे.
नीतीश को हटाने और तेजस्वी को CM बनाने की अपील
हाल ही में आरजेडी राज्य परिषद की बैठक में लालू यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ने की अपील की थी. उन्होंने कहा कि तेजस्वी ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इसके अलावा, नीतीश कुमार और आरएसएस को सत्ता से हटाने का संकल्प दोहराया. बता दें कि आरजेडी की स्थापना 1997 में लालू प्रसाद यादव ने जनता दल से अलग होकर की थी. तब से वे लगातार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं.
लालू यादव का फिर से पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने पर विरोधी दलों के नेताओं का कहना है कि आरजेडी ने ऐसा कर एमवाई और पार्टी के कोर वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. अगर लालू यादव अध्यक्ष नहीं बनते तो आरजेडी को चुनाव के दौरान नुकसान होता. ऐसा इसलिए कि आरजेडी परंपरागत समर्थकों को पार्टी के नेताओं में भरोसा कम है.
लालू यादव निर्विरोध चुने गए अध्यक्ष- मुत्युंजय तिवारी
बिहार आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने लालू प्रसाद यादव का तीन साल के लिए आरेजडी अध्यक्ष बनने के सवाल पर कहा कि उन्हें पार्टी के लोगों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुना है. वह पार्टी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं. ऐसे में यह कहना है कि तेजस्वी क्यों नहीं बने राष्ट्रीय अध्यक्ष या और किसी मसले से इसे जोड़कर देखने अपने आप में बेमानी है. उन्होंने कहा, "अब बीजेपी-आरएसएस वाले 'साजिश' नहीं कर पाएंगे. लालू जी देंगे मुंहतोड़ जवाब."
तेजस्वी को बनाएंगे बिहार का सीएम- समीर महासेठ
बिहार में आरजेडी विधायक समीर महासेठ का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी यादव बनें या लालू यादव इससे विरोधियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. दरअसल, विरोधियों को चुनाव में हार का डर सता रहा है. लागू यादव बिहार में हर समुदाय के कमजोर और दबे कुचलों की आवाज हैं. लोग उन्हें भगवान माते हैं. अगर लालू तीन साल की अवधि के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन ही जाएंगे तो क्या हो जाएगा?
उन्होंने कहा कि विरोधियों को परेशानी ये है कि कि लालू आरजेडी के प्रमुख बने रहे तो वे लोग साजिश नहीं कर पाएंगे. इस बार महागठबंधन की जीत तय है. आरजेडी प्रमुख कोई भी क्यों न हो, सीएम तेजस्वी यादव ही बनेंगे. उन्हें सीएम बनाने के लिए प्रदेश की जनता विधायक चुनने का काम करेगी. आरजेडी नेतृत्व और उनके परिवार पर सवाल उठाने वाले ये सोच लें, बिहार में दलित ओर गरीबों को आवाज लालू जी ने ही दिया था. इस बार वही लोग लालू यादव के कहने पर महागठबंधन की सरकार बनाएंगे.