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गुवाहाटी के कमरकुची एनसी गांव में Zubeen Garg का अंतिम संस्कार, नम आंखों से लोगों ने अपने फेवरेट सिंगर को दी विदाई

श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार से पहले पुजारियों ने मंत्रोच्चार शुरू कर दिया. सुबह चार बजे से ही हजारों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए श्मशान घाट पर इकट्ठा होना शुरू हो गए थे. कई लोग तपती सुबह में छाता और गमछा लेकर आए, ताकि सूरज की तेज धूप से बच सकें.

गुवाहाटी के कमरकुची एनसी गांव में Zubeen Garg का अंतिम संस्कार, नम आंखों से लोगों ने अपने फेवरेट सिंगर को दी विदाई
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( Image Source:  Youtube : DIPR Assam )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 23 Sept 2025 12:30 PM IST

असम और पूरे देश के म्यूजिक लवर्स के लिए आज का दिन बेहद दुखद और भावुक रहा. असम के फेमस सिंगर जुबिन गर्ग का निधन हो गया, और राज्य उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए एकजुट हो गया है. सिंगर का अंतिम संस्कार गुवाहाटी के पास असम के कामरूप जिले के कमरकुची एनसी गांव में किया गया. ज़ुबीन गर्ग की अंतिम यात्रा अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से शुरू हुई थी. यहां उनके पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए रखा गया था, ताकि उनके चाहने वाले उन्हें आखिरी बार देख सकें.

23 सितंबर 2025 यानी आज सुबह ज़ुबिन का शरीर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उन्हें नए सिरे से पोस्टमार्टम किया गया, इसके बाद उनका पार्थिव शरीर फिर से स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लाया गया, जहां से उनकी अंतिम यात्रा कमरकुची एनसी गांव के श्मशान घाट की ओर रवाना हुई. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की कि राज्य सरकार ज़ुबिनगर्ग की याद में दो स्मारक बनाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि सिंगर का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में बिना लाइफ जैकेट के तैरने के दौरान डूबने से हुआ.

मुख्यमंत्री का भावपूर्ण संदेश

श्मशान घाट पर ज़ुबिन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पहुंचे. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'दिग्गज, #BelovedZubeen को अंतिम अलविदा. आप हमेशा हमारे दिलों और विचारों में जीवित रहेंगे.'

वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने असमिया गायक ज़ुबिन गर्ग को कमरकुची उत्तरी कैरोलिना गांव स्थित श्मशान घाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की.'

तपती धूप में पहुंचे लोग

श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार से पहले पुजारियों ने मंत्रोच्चार शुरू कर दिया. सुबह चार बजे से ही हजारों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए श्मशान घाट पर इकट्ठा होना शुरू हो गए थे. कई लोग तपती सुबह में छाता और गमछा लेकर आए, ताकि सूरज की तेज धूप से बच सकें. गमसा, असम का पारंपरिक हाथ से बुना हुआ कपड़ा, इस दौरान श्रद्धालुओं के सिर और कंधों पर देखा गया. ज़ुबिन का पार्थिव शरीर फूलों से सजी एम्बुलेंस में रखा गया था और उनके चाहने वाले इसे देखने के लिए सड़क पर भारी भीड़ जमा हो गई थी. उनके समर्थकों ने बाइक रैली के जरिए उन्हें अंतिम विदाई दी, और सड़क पर सुपरस्टार सिंगर को भावपूर्ण अलविदा कहा.

ज़ुबिन गर्ग का जीवन और करियर

ज़ुबिन गर्ग ने गुवाहाटी के बी बरूआ कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई शुरू की थी. लेकिन म्यूजिक के प्रति उनके जुनून ने उन्हें पढ़ाई छोड़कर म्यूजिशियन और सिंगर अपनाने का रास्ता दिखाया. उन्होंने 1992 में असमिया एल्बम 'अनामिका' से अपने करियर की शुरुआत की. असम में पहले से ही एक प्रसिद्ध सांस्कृतिक हस्ती बने ज़ुबीन को देशभर में प्रसिद्धि मिली जब उनके गीत 'या अली' को 2006 की फ़िल्म गैंगस्टर में शामिल किया गया. अनुराग बसु द्वारा निर्देशित इस फ़िल्म में ज़ुबीन द्वारा गाए उनके गाने से करियर को एक नया मुकाम दिया. ज़ुबिन गर्ग ने म्यूजिक वर्ल्ड में अनगिनत गाने दिए और असम की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय और इंटरनेशनल लेवल पर बढ़ाया.

जुबिन गर्गअसम न्‍यूज
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