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कमबैक नहीं, जुनून है... शमी ने 2 मैचों में चटकाए 15 विकेट, सेलेक्टर्स को भेजा मजबूत संदेश; क्या अब भी नजरअंदाज किया जा सकता है?

रणजी ट्रॉफी में मोहम्मद शमी ने दो मैचों में 15 विकेट झटककर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने गुजरात के खिलाफ 38 रन देकर 5 विकेट लिए, जिससे बंगाल को 141 रन से जीत मिली. शमी ने कहा कि बंगाल के लिए खेलना 'कमबैक नहीं, जुनून' है. चोटों और सर्जरी के बाद लौटे इस दिग्गज पेसर ने अब सेलेक्टर्स को अपने प्रदर्शन से सीधा संदेश दे दिया है कि वह भारत की टेस्ट टीम में वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

कमबैक नहीं, जुनून है... शमी ने 2 मैचों में चटकाए 15 विकेट, सेलेक्टर्स को भेजा मजबूत संदेश; क्या अब भी नजरअंदाज किया जा सकता है?
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( Image Source:  @xtratimeindia )

Mohammed Shami Bengal Ranji performance: भारतीय तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को याद दिलाया है कि वह अब भी भारत के सबसे घातक पेसरों में से एक हैं. रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से खेलते हुए शमी ने दो मुकाबलों में 15 विकेट झटककर धमाकेदार प्रदर्शन किया है. गुजरात के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेले गए मुकाबले में शमी ने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर 141 रन की शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई.

पहली पारी में 3 विकेट लेने के बाद शमी ने दूसरी पारी में 10 ओवर में 38 रन देकर 5 विकेट चटकाए, जिससे गुजरात की टीम 327 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 185 पर सिमट गई. इससे पहले उत्तराखंड के खिलाफ पहले मैच में उन्होंने 7 विकेट झटके थे. इस प्रदर्शन के साथ वह इस सीजन के टॉप विकेट-टेकर चार्ट में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. केवल जम्मू-कश्मीर के औक़िब नबी दर (17) और सर्विसेज़ के अर्जुन शर्मा (16) उनसे आगे हैं.

शमी बोले- कमबैक नहीं, जुनून है

मैच के बाद जब मीडिया ने उनके प्रदर्शन को ‘कमबैक’ करार दिया, तो शमी ने मुस्कुराते हुए कहा , “जब आप इसे ‘कमबैक’ मैच कहते हैं, तो मुझे समझ नहीं आता. शायद आप ऐसा पिछले साल कह सकते थे. बंगाल के लिए खेलना मेरे दिल से जुड़ा है, यह कभी कमबैक नहीं होता.”

“अगर मैं बोल दूंगा तो बवाल हो जाएगा”

शमी ने आगे कहा कि मीडिया हमेशा उन्हें विवादों में घसीटती है. उन्होंने कहा, “मैं हमेशा किसी न किसी विवाद में रहता हूं. आप लोगों ने मुझे ऐसा गेंदबाज बना दिया है. अगर मैं बोल दूंगा तो बवाल हो जाएगा.” सोशल मीडिया पर चलने वाली चर्चाओं पर भी शमी ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “आजकल हर कोई कुछ भी कह देता है. मैं किसी को दोष नहीं देता, यही सिस्टम बन गया है. हमें बस अपने काम पर ध्यान देना चाहिए- जो किस्मत में लिखा है, वही होगा. सफलता और असफलता जिंदगी का हिस्सा हैं.”

चोटों से उबरकर की शानदार वापसी

शमी ने पिछले साल वर्ल्ड कप 2023 के बाद एड़ी की सर्जरी (Achilles tendon surgery) कराई थी. इसके बाद उन्होंने लंबा रिहैब किया और अब घरेलू क्रिकेट में पूरी फिटनेस के साथ लौटे हैं. वह 2023 में भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) में खेले थे. शमी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी हिस्सा लिए थे. वहीं, 2023 वर्ल्डकप में उन्होंने 7 मैचों में 24 विकेट लेकर भारत को फाइनल तक पहुंचाया था. हालांकि, बाद में उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से बाहर रखा गया क्योंकि उनका घुटना पूरी तरह ठीक नहीं था. अब दो रणजी मैचों में लगातार धारदार गेंदबाजी के बाद शमी ने फिर से सेलेक्टर्स को अपनी मौजूदगी का एहसास करा दिया है.

शमी का सेलेक्टर्स को सीधा जवाब

हाल ही में बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने कहा था कि शमी को भारतीय टीम में वापसी से पहले 'थोड़ा और गेम टाइम' चाहिए. इस पर शमी ने जवाब दिया था, “उन्हें जो कहना है कहने दीजिए. आपने देखा है मैं कैसे गेंदबाजी कर रहा हूं. सब कुछ आपकी आंखों के सामने है.” अब उनके ये आंकड़े खुद बोल रहे हैं- 2 मैच, 15 विकेट, औसत 12.3, और हर पारी में विपक्षी टीम के बल्लेबाजों पर हावी प्रदर्शन.

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