बिहार चुनाव से पहले RJD का 'कर्पूरी रथ', क्या लालू और तेजस्वी का फिर से चल पाएगा सिक्का?
बिहार विधानसभा चुनाव में RJD जनता के बीच पकड़ बनाने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में पार्टी कर्पूरी रथ निकालने की तैयारी में जुटी हुई है. इस रथ यात्रा को लेकर चर्चा तेज है कि आरजेडी अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को निशाना साधने की कोशिश में जुट गई है.

बिहार में विधानसभा चुनाव जीतने से पहले पक्ष और विपक्ष जातियों को निशाने पर रखते हुए जनता का दिल जीतने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में कई दल रैलियां भी आयोजित कर रहे हैं. वहीं RJD ने अति पिछड़ा वर्ग को विधानसभा चुनाव में टारगेट करने का विचार किया है. जानकारी के अनुसार RJD बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर भव्य कार्यक्रम आयोजित करने वाली है.
जनता तक पहुंचने का तरीका
RJD ने पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के विचारों के सहारे जनता तक पहुंच बनाने का मन बना लिया है. पार्टी इस तरह आति पिछड़े वोटर्स पर अपनी पकड़ बनाने की नीति तैयार कर रही है. वहीं इस 17 फरवरी को सीतामढ़ी के सोनबरसा में कर्पूरी ठाकुर की 37वीं पुण्यतिथि पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव समेज आरजेडी के कई वरिष्ठ नेता शिरकत करने वाले हैं. पार्टी ने शुक्रवार को आरजेदी के प्रदेश कार्यालय से 11 टीमों के जरिए कर्पूरी विचार रथ रवाना किया किया. पार्टी महासचिव रणविर साहू ने रथ को हरी झंडी दिखाई.
सपने को पूरा करने के लिए केंद्र से मांग
वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नेता केंद्र पर दबाव डालेंगे कि कर्पूरी ठाकुर के सपने को पूरा करने के लिए संविधान की 9वीं अनुसूची में 65% आरक्षण की सीमा को शामिल किया जाए. इसी के साथ उन्होंने बताया कि इस रथ यात्रा के जरिए पार्टी अपने वादों का भी प्रचार प्रसार करेगी. जिसमें 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, सामाजिक सुरक्षा के तहत 15,00 रुपये प्रति माह की बढ़ोत्तरी शामिल होने वाली है. इसी के साथ इस रथ यात्रा के जरिए लोगों को 17 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया जाएगा. इस कार्यक्रम के सफल होने को लेकर RJD अपनी जीत का रास्ता देख रही है. पार्टी को उम्मीद है कि इस दांव से उन्हें जीत हासिल हो सकती है.