बिहार सरकार की बड़ी पहल, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में बड़ा बदलाव, अब मिलेगा बिना ब्याज शिक्षा ऋण
बिहार सरकार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में बड़ा बदलाव किया है. अब सभी पात्र छात्रों को बिना ब्याज के शिक्षा ऋण मिलेगा. पहले सामान्य छात्रों को 4% और विशेष श्रेणियों को 1% ब्याज पर ऋण मिलता था. अब 2 लाख तक का ऋण 84 किस्तों (7 वर्ष) में और उससे अधिक का ऋण 120 किस्तों (10 वर्ष) में चुकाया जा सकेगा. यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करेगी.

बिहार सरकार ने छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए एक बड़ी पहल की है. राज्य में चल रही बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब सभी पात्र छात्रों को बिना ब्याज के शिक्षा ऋण दिया जाएगा. यह योजना 2 अक्टूबर 2016 से लागू है, जिसका उद्देश्य उन छात्रों की मदद करना है जिन्होंने 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना देखा है.
पहले योजना के अंतर्गत सामान्य छात्रों को अधिकतम 4 लाख रुपए तक का ऋण 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर दिया जाता था, जबकि महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए यह दर केवल 1 प्रतिशत थी. लेकिन अब सरकार ने इसे और प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया है. सभी श्रेणियों के छात्रों को बिना किसी ब्याज के शिक्षा ऋण मिलेगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
किस्तों में राहत
इस योजना में अब पहले से अधिक आसान किस्तों की सुविधा भी दी गई है. पहले 2 लाख रुपए तक के ऋण को 60 मासिक किस्तों (5 वर्ष) में चुकाने का प्रावधान था, जिसे बढ़ाकर अब 84 मासिक किस्तों (7 वर्ष) में चुकाने की सुविधा दी गई है. वहीं, 2 लाख से ऊपर के ऋण को पहले 84 किस्तों में लौटाना होता था, अब इसे बढ़ाकर अधिकतम 120 मासिक किस्तों (10 वर्ष) में चुकाया जा सकेगा. यह बदलाव छात्रों पर आर्थिक बोझ कम करेगा और उन्हें बिना किसी तनाव के अपनी पढ़ाई पूरी करने का मौका देगा.
उद्देश्य और लाभ
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें. शिक्षा ही समाज और देश के विकास का आधार है. इस योजना से छात्रों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. शिक्षा ऋण की ब्याज-मुक्त सुविधा उन्हें बिना किसी डर के अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित करेगी. इसके अलावा, सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि योजना का लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे, इसलिए विशेष वर्गों जैसे महिलाओं, दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी. इससे शिक्षा में समान अवसर और समावेशिता को बढ़ावा मिलेगा.
छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना है योजना का लक्ष्य
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य केवल छात्रों को ऋण देना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. उच्च शिक्षा प्राप्त कर छात्र अपने करियर में आगे बढ़ेंगे, साथ ही राज्य और देश के विकास में योगदान देंगे. यह योजना उन परिवारों के लिए वरदान साबित होगी जो आर्थिक कठिनाइयों के कारण बच्चों की पढ़ाई बीच में ही रोकने पर मजबूर हो जाते हैं.
इस योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं से छात्रों में पढ़ाई के प्रति लगन, उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ेगा. सरकार का कहना है कि शिक्षा ही एक ऐसा साधन है जो हर वर्ग के युवाओं को मजबूत बनाकर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देती है.
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अब छात्रों के लिए शिक्षा का सपना पूरा करने का नया रास्ता बन चुकी है. बिना ब्याज और आसान किस्तों की सुविधा के साथ यह योजना युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक ठोस कदम है.