Begin typing your search...

साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति 3 राशियों में करेंगे गोचर, जानिए मेष राशि वालों के करियर, शिक्षा और सेहत पर प्रभाव

साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति तीन राशियों-मिथुन, कर्क और सिंह—में गोचर करेंगे, जिससे मेष राशि वालों के जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. जनवरी से जून तक मिथुन गोचर साहस, नौकरी-व्यापार और आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा. जून से अक्टूबर तक कर्क में उच्च स्थिति से सुख-संपत्ति, सम्मान, नौकरी और शिक्षा में उत्कृष्ट परिणाम मिलेंगे. अक्टूबर से दिसंबर सिंह गोचर प्रेम संबंध, संतान सुख और विवाह योग को बढ़ावा देगा तथा बुद्धि व आत्मविश्वास को मजबूत करेगा.

साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति 3 राशियों में करेंगे गोचर, जानिए मेष राशि वालों के करियर, शिक्षा और सेहत पर प्रभाव
X
( Image Source:  Sora AI )
State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Updated on: 3 Dec 2025 6:30 AM IST

नया साल 2026 के शुरू होने में बस कुछ ही दिन ही शेष है. ऐसे में सभी की यह इच्छा जानने की रहती है कि आने वाला नया साल कैसा रहेगा. साल के शुरू होने के साथ ही ग्रहों और नक्षत्रों की चाल और उनकी स्थितियों में परिवर्तन देखने को मिलता है. आज हम आपको साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति की चाल कैसी रहेगी और इसका प्रभाव किस तरह सभी राशियों के ऊपर पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करेंगे.

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को शुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है. गुरु ग्रह धन, ज्ञान, भाग्य, विवाह, संतान और आध्यात्म का कारक ग्रह माना जाता है. कुंडली में अगर गुरु ग्रह शुभ स्थिति में हैं तो व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और संपन्नता लाते हैं. गुरु कुंडली के जिस भाव में बैठते हैं वे उस भाव से संबंधित जीवन में उन्नति सुख और समृद्धि मे वृद्धि करते हैं.

स्‍टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्‍सक्राइब करने के लिए क्लिक करें

साल 2026 में गुरु की चाल

ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति अतिचारी रहेंगे और तीन राशियों में गोचर करेंगे. सबसे पहले साल की शुरुआत में गुरु मिथुन राशि में रहेंगे. फिर जून माह में देवगुरु बृहस्पति मिथुन से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे. 31 अक्टूबर 2026 को देवगुरु बृहस्पति अपनी उच्च राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे. 13 दिसंबर 2026 को देवगुरु बृहस्पति सिंह राशि में रहते हुए वक्री हो जाएंगे. साल 2026 में गुरु का तीन राशियों में गोचर सभी राशि वालों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे. ऐसे में आइए जानते हैं साल 2026 में गुरु के तीन राशियों में गोचर करने से मेष राशि पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा इसके बारे में जानते हैं.

जनवरी से जून 2026 तक गुरु का गोचर मिथुन राशि में

साल 2026 के शुरुआत से लेकर जून 2026 तक गुरु मिथुन राशि में रहेंगे, ऐसे में मेष राशि में गुरु तीसरे भाव में गोचर करेंगे. तीसरा भाव साहस और पराक्रम का होता है. ऐसे में इस दौरान आपके साहस, जोश और पराक्रम में वृद्धि होगी. इस दौरान आपके अंदर काम करने का जोश और जुनून रहेगा. आपको फोकस भाग्य से ज्यादा कर्म पर होगा. इस दौरन भाई-बहनों से संबंध पहले से बेहतर रहेंगे. नौकरी-व्यापार में इस दौरान प्रगति के अवसर मिलेंगे. कोई बड़ी जिम्मेदारी आपको दी जा सकती है. मेष राशि वालों की आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी.

जून से अक्टूबर माह तक गुरु रहेंगे उच्च राशि कर्क में

साल 2026 में गुरु जून से लेकर अक्टूबर माह के दौरान अपनी उच्च राशि कर्क में विराजमान होंगे. ऐसे में यह अवधि बहुत ही शुभ साबित होगी. मेष राशि के जातकों गुर इस दौरान चौथे भाव में उच्च के होंगे. इससे सुख-सुविधा, धन-सपत्ति और मान-सम्मान में वृद्धि देखने को मिलेगी. जमीन-जायदाद, मकान और वाहन खरीदने की इच्छा पूरी होगी. साथ माता के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा. नौकरीपेशा जातकों के लिए अच्छे अवसर प्राप्त होंगे और कार्यस्थल पर आपके काम की सराहना होगी. इस दौरान छात्रों का पढ़ाई में मन लगेगा और प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे परिणाम की प्राप्ति होगी.

अक्टूबर से दिसंबर 2026 तक गुरु रहेंगे सिंह राशि में

साल 2026 में देवगुरु अक्टूबर से दिसंबर के बीच गुरु सिंह राशि में विराजान रहेंगे. ऐसे में मेष राशि वालों के लिए गुरु आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे. पंचम भाव बुद्धि, प्रेम, संतान और शिक्षा से संबंधित होता है. इस तरह से प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी. संतान के लिए आने वाला समय शुभ रहेगा. इस दौरान जो अविवाहित हैं उनके लिए विवाह के योग बन सकते हैं.

ग्रह-नक्षत्र
अगला लेख