Bihar Chunav: करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं सम्राट चौधरी, पत्नी ममता के पास कितनी संपत्ति है?
Bihar Elections 2025: बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने 2025 विधानसभा चुनाव के लिए तारापुर सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है. उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति का ब्योरा भी दिया है. पटना कोतवाली और तारापुर थाने में एक-एक मामले दर्ज हैं. दोनों के नाम कई शहरों में संपत्ति है.

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तारापुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. चुनाव आयोग के पास हलफनामे भी जमा करा दिया हैं. सम्राट और उनकी पत्नी के पास कुल संपत्ति लगभग ₹11.31 करोड़ है. सम्राट चौधरी की ओर से 16 अक्टूबर को चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हलफनामे में अपनी चल और अचल संपत्ति की घोषणा की है. हलफनामे का विश्लेषण करने पर पता चला है कि चौधरी की कुल संपत्ति 11.30 करोड़ रुपये से अधिक है, जो एक चौंका देने वाली राशि है. इनमें से सम्राट चौधरी के नाम से 9.29 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
सम्राट चौधरी की पत्नी कुमारी ममता जो पेशे से वकील हैं, के नाम पर ₹2.01 करोड़ की संपत्ति है. संपत्ति में जमीन, मकान, बैंक बैलेंस, सोना, वाहन, निवेश और बीमा योजनाएं शामिल हैं. कुमारी ममता के पास 27.89 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.08 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल हैं.
कुल संपत्ति
सम्राट चौधरी के पास कुल संपत्ति 9.29 करोड़ रुपये. उनकी पत्नी के कुमारी ममता के पास 2.01 करोड़ रुपये की संपत्ति है. दोनों के पास कुल कद राशि ₹48,500 रुपये हैं. इनमें सम्राट चौधरी के पास ₹13,500 और पत्नी के 35 हजार रुपये हैं. बैंक जमा ₹27 लाख रुपये थे. सोना ₹40 लाख रुपये (दोनों के पास ₹20 लाख-₹20 लाख के). चांदी ₹75,000 रुपये के पत्नी के पास. बोलेरो नियो अनुमानित ₹7 लाख के उनके पास हैं. निवेश के रूप में ₹32 लाख (शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड) हैं.
बीमा और बचत योजनाएं
सम्राट चौधरी के पास LIC बीमा ₹8 लाख रुपये, PPF ₹9 लाख रुपये और एसबीआई लाइफ SBI Life ₹1.5 लाख रुपये के हैं. पोस्टल सेविंग्स के रूप में उनके पास ₹20.48 लाख रुपये है.
3. अचल संपत्ति
सम्राट चौधरी के नाम पर: ₹9.30 करोड़ (कृषि और आवासीय भूमि), पत्नी के नाम पर ₹1.08 करोड़ (कृषि भूमि और मकान हैं.
कानूनी स्थिति
पटना कोतवाली और तारापुर थाना हलफनामे में दो मामले दर्ज हैं. इनमें गंभीर आपराधिक मामला किसी में नहीं है. दोनों पर कोई बड़ा कर्ज नहीं है. अपने हलफनामे में सम्राट चौधरी ने अपने तमाम सोशल मीडिया अकाउंट को लेकर भी जानकारी दी है.
उम्र और शिक्षा पर सवाल
चौधरी द्वारा दायर 23 पृष्ठों के हलफनामे में उनकी जन्मतिथि या शैक्षणिक योग्यता के बारे में स्पष्ट विवरण नहीं दिया गया है. जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के आरोपों के कारण हाल ही में ये विवरण जांच के दायरे में आए हैं. किशोर किशोर ने दावा किया था कि चौधरी ने 1995 में तारापुर में सात लोगों की हत्या से जुड़े एक मामले में मुकदमे से बचने के लिए एक 'फर्जी' प्रमाण पत्र जमा किया था, जिसमें उन्हें उस समय नाबालिग दिखाया गया था. हलफनामे में सम्राट चौधरी की उम्र मतदाता सूची के अनुसार 56 वर्ष बताई गई है, लेकिन इसमें कोई स्कूल प्रमाण पत्र शामिल नहीं है.