'जब राजा गिर जाता है तो शतरंज का खेल...', रोहित के सिडनी टेस्ट से बाहर होने पर ऐसा क्यों बोले सिद्धू?
रोहित शर्मा को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट से बाहर किए जाने पर पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जब किसी सीरीज के दौरान कप्तान को हटाया जाता है तो यह मनोवैज्ञानिक रूप से गलत संकेत देता है. उन्होंने कहा कि जब राजा गिर जाता है तो शतरंज का खेल खत्म हो जाता है.

Navjot Singh Sidhu: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने में रोहित शर्मा के सिडनी टेस्ट से बाहर होने पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले सीरीज से पहले या बाद में लिए जाने चाहिए. हमें अपने हीरों को नीचा दिखाने की आदत है. छह महीने पहले इस शख्स ने भारत के लिए टी20 विश्व कप जीता था.
रोहित शर्मा को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट से बाहर किए जाने पर पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब सीरीज के दौरान कप्तान को हटाया जाता है तो यह मनोवैज्ञानिक रूप से गलत संकेत देता है. उन्होंने कहा कि जब राजा गिर जाता है तो शतरंज का खेल खत्म हो जाता है.
सिद्धू ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के अंतिम टेस्ट में ऐसा नहीं होना चाहिए था. जीत या हार के लिए किसी शख्स को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
गावस्कर-शास्त्री ने रोहित के सिडनी टेस्ट से बाहर होने पर क्या कहा?
बता दें कि रोहित की जगह सिडनी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह टीम की कप्तानी कर रहे हैं, जिसके बाद से यह कयास लगाए जाने लगे कि वे अब टेस्ट में शायद कभी दिखाई न दें. उनका टेस्ट करियर लगभग खत्म हो गया है. सुनील गावस्कर ने कहा था कि रोहित के सिडनी में नहीं उतरने से यह साफ हो गया है कि अगर भारत डब्ल्यूटीसी के फाइनल में नहीं पहुंचता है तो मेलबर्न उनका आखिरी टेस्ट होगा.
रवि शास्त्री ने कहा कि अगर घरेलू सत्र चालू सत्र होता तो रोहित आगे खेलने के बारे में सोच सकते थे, लेकिन अब मुझे लगता है कि वे सिडनी टेस्ट के बाद संन्यास ले लेंगे. वे युवा नहीं हैं. बहुत से प्रतिभाशाली खिलाड़ी टीम में एंट्री पाने की दहलीज पर हैं. यह एक कठिन फैसला है. फिर भी सभी को एक दिन यह फैसला लेना होगा.
रोहित शर्मा ने क्या कहा?
रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि हमें जीत की जरूरत है. मेरे बल्ले से रन नहीं आ रहे थे. मैं फॉर्म में नहीं हूं. इसलिए मैंने खुद से सिडनी टेस्ट से बाहर होने का फैसला किया. कोच और चयनकर्ताओं ने मेरे फैसले का समर्थन किया. मेरे लिए मैच से हट जाना जरूरी था.
'मैं खेल से दूर नहीं जा रहा हूं'
रोहित ने संन्यास के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि मैं इस बात पर विश्वास नहीं करता कि पांच महीने बाद क्या होगा. मैं वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं. मैच से बाहर होने का मतलब संन्यास का फैसला नहीं है. मैं खेल से दूर नहीं जा रहा हूं. इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि पांच महीने बाद भी मैं रन नहीं बना पाऊंगा.
'दो बच्चों का बाप हूं'
भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि कोई भी शख्स यह तय नहीं कर सकता कि मुझे कब संन्यास लेना चाहिए. मैं समझदार हूं. दो बच्चों का बाप हूं. मैं जानता हूं कि मुझे जीवन में क्या चाहिए.