INDvsENG: इंग्लैंड में उतरते ही जमाई सेंचुरी, क्या दमदार ओपनिंग का सूखा होगा ख़त्म, विदेशी पिचों से केएल राहुल का क्या है कनेक्शन?
इंग्लैंड दौरे पर केएल राहुल ने इंडिया 'ए' की ओर से सेंचुरी जड़कर बतौर ओपनर अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है. हालांकि उनका टेस्ट करियर अस्थिरता से भरा रहा है, खासकर विदेशी पिचों पर. 58 टेस्ट में 3257 रन और 8 शतक के बावजूद उनका औसत महज 33.58 है. राहुल को आगामी इंग्लैंड टेस्ट सिरीज़ में बेहतर प्रदर्शन करना होगा क्योंकि उनके पास खुद को साबित करने का ये सुनहरा मौका है, वरना युवा विकल्प तैयार बैठे हैं.
इंग्लैंड के साथ पांच टेस्ट मैचों की सिरीज़ 20 जून से शुरू हो रही है. इस बीच आईपीएल 2025 में 539 रन बना कर फ़ॉर्म में चल रहे केएल राहुल ने इंग्लैंड जाते ही सेंचुरी जमा दी है. इसके साथ ही उन्होंने बतौर ओपनर प्लेइंग इलेवन में बने रहने के अपने दावे को मज़बूत किया है. राहुल ने इंडिया 'ए' की तरफ़ से इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ 116 रनों की पारी खेली. वहीं पिछले अभ्यास मैच में फ़िफ़्टी बनाने वाले ध्रुव जुरेल ने फिर अर्धशतक (52 रन) जमाया, तो पिछले मैच के शतकवीर करुण नायर ने 40 रन बनाए.
अब जबकि इंग्लैंड टेस्ट सिरीज़ शुरू होने में दो हफ़्ते से भी कम का समय रह गया है तो प्लेइंग इलेवन में बतौर ओपनर्स किसे उतारना है, इस पर सबकी नज़र बनी हुई है. टीम मैनेजमेंट के लिए यह एक मुश्किल काम होगा क्योंकि पिछली विदेशी टेस्ट सिरीज़ (ऑस्ट्रेलियाई दौरे) में जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में खेले गए पहले टेस्ट को छोड़ कर भारतीय ओपनर्स अगले चार टेस्ट मैचों में अच्छी शुरुआत देने से चूक गए थे. तब पहले टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल के बीच 201 रनों की साझेदारी हुई थी. राहुल ने 77, यशस्वी ने 161 और विराट ने नाबाद 100 रन बनाए थे. इनकी बदौलत भारत ने विशाल 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. जिसके जवाब में पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 238 रन बना कर आउट हो गई थी और भारत ने 295 रनों से मैच जीत कर टेस्ट सिरीज़ की शानदार शुरुआत की थी.
लेकिन इसके बाद के चार मैचों की आठ पारियों में पहले विकेट के लिए 0, 12, 4, नाबाद 8, 8, 25, 11 और 42 रनों की साझेदारी हुई. भारत अगले चार में से तीन टेस्ट हार गया तो इसके पीछे अच्छी शुरुआत नहीं मिलना भी एक वजह रही. तो क्या केएल राहुल ने इंग्लैंड में पहले ही मैच में जिस तरह की बल्लेबाज़ी की है उससे ये उम्मीद करनी चाहिए कि टेस्ट सिरीज़ में भी उनका बल्ला चलेगा और भारत की ओपनिंग की लंबे समय से चली आ रही समस्या का निदान हो जाएगा?
ओपनर केएल राहुल vs सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर
2014 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉक्सिंग डे मैच से केएल राहुल ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. पिछले साढ़े दस सालों से वो क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन इस 33 वर्षीय बल्लेबाज़ का बैटिंग पोजिशन अब तक फ़िक्स नहीं हुआ है. हालांकि, अब जबकि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है तो इस बात की पूरी संभावना है कि वो बतौर ओपनर यशस्वी जायसवाल के साथ इंग्लैंड सिरीज़ में दिखें. 58 टेस्ट मैच खेल चुके केएल राहुल ने टेस्ट मैचों में आठ शतकों समेत कुल 3257 रन बनाए हैं. उनका औसत महज़ 33.58 का है.
अगर इसकी तुलना भारत के कुछ अच्छे टेस्ट ओपनर्स से की जाए तो सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे नाम सहज रूप से आते हैं. 125 टेस्ट में 10122 रन बनाने वाले दिग्गज़ ओपनर सुनील गावस्कर का औसत 51.12 है. तो 104 टेस्ट मैचों में वीरेंद्र सहवाग ने 8586 रन बनाए और उनका औसत भी 49.34 का रहा. ख़ुद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने भी केएल राहुल के समान ही अपने टेस्ट करियर में कुल 58 टेस्ट मैच ही खेले थे. उन्होंने 9 शतक समेत 41.96 की औसत से 4154 बनाए थे. हालांकि टेस्ट की तीन पारियों को छोड़कर गंभीर सभी मैचों में बतौर ओपनर उतरे थे. अब अगर केएल राहुल की 58 टेस्ट मैचों की 101 पारियों को देखें तो उन्होंने इनमें से 83 पारियों में ओपनिंग की है और उनके आठ में से सात शतक इसी पोजिशन पर खेलते हुए आए हैं, पर इस पोजिशन पर उनका औसत महज़ 35.04 रहा है.
विदेशी पिचों पर राहुल का प्रदर्शन कैसा?
बात विदेशी पिचों पर केएल राहुल के प्रदर्शन को लेकर करें तो पहले यह बता दूं कि केएल राहुल ने भारतीय पिचों की तुलना में विदेशी धरती पर अधिक मैच खेले हैं. बेशक केएल राहुल ने 58 में से 38 टेस्ट विदेशी पिचों पर खेले हैं पर वहां उनका औसत महज़ 31 का रहा है. इनमें से पांच टेस्ट श्रीलंका और दो टेस्ट बांग्लादेश में भी खेले गए हैं. ऑस्ट्रेलिया में 10 मैचों में केएल राहुल ने एक शतक के साथ 25.72 की औसत से 463 रन, तो इंग्लैंड में खेले गए 9 टेस्ट में दो शतकों समेत 34.11 की औसत से 614 रन बनाए हैं. विदेशी धरती पर उनका सबसे बढ़िया प्रदर्शन वेस्टइंडीज़ में हुआ है. जहां उन्होंने 48.14 की औसत से पांच टेस्ट की सात पारियों में 337 रन बनाए हैं.
दक्षिण अफ़्रीका के साथ सभी सात टेस्ट केएल राहुल ने उन्हीं की सरज़मीं पर खेले हैं. वहां 13 पारियों में दो शतकों समेत 28.38 की औसत से 369 रन बनाए हैं. राहुल ने अपना आखिरी टेस्ट शतक भी दिसंबर 2023 में दक्षिण अफ़्रीका में ही जमाया था. हालांकि उसके बाद से वो 10 टेस्ट मैच खेल चुके हैं पर शतक का सूना बना हुआ है.
पिछली ऑस्ट्रेलियाई सिरीज़ में राहुल का प्रदर्शन
2024-25 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्हें सभी पांच टेस्ट मैचों में मौक़ा दिया गया. वो 10 पारियों में बल्लेबाज़ी करने उतरे पर पर्थ में 77 और ब्रिसबेन में 84 रनों की पारी के अलावा उनके बैट ने कोई ख़ास करामात नहीं किया. तब राहुल ने महज़ 30.67 की औसत से केवल 276 रन बनाए. मेलबर्न छोड़ कर उन्होंने अन्य सभी चार टेस्ट मैचों में यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत की. अंतिम पांच पारियों में उनके स्कोर नाबाद 4, 24, 0, 4 और 13 रन रहे. इनका औसत देखें तो यह महज़ 9 रन प्रति पारी होता है. यहां यह भी बताना ज़रूरी है कि केएल राहुल को 2019 से 2023 के बीच केवल 15 टेस्ट मैच खेलने का मौक़ा मिला था. इसकी वजह 2018 में उनका औसत प्रदर्शन रहा. 2018 में राहुल को (एक साल में उनके करियर के सबसे अधिक) 12 टेस्ट मैच खेलने का मौक़ा मिला लेकिन तब वो केवल 22.28 की औसत से 468 रन ही बना पाए थे. उनके टेस्ट करियर का सबसे सुनहरा साल 2016 था. तब उन्होंने 59.88 की औसत से 539 रन जोड़े थे. वहीं बीते साल (2024 में) उनके बल्ले से 9 मैच में 493 रन आए हैं.
सजग रहें राहुल, टीम इंडिया में उनके विकल्प मौजूद
रोहित शर्मा और विराट कोहली की ग़ैर मौजूदगी में भारत को एक स्थिर बैटिंग लाइनअप की तलाश है. ऐसे में बतौर ओपनर केएल राहुल को अपने प्रदर्शन में भी स्थिरता लानी होगी. उम्मीद है कि कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल, केएल राहुल के ओपनिंग पोजिशन को बरकरार रखना चाहेंगे. बेशक उन्होंने इंग्लैंड में शतक के साथ शुरुआत की है पर क्या वो टेस्ट मैचों में भी अपना यह प्रदर्शन जारी रख पाएंगे? इस सवाल का जवाब तो आगामी सिरीज़ में ही मिलेगा. उन्हें पूरी कोशिश करनी होगी वरना युवा क्रिकेटर्स की खेप तैयार है. करुण नायर तो लंबे समय से इंतज़ार में बैठे ही हैं और इस वक़्त टीम इंडिया में साई सुदर्शन जैसे युवा विकल्प भी मौजूद हैं जो कप्तान गिल के साथ आईपीएल18 में अपने बल्ले की नुमाइश दिखा चुके हैं.





