IPL को अब खत्म कर देना चाहिए... ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने क्यों की यह मांग? PSL पर भी दिया बड़ा बयान
ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने IPL और PSL को बंद करने की सलाह दी है, खासकर भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि में... उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी को भी खेलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए. उनका मानना है कि टूर्नामेंट को खत्म कर देना चाहिए या फिर स्थानांतरित कर देना चाहिए, भले ही इससे आर्थिक नुकसान हो.

Mitchell Johnson statement on IPL 2025: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने हाल ही में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) को अब समाप्त कर देना चाहिए. उन्होंने खिलाड़ियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि किसी को भी जबरन टूर्नामेंट में लौटने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.
जॉनसन ने अपने कॉलम में लिखा, "क्रिकेट अब भले ही बड़े पैसों का खेल बन गया हो, लेकिन अंततः यह सिर्फ एक खेल है. हालिया घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है."
'खिलाड़ियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए'
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि IPL और PSL जैसे टूर्नामेंटों को या तो समाप्त कर देना चाहिए या फिर स्थानांतरित कर देना चाहिए. हालांकि, इससे वित्तीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों की भलाई और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
'खेल को लेकर जुनून बना हुआ है'
जॉनसन ने कहा कि खेल में शामिल सभी लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल जरूरी है. प्राथमिकता हमेशा उन लोगों की भलाई होनी चाहिए, जो इन आयोजन में भाग लेते हैं या शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि क्रिकेट फैन्स के लिए गर्व और एकता का सोर्स है. मौजूदा स्थिति से पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद खेल को लेकर जुनून बना हुआ है.
17 मई से फिर शुरू हो रहा IPL 2025
इससे पहले, IPL 2025 को भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के कारण एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया गया था. हालांकि, अब टूर्नामेंट 17 मई से फिर से शुरू होने जा रहा है, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों की वापसी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और अन्य बोर्ड्स अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. जॉनसन के बयान ने क्रिकेट जगत में खिलाड़ियों की सुरक्षा और टूर्नामेंटों की निरंतरता को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है.