क्या साल 2021 की तरह इस बार भी टीम इंडिया द ओवल टेस्ट जीत जाएगी?
ओवल टेस्ट 2025 में टीम इंडिया एक बार फिर 2021 की ऐतिहासिक जीत की कहानी दोहराने के करीब है. उस समय रोहित शर्मा की शतकीय पारी और शार्दुल-बुमराह की शानदार गेंदबाज़ी ने भारत को इंग्लैंड पर 157 रनों से जीत दिलाई थी. इस बार यशस्वी जायसवाल ने वैसी ही पारी खेली है और भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा है. इंग्लैंड चौथे दिन लंच तक 164/3 पर था और मुकाबला रोमांचक मोड़ पर है.

India vs England Oval Test 2025: क्या द ओवल के मैदान पर टीम इंडिया इतिहास को दोहराने जा रही है? यह सवाल इसलिए क्योंकि इस समय तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज़ के अंतिम टेस्ट मैच में बहुत कुछ वैसा ही देखने को मिल रहा है, जैसा सितंबर 2021 में हुआ था. तब टीम इंडिया विराट कोहली के नेतृत्व में इंग्लैंड के दौरे पर थी और सीरीज़ में तब दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं और द ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट को नाटकीय अंदाज में जीतते हुए पांच मैचों की सिरीज़ में 2-1 की बढ़त हासिल की थी. सबसे बड़ी बात कि उस मैच में भी लगभग ऐसा ही हुआ था. जैसा कि इस पांचवें और निर्णायक मुक़ाबले में देखने को मिल रहा है.
द ओवल पर इस समय चल रहे पांचवें टेस्ट का स्कोरबोर्ड
- भारत: 224 और 396 रन
- इंग्लैंड: 247 और चौथे दिन 164/3 (लंच तक)
2021 के द ओवल टेस्ट में क्या हुआ था?
2021 के मैच में भी इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले भारत को बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया था. टीम इंडिया की ओर से कप्तान विराट कोहली ने अर्धशतक जमाया पर 127 रन बनने तक उसके सात बल्लेबाज़ आउट हो गए. तब शार्दुल ठाकुर ने 57 रनों की जुझारू पारी खेलते हुए टीम का स्कोर 191 तक पहुंचाया. टीम इंडिया केवल 61 ओवरों में ही ऑल आउट हो गई.
इंग्लैंड की पारी
हालांकि, इंग्लैंड की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही. बुमराह ने अपने एक ही ओवर में दो बल्लेबाज़ों को आउट कर दिया. पहले दिन का खेल ख़त्म होने तक उसने 53 रन बनाने में तीन अहम विकेट गंवा दिए. दूसरे दिन की सुबह उमेश यादव ने इंग्लैंड की आधी टीम का सफाया कर दिया. केवल 52 रन बनने तक इंग्लैंड के पांच बल्लेबाज़ पवेलियन लौट गए. पर इसके बाद ओली पोप (81 रन) ने जॉनी बेयरेस्टो (37 रन) के साथ छठे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी और सातवें विकेट के लिए मोइन अली (35 रन) के साथ 71 रनों की साझेदारी निभाई.
अंतिम विकेट के लिए क्रिस वोक्स और जिमी एंडरसन ने 35 रन जोड़े. क्रिस वोक्स ने 50 रन बनाए. इस तरह इंग्लैंड का स्कोर 290 रन पर पहुंच गया और उसे पहली पारी में 99 रनों की बढ़त मिल गई.
तब भी दो ही दिनों में पहली पारी में सिमट गई थीं दोनों टीमें
दूसरे दिन टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी में 16 ओवरों तक बल्लेबाज़ी की और बग़ैर किसी नुकसान 43 रन बना लिए. तीसरे दिन रोहित शर्मा और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े और रोहित ने चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 153 रन जोड़ दिए. राहुल ने 46 रन, तो रोहित ने 127 रन बने. यह विदेशी पिच पर रोहित का पहला टेस्ट शतक भी था, लेकिन रोहित के आउट होने के तुरंत बाद चेतेश्वर पुजारा भी 61 रन बनाकर आउट हो गए.
300 रन बनने से पहले रवींद्र जडेजा (17 रन) और अजिंक्य रहाणे (शून्य) का विकेट भी गिर गया, तो 312 के स्कोर पर कप्तान विराट कोहली (44 रन) के रूप में टीम इंडिया का छठा बल्लेबाज़ भी पवेलियन लौट गया. यहां तक लीड केवल 213 रनों की थी. यहां से निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ऋषभ पंत (50 रन) और शार्दुल ठाकुर (60 रन) ने सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई. तो जसप्रीत बुमराह (24 रन) और उमेश यादव (25 रन) ने भी बेशकीमती रन जोड़े.
इंग्लैंड के सामने था 368 रनों का लक्ष्य
दूसरी पारी में टीम इंडिया 466 के स्कोर पर ऑल आउट हुई और इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 368 रनों का लक्ष्य रखा. पर चौथे दिन इंग्लैंड ने बग़ैर किसी नुकसान के 77 रन बना लिए, तो पांचवें दिन इसके सलामी बल्लेबाज़ों ने एक ऐसे सपाट पिच पर 100 रनों की साझेदारी निभा दी जहां गेंदबाज़ों के लिए कुछ नहीं दिख रहा था, लेकिन भारत की दोनों पारियों में अर्धशतक जमाने वाले शार्दुल ठाकुर ने इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी में सेंध लगाते हुए पहली जोड़ी तोड़ दी. इसके बाद शुरू हुआ जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और रवींद्र जडेजा की तिकड़ी का कमाल.
बुमराह के नेतृत्व में उमेश और शार्दुल अपनी रिवर्स स्विंग का कमाल दिखा रहे थे तो जडेजा इंग्लिश बल्लेबाज़ों को अपनी फिरकी पर नचा रहे थे. 100 रन पर पहला विकेट गंवाने वाले इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को इन्होंने जमने का मौक़ा ही नहीं दिया और महज़ 210 रनों पर पूरी टीम आउट हो गई. इसके साथ ही टीम इंडिया 157 रनों से जीत हासिल करते हुए सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल कर ली.
द ओवल पर 50 साल बाद जीता भारत
पिच सपाट लग रही थी, इंग्लैंड ने पहली पारी में लीड भी ले ली थी. पर रोहित शर्मा की शतकीय पारी, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा के ऑलराउंड प्रदर्शन से भारत ने विशाल स्कोर खड़ा किया पर जब पांचवें दिन इंग्लैंड के ओपनर्स जम गए तो लगा कि मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है. लेकिन शार्दुल, बुमराह और उमेश की ज़बरदस्त रिवर्स स्विंग ने भारत को नाटकीय जीत दिला दी. यह टीम इंडिया को द ओवल के मैदान पर मिली केवल दूसरी जीत थी, जो उसने 1971 के बाद हासिल की थी.
कोहली और रोहित जीत के बाद क्या बोले?
मैच जीतने के बाद ख़ुद कप्तान विराट कोहली ने कहा, "रोहित की पारी शानदार थी लेकिन मध्यक्रम में शार्दुल के अर्धशतक ने बड़ा अंतर पैदा किया. इंग्लैंड हमें रोकने की कोशिश कर रहा था पर शार्दुल बल्ले से लाजवाब थे." शानदार शतकीय पारी के लिए 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' चुने गए रोहित शर्मा ने कहा, "शतक लगाना ख़ास था. हम 100 रन पीछे थे और यह भी जानते थे कि उन्हें कम से कम 370 रनों के क़रीब लक्ष्य देना है. हम उसी पर फ़ोकस कर रहे थे."
2021 में द ओवल के चौथे टेस्ट का स्कोरबोर्ड
भारत: 191 और 466 रन
इंग्लैंड: 290 और 210
क्या 2021 का कारनामा दोहराएगी टीम इंडिया?
अब क़रीब चार साल बाद यशस्वी जायसवाल ने ठीक वैसी ही बल्लेबाज़ी की है जैसी रोहित शर्मा ने 2021 में की थी. तब भारत ने 368 रनों का लक्ष्य दिया था, इस बार टीम इंडिया ने 374 रनों का लक्ष्य रखा है. तो क्या नतीजा भी टीम इंडिया के पक्ष में ही होगा? क्या एक बार फिर टीम इंडिया द ओवल के मैदान पर जीत हासिल करने में कामयाब रहेगी? इस सवाल का जवाब तो चौथे दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. टीम इंडिया के बल्लेबाज़ अपना काम कर चुके हैं, अब गेंदबाज़ों की बारी है और इसकी शुरुआत मोहम्मद सिराज ने बीते दिन ज़ैक क्राउले को बोल्ड करने के साथ ही कर दी है.