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एजबेस्टन टेस्ट भारत के नियंत्रण में, क्या इंग्लैंड को 10 साल बाद फ़ॉलोऑन के लिए मजबूर होना पड़ेगा?

एजबेस्टन टेस्‍ट में टीम इंडिया पूरी तरह हावी दिख रही है. शुभमन गिल की ऐतिहासिक 269 रन की पारी और तेज़ गेंदबाज़ों के दमदार प्रदर्शन ने इंग्लैंड को संकट में डाल दिया है. दूसरे दिन का खेल खत्‍म होने तक इंग्लैंड 77/3 पर सिमटा रहा और भारत से अब भी 510 रन पीछे है. अगर इंग्लैंड का मिडिल ऑर्डर जल्‍दी टूटता है, तो 10 साल बाद फिर से उसे फ़ॉलोऑन का सामना करना पड़ सकता है.

एजबेस्टन टेस्ट भारत के नियंत्रण में, क्या इंग्लैंड को 10 साल बाद फ़ॉलोऑन के लिए मजबूर होना पड़ेगा?
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( Image Source:  ANI )
अभिजीत श्रीवास्तव
By: अभिजीत श्रीवास्तव

Updated on: 4 July 2025 12:19 PM IST

टेस्ट क्रिकेट में तेज़ गेंदबाज़ी पूरी तरह लाइन और लेंथ पर निर्भर करती है. बॉलिंग की अपनी ताक़त पर टिके रह कर ऑफ़ स्टंप पर लगातार गेंद डालते रहें, इंतज़ार करें कि बल्लेबाज़ ग़लती करेगा. आपको विकेट ज़रूर मिलेंगे. गेंदबाज़ी के कुछ यही गूढ़ मंत्र आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन टी ब्रेक के बाद अपनाया और इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर के दो बल्लेबाज़ उनकी लगातार दो गेंदों पर आउट हो गए.

इसके लिए आकाश दीप को बहुत इंतज़ार नहीं करना पड़ा. पहले ओवर में उन्होंने फ़ुल लेंथ गेंद डालीं लेकिन इंग्लैंड के ओपनर ज़ाक क्राउले ने दो शानदार चौके जड़ दिए. दूसरे ओवर में आकाश दीप उसी लेंथ पर टिके रहे और बेन डकेट ने उनकी गेंद स्लिप में खड़े भारतीय कप्तान शुभमन गिल के पास पहुंचा दिया, जहां गिल ने डाइव लगाते हुए एक बेहतरीन कैच लपका. अब आकाश के सामने नए बल्लेबाज़ ओली पोप थे. दीप ने उन्हें पहली गेंद उसी लाइन पर डाली. पोप पहली ही गेंद पर एक बढ़िया शॉट जमाना चाहते थे. उन्होंने गेंद को ऑफ़ स्टंप पर फ़्लिक करने की कोशिश. लेकिन गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए वो दूसरी स्लिप में खड़े केएल राहुल के हाथों तक पहुंच गई. राहुल के हाथों से टकरा कर गेंद हवा में फिर उछल गई थी लेकिन उन्होंने दूसरे प्रयास में उसे लपक लिया.

तीसरे ओवर में ही इंग्लैंड का स्कोर 13/2 हो गया. अभी 12 रन और जुड़े थे कि मैच के सातवें ओवर की पहली गेंद पर मोहम्मद सिराज ने क्राउली को चलता कर दिया. यह गेंद अच्छी लेंथ के साथ फुलर साइड पर थी जो ऑफ़ स्टंप के बाहर की ओर स्विंग हो रही थी. क्राउले गेंद को पुश करना चाहते थे. पर गेंद उनके बैट से टकराने के बाद सीधे दूसरी स्लिप में खड़े करुण नायर के हाथों में जा गिरी.

गिल के प्रदर्शन से भारत के नियंत्रण में आया एजबेस्टन टेस्ट

शुभमन गिल की शानदार बल्लेबाज़ी के बाद भारतीय टीम की मज़बूत गेंदबाज़ी ने एजबेस्टन टेस्ट में भारत को बहुत अच्छी स्थिति में ला खड़ा किया है. दूसरे दिन का खेल ख़त्म होने तक इंग्लैंड का स्कोर 77/3 रहा और अब भी वो भारत के स्कोर से 510 रन पीछे हैं. हालांकि मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़ेंस के दौरान इंग्लैंड के बॉलिंग कोच जीतन पटेल ने गिल के मास्टरक्लास इनिंग्स की सराहना करने के साथ ही मैच को लेकर इंग्लैंड के सकारात्मक रुख़ की बात की. उन्होंने कहा कि "हमें 100 फ़ीसद उम्मीद है कि हम ये मैच जीत सकते हैं. तेज़ स्कोरिंग वाले मैदान पर आप कभी नहीं जानते..." वहीं रवींद्र जडेजा ने शुभमन गिल के रिकॉर्ड 269 रनों की पारी के बारे में कहा कि, "वो कहीं से ऐसा नज़र नहीं आ रहे कि उन्हें एक नई ज़िम्मेदारी मिली है. उनमें बहुत आत्मविश्वास दिख रहा है. इस मैच में तो ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वो आउट होंगे पर दुर्भाग्य से वो कैच उछला (जिस पर गिल आउट हुए). बहुत ही बढ़िया पारी खेली." कप्‍तान शुभमन गिल पहले दिन शतक जमा कर नॉट आउट थे. दूसरे दिन उन्होंने अपने शतक को रिकॉर्ड 269 रन में बदल दिया. इस दौरान उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े जिसमें 1979 के बाद से इंग्लैंड की धरती पर किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ का बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर भी शामिल है.

पिच पर गिल से लंबी साझेदारी की बात हुई

जडेजा ने बताया कि जब वो गिल के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो दोनों बढ़िया साझेदारी के बारे में ही बात कर रहे थे कि लंबी पारी खेलनी है. गिल और जडेजा 211 रन के स्कोर पर आधी भारतीय टीम के आउट होने के बाद स्कोर 414 रन तक साथ ले गए. यहां जडेजा अभाग्यशाली रहे, अपने पांचवें टेस्ट शतक से चूके, 89 रन की दमदार पारी खेल कर आउट हुए. गिल जब 199 पर थे तब कुछ देर उन्हें इंतज़ार करना पड़ा क्योंकि वाशिंगटन सुंदर दूसरे छोर से चौके, छक्के जमा रहे थे. लेकिन जोश टॉन्ग की गेंद पर फ़ाइन लेग की ओर एक आसान सिंगल लेकर उन्होंने अपना दोहरा शतक पूरा किया. उन्होंने हवा में उछलते हुए मुट्ठियां भिंचीं, अपने दोहरे शतक का जश्न मनाया और मैदान में मौजूद सभी दर्शक खड़े होकर टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ ताली बजाते हुए उनकी इस बहुत बड़ी उपलब्धि की सराहना की.

शुभमन ने जब टॉस के समय बुमराह को रेस्ट देने और तीन नए खिलाड़ियों की टीम में शामिल किए जाने की बात बताई थी तो रवि शास्त्री, सुनील गावस्कर समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने टीम मैनेजमेंट की आलोचना की थी कि एक हफ़्ते के आराम के बाद भी इस महत्वपूर्ण मैच में बुमराह को आराम क्यों दिया गया. वहीं तीन बदलाव के बावजूद कुलदीप यादव को टीम में नहीं शामिल करने की भी उतनी ही आलोचना हुई थी.

कुलदीप पर क्या बोले जडेजा?

प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रवींद्र जडेजा से कुलदीप के चयन को लेकर भी सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “जब भी कुलदीप यादव को मौक़ा मिलता है, वो अच्छा प्रदर्शन करते हैं. वो एक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं. मैं उनके साथ बहुत समय बिताया हूं, लेकिन जब भी हम बाहर जाते हैं, हम कभी क्रिकेट की बात नहीं करते. एक खिलाड़ी को हमेशा उन्हीं चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए जो उसके नियंत्रण में होती हैं.”

वैसे तो इस समय मैच पूरी तरह से टीम इंडिया के नियंत्रण में दिख रहा है पर जैसा कि इंग्लैंड के स्पिन कोच जीतन पटेल ने कहा- तेज़ आउटफ़ील्ड वाले मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में आप कभी नहीं जानते कि रुख़ क्या बदलाव लेगा. पर अगर इंग्लैंड का मिडिल ऑर्डर ध्वस्त हो गया तो इंग्लैंड को 10 साल पहले द ओवल पर फ़ॉलोऑन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा था, यहां भी ऐसा ही होने की पूरी संभावना है.

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