मुकेश सहनी की VIP से हुए नाराज तो बना डाली VVIP पार्टी, कौन हैं हेलीकॉप्टर बाबा उर्फ प्रदीष निषाद?
वीवीआईपी के राष्ट्रीय प्रमुख प्रदीप निषाद, वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के सबसे करीबी रहे हैं. एक दौर था जब दोनों हर पल एक साथ, एक ही मंच पर दिखाई देते थे, लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर दोनों के बीच मतभेद हो गया. उसके बाद से दूरियां बढ़ती गईं. अब प्रदीप ने बिहार से लगाव होने के कारण नई पार्टी बनाई है. ताकि निषाद समाज के हितों की लड़ाई जारी रख सकें.

Who is Pradeep Nishad: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ती जा रही है. अब तो नई-नई पार्टियां भी अस्तित्व में आने लगी हैं. इस बीच 28 जुलाई को पटना में वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के करीबी रहे प्रदीप निषाद ने अपनी नई पार्टी विकास वंचित इंसान पार्टी (वीवीआईपी) का एलान किया. वीवीआईपी (VVIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप निषाद 'हेलीकॉप्टर बाबा' के नाम से भी जाने जाते हैं.
प्रदीप निषाद द्वारा विकासशील वंचित इंसान पार्टी बना लेने से सबसे ज्यादा मुश्किलें मुकेश सहनी के सामने पैदा हो सकती हैं, क्योंकि दोनों का मिलता-जुलता नाम है और दोनों को मतदाता वर्ग भी एक ही है.
कौन हैं प्रदीप निषाद?
प्रदीप निषाद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले हैं. उन्हें लोग 'हेलिकॉप्टर बाबा' के नाम से भी जानते हैं. एक दौर था जब प्रदीप निषाद और मुकेश सहनी एक साथ दिखाई देते थे. साल 2021 यानी यूपी विधानसभा चुनाव के ठीक पहले से उनके बीच दूरियां दिखाई देने लगी. निषाद करीब चार सालों से अधिक समय तक मुकेश सहनी की VIP पार्टी का हिस्सा रहे.
दोनों के बीच मतभेद यूपी का चुनाव लड़ने के मसले पर सबसे पहले उभरकर सामने आए. उनका कहना है कि मुकेश सहनी ने प्रदीप को यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा था. साथ ही भरोसा दिया था पूरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन वो अपने वादे से पीछे हट गए. इसी से आहत होकर प्रदीप निषाद ने अपना रास्ता अखतियार कर लिया. अब उन्होंने 28 जून को पटना में विकास वंचित इंसान पार्टी का ऐलान किया. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की भी बात कही.
बिहार चुनाव से पहले क्यों बनाई नई पार्टी?
बिहार चुनाव से पहले नई पार्टी बनाने की जरूरत क्यों पड़ी, इसके जवाब में प्रदीप निषाद ने कहा, “हमारी पार्टी का उद्देश्य दलित, शोषित, महादलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यकों को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक हक दिलाना है. VVIP निषाद समाज के सभी वर्गों को एक सूत्र में बांधकर रखेगी. उनके अधिकार की लड़ाई लड़ेगी. युवाओं और महिलाओं को पार्टी नेतृत्व में विशेष जगह दी जाएगी.
'वन मैन' बने रहना चाहते हैं सहनी
उन्होंने VIP छोड़ने का कारण बताते हुए कहा, “मैं मुकेश का निजी सहायक रहा और पार्टी की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन मान-सम्मान नहीं मिला तो पार्टी छोड़ दी. मुकेश 'वन मैन' बनना चाहते हैं. वे पार्टी में किसी की नहीं सुनते. कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान करना नहीं जानते. जब यह अच्छा नहीं लगा तो अलग हो गया और सामाजिक न्याय नवलोक पार्टी से जुड़ गया. यूपी का प्रदेश अध्यक्ष रहा.इस बीच बिहार से लगाव बना रहा, इसलिए सोचा कि जब राजनीति ही करनी है तो क्यों ना अपनी पार्टी बनाएं?
मुकेश सहनी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 NDA गठबंधन का हिस्सा बनकर लड़े थे. इस चुनाव में उन्होंने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा था, जिसमें से 4 प्रत्याशी चुनाव जीत करने में सफल हुए थे. VIP को कुल 6,39,840 मिला था. जीते हुए विधायक बाद में महागठबंधन का हिस्सा बन गए.