साल 2026 इन राशियों के लिए नहीं रहेगा अच्छा, शुभ ग्रह गुरु रहेंगे अतिचारी और तीन बार करेंगे गोचर
साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से कई बड़े ग्रह परिवर्तन लेकर आ रहा है, लेकिन यह बदलाव सभी राशियों के लिए शुभ साबित हों, ऐसा जरूरी नहीं. खास तौर पर देवगुरु बृहस्पति (गुरु) की चाल इस वर्ष बेहद असामान्य रहने वाली है. गुरु ग्रह 2026 में अतिचारी गति से चलते हुए तीन बार गोचर करेंगे, जिसका सीधा असर कुछ राशियों के जीवन पर पड़ेगा. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, गुरु को ज्ञान, भाग्य, धन और विस्तार का कारक माना जाता है, लेकिन जब यही ग्रह असंतुलित चाल में हो तो इसके परिणाम चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं.
नववर्ष 2026 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काफी महत्वपूर्ण वर्ष रहने वाला होगा. इस वर्ष ग्रहों का गोचर कुछ राशि वालों के लिए बहुत अच्छा, कुछ राशि वालों के लिए मिलाजुला और कुछ के लिए सतर्क रहने का साल होगा. साल 2026 में शुभ ग्रह माने जाने वाले देवगुरु बृहस्पति अतिचारी होकर 3 राशियों में गोचर करेंगे जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों के ऊपर देखने को मिलेगा. साल के शुरुआत में देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेंगे जो इस राशि में 2 जून 2026 तक रहेंगे. फिर इसके बाद अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेंगे.
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इसक के बाद साल के अंत के महीनों में सिंह राशि में गोचर करेंगे. ज्योतिष में गुरु को शुभ ग्रह माना जाता है और इनके कुंडली में अच्छी स्थिति में होने पर शुभ फलों में वृद्धि करते हैं. साल 2026 में गुरु के तीन राशि में गोचर करने से जहां कर्क, वृश्चिक, मकर और मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेंगे वहीं 3 राशि वालों को संभलकर रहना होगा. आइए जानते हैं गुरु के गोचर से साल 2026 में किन-किन राशि वालों को सतर्क रहने की जरूरत होगी.
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए साल 2026 में गुरु का गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है. साल 2026 में आपकी कुंडली के दसवें भाव में देवगुरु बृहस्पति का गोचर होने से सुखद संकेत नहीं रहेगा. दरअसल कुंडली का दसवां घर शनि का होता है और देवगुरु यहां नीच के हो जाते हैं. आपको बता दें कि कर्क राशि में देवगुरु के होने पर ये यहां पर शुभ नहीं माने गए हैं. लाल किताब के अनुसार इस स्थान पर गुरु को शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में गुरु का गोचर आपके कार्यक्षेत्र में अचानक से बदलाव और तनाव भरे माहौल में दल सकता है. इस दौरान आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में कार्यक्षेत्र में आपको सावधान रहना होगा.
धनु राशि
साल 2026 में देवगुरु आपकी राशि से अष्टम भाव में रहेंगे जिससे आपको अचानक से लाभ या फिर अचानक से हानि के संकेत देंगे. यहां पर देवगुरु का होना शुभ नहीं होगा. सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है. कार्यक्षेत्र में आपको नई तरह की जिम्मेदारियों से काम करना होगा. आपको पैतृक संपत्ति से अच्छा लाभ मिल सकता है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार जब शनि और मंगल अच्छे नहीं होते हैं तो देवगुरु बृहस्पति खराब असर दिखाते हैं.
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए साल 2026 में देवगुरु का गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है. आपकी कुंडली के छठे भाव में देवगुरु बृहस्पति का गोचर शुभ नहीं माना जा सकता है. छठे भाव में बुध ग्रह का आधिपत्य होता है. ऐसे में आपको अपनी सेहत और वाणी पर विशेष ध्यान रखना होगा. नौकरीपेशा जातकों के लिए आने वाला साल अच्छा नहीं रहेगा. लेन-देन के मामलों में आपको बचकर रहना होगा.





