रेड बॉल क्रिकेट मेरा जुनून, पर सेलेक्टर्स से जवाब नहीं मिला- अजिंक्य रहाणे को टेस्ट में चाहिए एक और मौक़ा
टीम इंडिया के पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट उनका जुनून है, लेकिन चयनकर्ताओं ने जुलाई 2023 के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. रहाणे ने चयनकर्ताओं से संपर्क करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. फिलहाल उनका फोकस घरेलू क्रिकेट पर है. उन्होंने रणजी और आईपीएल में मजबूत प्रदर्शन किया है और टेस्ट टीम में एक और मौका चाहते हैं, खासकर करुण नायर की खराब फॉर्म को देखते हुए.

आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी कर रहे और टीम इंडिया के लिए 85 टेस्ट मैच खेल चुके अजिंक्य रहाणे पिछले दो सालों से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं. लेकिन उन्होंने रेड-बॉल (टेस्ट क्रिकेट) के प्रति अपने जुनून को बार-बार दोहराते रहे हैं भले ही चयनकर्ताओं ने जुलाई 2023 के बाद कोई मौक़ा नहीं दिया है. लॉर्ड्स के मैदान पर शतक जमा चुके रहाणे बीते दिन लंदन में थे. उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान इस मैच का प्रसारण कर रहे ब्रॉडकास्टर्स के साथ बातचीत में बोले, "मुझमें टेस्ट क्रिकेट खेलने के प्रति बहुत जुनून है. और मैं इस वक़्त अपने क्रिकेट को इन्जॉय कर रहा हूं."
लंदन में अपनी मौजूदगी पर रहाणे ने बताया कि वो केवल कुछ दिनों के लिए वहां गए हैं. उन्होंने कहा, "मैं अपने ट्रेनर और ट्रेनिंग कपड़े के साथ यहां आया हूं ताकि ख़ुद को फ़िट रख सकूं. हमारा घरेलू सीज़न शुरू हो रहा है, लिहाजा तैयारियां अभी-अभी शुरू हुई हैं." जब उनसे टीम में वापसी को लेकर चुनौतियों के बारे में पूछा गया तो रहाणे ने इसकी वजह विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद टीम मैनेजमेंट के युवा खिलाड़ियों पर ज़ोर देने को बताया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "जो चीज़ें मेरे बस में हैं मैं उन पर ही फ़ोकस करता हूं."
विराट कोहली के संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल ने टेस्ट टीम में नंबर-4 की पोजिशन ले ली है. इंग्लैंड में केएल राहुल के साथ यशस्वी जायसवाल पारी की शुरुआत कर रहे हैं जबकि शुभमन गिल नंबर-4 और ऋषभ पंत नंबर-5 पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं. इसके बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर और फिर गेंदबाज़ों का नंबर आता है.
नंबर-3 पर करुण नायर का लचर प्रदर्शन
इंग्लैंड ने ये सभी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लिहाजा आने वाले वक़्त में इन्हें टीम में मौक़ा मिलना तय है. वहीं नंबर-3 पर करुण नायर का अब तक खेले गए तीन टेस्ट मैचों में प्रदर्शन औसत से भी कम रहा है. उनके बल्ले से एक अर्धशतक भी नहीं आया है. करुण ने अब तक इस दौरे पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 0 , 20 , 31 , 26, 40 और 14 रनों समेत 23.40 की औसत से कुल 117 रन बनाए हैं. रहाणे को यह पता है और बहुत संभव है कि उनकी नज़र उसी नंबर-3 पर टिकी हैं.
रहाणे का फ़ोकस घरेलू क्रिकेट पर
हालांकि इस बातचीत के दौरान रहाणे ने कहा कि भले ही वो टीम इंडिया में वापसी करना चाहते हैं पर इस समय उनका फ़ोकस घरेलू क्रिकेट पर है. टेस्ट टीम में जगह गंवाने के बाद रहाणे ने लगातार दो रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में मुंबई की कप्तानी की है. उनके नेतृत्व में मुंबई 2023-24 में 42वीं बार रणजी ट्रॉफ़ी चैंपियन बनी तो 2024-25 में उपविजेता रही. वो सैयद मुश्ताक़ अली (टी20) जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा भी थे.
2024-25 के रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में रहाणे ने एक शतक और एक अर्धशतक समेत 14 पारियों में 35.92 की औसत से 467 रन बनाए. वहीं आईपीएल 2025 में रहाणे ने अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से 147.27 के स्ट्राइक रेट से सबसे अधिक 390 रन बनाए पर उनकी टीम ने टूर्नामेंट में निराशाजनक प्रदर्शन किया, 10 टीमों में आठवें पायदान पर रही.
सेलेक्टर्स पर क्या बोले रहाणे?
रहाणे ने बताया कि उन्होंने चयनकर्ताओं से बात करने की कोशिश भी की थी लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. रहाणे बोले, "मेरे लिए, जो मेरे नियंत्रण में होता है मैं उसी पर फ़ोकस करता हूं. सच कहूं तो, मैंने चयनर्ताओं से बात करने की कोशिश भी की, लेकिन उन चीज़ों को बतौर एक खिलाड़ी मैं नियंत्रित नहीं कर सकता हूं. मुझे उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. एक खिलाड़ी के रूप में मैं केवल क्रिकेट खेल सकता हूं, मैं क्रिकेट एन्जॉय कर रहा हूं, अपना बेहतरीन योगदान दे सकता हूं. मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है. रेड बॉल से खेलना पसंद है, यह मेरा जुनून है. खेल के प्रति प्यार ही मुझे आगे बढ़ाता है."
रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया मेलबर्न, ब्रिसबेन टेस्ट जीती
अजिंक्य रहाणे ने मार्च 2013 से जुलाई 2023 तक भारत के लिए 85 टेस्ट मैचों में 12 शतकों 26 अर्धशतकों की बदौलत 38.46 की औसत से 5077 रन बनाए हैं. रहाणे को छह टेस्ट मैचों में कप्तानी का मौक़ा भी मिला और उन्होंने उनमें से चार में जीत दिलाई. उनके नेतृत्व में भारत एक भी मैच नहीं हारा है. सबसे बड़ी बात ये कि उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने मेलबर्न और ब्रिसबेन के मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को पटखनी दी थी. वहीं रहाणे ने अपने 12 में से 9 शतक विदेशी धरती पर जमाए हैं.