Rajyog: कुंडली में यह पंचमहापुरुष राजयोग बनने पर व्यक्ति होता है करोड़ों संपत्ति का मालिक
अगर जातक की कुंडली में शुभ योग बने तो उसे जीवन में हर एक तरह का सुख मिलता है, वहीं अगर कुंडली में अशुभ योग बने तो जातक का जीवन परेशानियों से भरा रहता है. ज्योतिष में पंचमहापुरुष योग का विशेष महत्व होता है.

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनसुार ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों के संयोजन से किसी जातक की कंडली का निर्धारण उसके जन्म लेने के साथ ही तय हो जाता है. जन्म के समय ही हर एक जातक की कुंडली में कई तरह शुभ और अशुभ योग भी बनते हैं. शुभ योग बनने पर राजयोग और अशुभ योग बनने पर कुंडली में दोष कई तरह के दोष पैदा होते हैं. जातक की कुंडली में बना शुभ या अशुभ योग उसके पूरे जीवन पर प्रभाव डालता है.
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म के समय बने ग्रहों की शुभ-अशुभ स्थितियों से व्यक्ति के भाग्य का काफी हद तक निर्धारण हो जाता है. ज्योतिष में पंचमहापुरुष योग का विशेष महत्व होता है. इन्हीं राजयोगों में से एक राजयोग रूचक नाम की भी बनता है. रूचक राजयोग बनने पर व्यक्ति के जीवन में किस तरह का प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं इस राजयोग के बारे में विस्तार से.
कैसे बनता है रूचक राजयोग?
रूचक राजयोग का संबंध ग्रहों के सेनापति कहे जाने वाले मंगल ग्रह से होता है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब मंगल ग्रह कुंडली में केंद्र के भाव में होकर उच्च के हो, या फिर अपनी स्वराशि मेष और वृश्चिक में हो तो रूचक राजयोग का निर्माण होता है.
रूचक राजयोग बनने पर फल
- जब किसी जातक की कुंडली में रूचक राजयोग बनता है तो वह व्यक्ति अपने जीवन में उच्च पदों की प्राप्ति करता है. ऐसे व्यक्ति सरकारी सेवा में उच्च पदो पर आसीन होता है.
- जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह के द्वारा बना राजयोग रूचक बनता है उन्हे अपार सफलता, प्रसिद्धि और यश की प्राप्ति होती है.
- रूचक राजयोग बनने पर ऐसे जातकों को उनके जीवन में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं होती है. इनका जीवन धन-दौलत और ऐशोआराम से परिपूर्ण रहता है.
- रूचक राजयोग बनने पर जातक बहुत ही साहसी, दिलेर, ऊर्जा से भरा हुआ होता है. ऐसे लोग सेना, पुलिस, रियल एस्टेट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं.