जब रन बरसे तो हदें टूटीं... दो विकेटकीपर कप्तानों की बाज़ी में पंत को जितेश का पंच, RCB ने टॉप- 2 में लगाया जंप
लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आईपीएल लीग मैच में ऋषभ पंत ने धमाकेदार शतक (118*) और मिचेल मार्श के साथ 152 रन की साझेदारी कर 227 रन बनाए. जवाब में विराट कोहली के अर्धशतक के बाद जितेश शर्मा (85*) ने मयंक के साथ 107 रन की साझेदारी कर RCB को जीत दिलाई. दो विकेटकीपरों की इस जंग में बाज़ी जितेश ने मारी.

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बीती रात रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) और लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के बीच आईपीएल के लीग मैच का आखिरी मुक़ाबला खेला जा रहा था. पिछले 13 मैचों से जैसा ये टीमें खेल रही थीं उसके आधार पर यह उम्मीद की जा रही थी कि विराट कोहली, फिल सॉल्ट, मिचेल मार्श और निकोलस पूरन रनों का अंबार लगाएंगे. लेकिन यहां वो नज़ारा देखने को मिला जिसे पिछले कई हफ़्ते से पूरा भारत देखना चाहता था.
पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी लखनऊ की टीम का जब पहला विकेट तीसरे ओवर में गिरा तो निकोलस पूरन की जगह ऋषभ पंत पिच पर आए. मैच देखने वाले क्रिकेट के जानकारों को तब लगा होगा कि पंत जल्द ही आउट हो कर लौट जाएंगे. हो भी क्यों न, पिछली 12 पारियों में ऋषभ ने केवल 151 रन बनाए थे.
पंत अलग मूड में थे
लेकिन पंत इस मैच में कुछ अलग ही मूड में थे. पहली तीन गेंदों पर तीन रन बनाने के बाद पंत का बल्ला अचानक गरजने लगा. दूसरे छोर से मिचेल मार्श भी रन बरसाने लगे. आखिरकार पंत के बल्ले से सीज़न के आखिरी मैच में शतक आया और वो भी केवल 54 गेंदों पर. पंत ने अपनी इस पारी में स्लॉग स्वीप, स्ट्रेट ड्राइव, स्कवायर कट जैसे क्रिकेट के कई बेहतरीन शॉट्स का मुज़ाहिरा किया तो कई ऐसे शॉट्स भी जमाए जो क्रिकेट की बुक से बिल्कुल अलग थे. अपनी पारी में पंत कभी एक हाथ से मिडविकेट पर छक्का जमाते दिखे, तो कभी घुटनों पर बैठ कर डीप फ़ाइन लेग पर गेंद खेलते दिखे, तो कभी पैरों पर उचककर अपर कट मारते दिखे. पर पंत का बल्ला जब भी चलता है तो ऐसे अबूझ शॉट पहले भी देखने को मिलते रहे हैं. पंत ने नाबाद 118 रन बनाए जो इस सीज़न का दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है. शतक जमाने के बाद पंत ने जो जश्न मनाया उसका वीडियो तुरंत ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
इंग्लैड दौरे से पहले सुकून देने वाला शतक
इस सीज़न में शतक जमाने वाले पंत 9वें बल्लेबाज़ बने. वहीं यह पंत के आईपीएल करियर का दूसरा शतक है. महज 61 गेंदों पर आठ छक्के, 11 चौके जमा कर पंत अंत तक आउट नहीं हुए. मिचेल मार्श के साथ उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 152 रनों की साझेदारी निभाई, जो लखनऊ के लिए एक नया रिकॉर्ड है. पंत इस पूरे सीज़न अपने बल्ले से ख़ामोश रहे पर इस शतक से उन्होंने अहसास करा दिया कि आखिर उनके लिए लखनऊ ने 27 करोड़ रुपये क्यों खर्च किए. इंग्लैंड दौरे से पहले पंत का यह शतक उनका आत्मविश्वास बढ़ाने और टीम इंडिया को सुकून देने वाली ख़बर है. पंत और मार्श की दमदार पारियों की बदौलत लखनऊ ने 20 ओवरों में तीन विकेट पर 227 रन बनाए.
हाफ़ सेंचुरी के बाद विराट आउट हो गए, फिर...
आरसीबी की पारी में ओपनर्स विराट कोहली और फिल सॉल्ट अपने चिर-परिचित अंदाज में ताबड़तोड़ रन बनाने लगे. 5.3 ओवरों में स्कोरबोर्ड पर 61 रन जुट गए थे लेकिन अगली ही गेंद पर फिल सॉल्ट आउट हो गए. उसके बाद आए रजत पाटीदार कुछ देर टिके. अभी विराट के साथ उन्होंने 29 रन और जोड़े ही थे कि 90 के स्कोर पर पहले पाटीदार और फिर लिविंग्सटन आउट हो गए. यहां पिच पर आए मयंक अग्रवाल जो देवदत्त पड्डिकल के चोटिल होने पर टीम में शामिल किए जाने के बाद केवल दूसरा मैच खेल रहे थे. मयंक ने यहां से जिस तरह विकेट का एक किनारा थाम लिया उसकी तारीफ़ करनी होगी. वे रुक रुक कर बड़े शॉट्स जमाने लगे. इस दौरान एक ओवर में लगातार तीन चौके भी जमाए. लेकिन 123 के स्कोर पर विराट कोहली भी अर्धशतक जमाने के बाद आउट हो गए. कोहली ने इस दौरान आरसीबी के लिए 9000 रन पूरे किए. उनके ये रन आईपीएल और चैंपियंस लीग टी20 में बने हैं.
विराट के आउट होने के बाद आरसीबी मुश्किल में दिख रही थी क्योंकि चार दिन पहले ही हैदराबाद के ख़िलाफ़ उसका मिडिल और लोअर ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया था. तब 231 रन का पीछा कर रही आरसीबी ने 173 रन बनाने तक केवल तीन विकेट गंवाए थे. इसके बाद उसका मध्यक्रम चरमरा गया और उसके सात बल्लेबाज़ महज़ 16 रन ही जोड़ सके थे. पर इस मैच में आरसीबी के विकेटकीपर कप्तान ने अपने मजबूत इरादे दिखाए और वैसा कुछ नहीं होने दिया.
जितेश ने जीती दो विकेटकीपर कप्तानों की बाज़ी
इस मुक़ाबले से पहले आरसीबी ने टीम के बैटिंग कोच और मेंटर दिनेश कार्तिक का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वो टीम के टॉप- 2 में पहुंचने की बात कह रहे थे. कार्तिक ने कहा कि "हम इसके लिए बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं." उस कड़ी मेहनत का नतीजा साफ़ तौर पर तब मैदान में दिखा जब विराट, फ़िल सॉल्ट, पाटीदार और लिविंग्स्टन आउट हो कर लौट चुके थे और स्कोरबोर्ड पर 123 रन टंगे थे. पिच पर आते ही आरसीबी के कप्तान जितेश ने अपने नाम के अनुरूप खेलना शुरू. (जितेश का अर्थ जीत के परमेश्वर होता है).
पहली गेंद पर ही चौका जमाया. आवेश ख़ान, शाहबाज़ अहमद और विल ओ'रुर्के को ख़ास तौर पर निशाना बनाया. 17वें ओवर में दिग्वेश राठी की पहली गेंद पर छक्का जमा कर जितेश ने केवल 22 गेंदों पर आईपीएल का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. इसके बाद इस मैच का वो मोमेंट आया जब दिग्वेश राठी ने जितेश को नॉन स्ट्राइकर छोर पर आउट करने की कोशिश की लेकिन थर्ड अंपायर ने आउट नहीं दिया. पंत की तरह जितेश के लिए भी यह सीज़न अब तक सूखा ही था लेकिन इस मैच वो अंत तक आउट नहीं हुए. 33 गेंदों पर नाबाद 85 रन बनाए और पांचवें विकेट के लिए मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर 107 रनों की नाबाद साझेदारी निभाई और अपनी टीम को टॉप- 2 में पहुंचा दिया.