Begin typing your search...

गरीब हो या अमीर, सबको मिलेगा बिजली का 'फ्री ऑफर'! नीतीश के Free वादे को लेकर समझें पूरा गणित

बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है. इस योजना का लाभ बिना किसी जाति, धर्म या आय प्रमाणपत्र के राज्य के 1.86 करोड़ उपभोक्ताओं को मिलेगा. ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को इससे 306 से लेकर 550 रुपये तक की बचत होगी.

गरीब हो या अमीर, सबको मिलेगा बिजली का फ्री ऑफर! नीतीश के Free वादे को लेकर समझें पूरा गणित
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 19 July 2025 6:52 PM

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनकल्याण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है. राज्य सरकार ने अब 1.86 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा की है. यह फैसला राज्य के गरीब, मध्यम वर्गीय और सीमित आय वाले परिवारों के लिए बड़ी राहत बनकर आया है.

इससे पहले मुख्यमंत्री ने बुजुर्ग, विधवा और विकलांग पेंशन धारियों की राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹1000 कर दिया था. अब बिजली उपभोक्ताओं को बिना किसी जाति, धर्म या आय प्रमाणपत्र के हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा.

अब ₹1 भी नहीं देना होगा बिजली के लिए

राज्य सरकार का यह फैसला खासतौर से उन परिवारों के लिए राहत लेकर आया है जिनके घरों में अभी फ्रिज या एसी जैसी ऊंची खपत वाली सुविधाएं नहीं हैं. ऐसे उपभोक्ताओं की मासिक खपत 125 यूनिट से कम है, इसलिए उन्हें अब बिजली के लिए एक पैसा भी नहीं देना होगा. सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय का असर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों पर समान रूप से पड़ेगा. शहरी उपभोक्ताओं को ₹550 प्रति माह की बचत होगी, जबकि ग्रामीण उपभोक्ता ₹306 तक की शुद्ध बचत करेंगे.

बिना फिक्स्ड चार्ज, टैक्स या झंझट – 100% लाभ

ऊर्जा विभाग के अनुसार, इस स्कीम के तहत न तो कोई फिक्स्ड चार्ज लिया जाएगा, न ही ऊर्जा शुल्क या कोई अन्य टैक्स. यानी उपभोक्ताओं को पूरी 125 यूनिट मुफ्त में मिलेंगी. बिजली विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार, यह लाभ सिर्फ कम बिजली खपत करने वालों तक सीमित नहीं है. उदाहरण के लिए, यदि कोई उपभोक्ता 200 यूनिट बिजली खर्च करता है तो पहले 125 यूनिट को मुफ्त मानकर बाकी 75 यूनिट का ही बिल बनेगा.

समझें पूरा गणित

ग्रामीण उपभोक्ता: 9.42 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से सरकार 4.97 रुपये सब्सिडी देती है. ऐसे में बिजली की वास्तविक लागत ₹2.45 प्रति यूनिट होती है. इससे हर माह ₹306.25 की बचत होती है. शहरी उपभोक्ता की बात करें तो पहले 100 यूनिट की दर 7.42 रुपये, सब्सिडी के बाद दर 4.12 रुपये. अगले 25 यूनिट की दर 8.95 रुपये, सब्सिडी के बाद दर 5.52 रुपये. कुल बचत = ₹412 + ₹138 = ₹550 प्रति माह,

बिजली सिर्फ सुविधा नहीं, अब राहत और संवेदना

यह योजना जाति, धर्म या आय प्रमाणपत्र से मुक्त है, जो इसे हर वर्ग के लिए समान रूप से सुलभ बनाती है. नीतीश कुमार का यह कदम न सिर्फ बिजली को सभी के लिए सुलभ बनाता है, बल्कि यह उनकी संवेदनशील प्रशासनिक सोच का प्रमाण भी है, 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना बिहार की राजनीति और सामाजिक न्याय में एक मील का पत्थर है. इससे न सिर्फ गरीब, बल्कि मिडिल क्लास को भी बड़ी राहत मिलेगी.

नीतीश कुमार
अगला लेख