चिराग पासवान की पार्टी को झटका, रोहतास जिला अध्यक्ष कमलेश राय गिरफ्तार; नाबालिग का अपहरण और बलात्कार का आरोप
बिहार के रोहतास जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब करुप पंचायत के मौजूदा मुखिया और पैक्स अध्यक्ष कमलेश राय को पुलिस ने नाबालिग लड़की के अपहरण व यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप में गिरफ्तार कर लिया. कमलेश राय लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी चिराग पासवान की पार्टी के रोहतास जिला अध्यक्ष भी हैं. घटना 5 नवंबर 2025 की है. एक 17 साल से कम उम्र की लड़की सुबह घर से सासाराम कोचिंग पढ़ने निकली थी, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटी.
बिहार के रोहतास जिले में एक बहुत ही गंभीर और शर्मनाक मामला सामने आया है. जिले के करुप पंचायत के मौजूदा मुखिया और पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण समिति) के अध्यक्ष कमलेश राय को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. कमलेश राय कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं; वे चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJP (रामविलास) के रोहतास जिला अध्यक्ष भी हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने एक नाबालिग लड़की (उम्र 17 साल से कम) का अपहरण किया और उसके साथ कई दिनों तक यौन उत्पीड़न किया.
लड़की 5 नवंबर 2025 की सुबह अपने घर से सासाराम में कोचिंग पढ़ने के लिए निकली थी, जैसा कि वह रोज करती थी. लेकिन उस दिन वह शाम तक घर नहीं लौटी. घरवाले बहुत परेशान हो गए उन्होंने इधर-उधर ढूंढा, रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की, लेकिन लड़की का कोई पता नहीं चला. छह दिन बाद, यानी 11 नवंबर को लड़की की मां सासाराम थाने पहुंची और लिखित शिकायत दर्ज कराई. मां ने सीधा-सीधा नाम लिया कि उनकी बेटी को करुप पंचायत के मुखिया कमलेश राय ने बहला-फुसलाकर ले गया है. मां को पहले से ही शक था क्योंकि उनकी बेटी पहले भी कमलेश राय के संपर्क में थी.
लड़की घर लौटी, फिर खुला पूरा राज
कुछ दिन बाद जब लड़की अचानक घर लौटकर आई, तो उसने अपनी मां को रोते-रोते सारी सच्चाई बताई. उसने कहा कि कमलेश राय ने उसे प्यार का झांसा दिया, अच्छी-अच्छी बातें करके भरोसा जीता और फिर उसे सासाराम शहर में अलग-अलग जगहों पर ले जाकर तीन-चार दिनों तक अपने पास रखा. इस दौरान उसने लड़की के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए और यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने जब लड़की के पास से मोबाइल फोन चेक किया तो उसमें एक सिम कार्ड मिला जो कमलेश राय के ही नाम पर रजिस्टर्ड था. इससे पुलिस को पक्का यकीन हो गया कि आरोपी कोई और नहीं, बल्कि कमलेश राय ही है.
पुलिस ने क्या किया?
सबसे पहले 11 नवंबर को अपहरण का केस दर्ज हुआ. लड़की के घर लौटने और बयान देने के बाद शुक्रवार (5 दिसंबर 2025) को सासाराम सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया. मेडिकल रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न के सबूत मिले. लड़की का बयान मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत दर्ज किया गया. इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कमलेश राय को उनके पैतृक गांव भैंसही कला से गिरफ्तार कर लिया. केस अब सिर्फ अपहरण का नहीं रहा; पुलिस ने पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) की सख्त धाराएं लगाई हैं, साथ ही बलात्कार और नाबालिग का शोषण करने के आरोप भी जोड़े गए हैं.
अधिकारी क्या बोले?
सासाराम सदर के SDPO कुमार वैभव ने बताया, 'शुरुआत में मामला गुमशुदगी और अपहरण का था. लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी और पीड़िता का बयान आया, मामला बहुत गंभीर हो गया. मेडिकल जांच के बाद हमने तुरंत आरोपी कमलेश राय को गिरफ्तार कर लिया. अभी पूछताछ और जांच जारी है कोई भी दोषी बचेगा नहीं.'
अभी क्या स्थिति है?
आरोपी कमलेश राय को कोर्ट में पेश किया जाएगा और उन्हें जेल भेज दिया जाएगा. चूंकि मामला नाबालिग लड़की से जुड़ा है और पॉक्सो एक्ट लगा है, इसलिए सजा बहुत सख्त हो सकती है कम से कम 10 साल से लेकर उम्रकैद तक. लोग इस बात से भी हैरान और गुस्से में हैं कि जिस व्यक्ति को गांव ने मुखिया चुना, जिसे पार्टी ने जिला अध्यक्ष बनाया, वही व्यक्ति एक मासूम बच्ची के साथ इतना घिनौना अपराध कर सकता है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह देख रही है कि इसमें और कोई शामिल तो नहीं है. पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा भी दी जा रही है.





