क्या बिहार की राजनीति में होने वाली है नीतिश के बेटे निशांत की एंट्री? JDU की तरफ से आया बयान, तो बढ़ गई हलचल
बिहार की राजनीति में सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के उतरने की अटकलें तेज हो गई है. संजय कुमार झा द्वारा दिए गए बयान के बाद से बिहार में हलचल बढ़ गई है. जेडीयू समर्थकों और एनडीए खेमे के नेताओं की राय रही है कि निशांत को अब सीधे राजनीतिक मैदान में उतरना चाहिए.
बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव जल्द देखने को मिल सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के सक्रिय राजनीति में उतरने की अटकलें अब और तेज हो गई हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और नीतीश के बेहद करीबी संजय कुमार झा ने पटना हवाई अड्डे पर दिए बयान से यह संकेत स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के भीतर भी निशांत की एंट्री को लेकर उत्सुकता चरम पर है.
स्टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्सक्राइब करने के लिए क्लिक करें
लंबे समय से जेडीयू समर्थकों और एनडीए खेमे के नेताओं की राय रही है कि निशांत को अब सीधे राजनीतिक मैदान में उतरना चाहिए. हालांकि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीद जताई जा रही थी कि निशांत नालंदा की किसी सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारे बिना ही बहुमत हासिल कर सत्ता में वापसी कर ली.
JDU के भीतर बढ़ी उम्मीदें
पार्टी के भीतर लगातार यह चर्चा चल रही है कि निशांत कुमार का समय आ गया है, हालांकि अंतिम निर्णय हमेशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ही लिया जाना है. फिर भी शुक्रवार को पटना हवाई अड्डे पर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम ने अटकलों को मजबूती दी. जब निशांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे, तभी उनके बगल में मौजूद संजय कुमार झा ने पत्रकारों के सामने खुलकर उनका समर्थन जताया.
झा ने कहा "पार्टी के सदस्य, शुभचिंतक और समर्थक सभी चाहते हैं कि निशांत कुमार पार्टी में शामिल हों और काम करें. हम सभी यही चाहते हैं, लेकिन अब यह उन पर निर्भर है कि वह कब पार्टी में शामिल होंगे."
X (ट्विटर) पर हमें फॉलो कर पढ़ें खबरें सबसे पहले, क्लिक करें
जनता के भरोसे और नीतीश कुमार की नीतियों पर विश्वास
इससे पहले निशांत कुमार ने एनडीए–जेडी-यू की भारी जीत को जनता का आशीर्वाद बताया था. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने एक बार फिर नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर भरोसा जताया है. अपने पिता के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए निशांत ने कहा, "मेरे पिता ने अपने पहले के वादे पूरे किए और इस बार भी वह एक करोड़ नौकरियां और रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा जरूर पूरा करेंगे."





