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Pitru Paksha 2025: कब से शुरू है पितृ पक्ष, जानिए पितरों को श्राद्ध करने की तिथियां और महत्व

पितृपक्ष 2025 7 सितंबर से 21 सितंबर तक चलेगा. यह भाद्रपद माह की पूर्णिमा से आश्विन माह की अमावस्या तक होता है. इस दौरान हिंदू धर्म में पूर्वजों को श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करने का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष में श्राद्ध करने से आत्मा को शांति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. अगर पितरों की मृत्यु तिथि ज्ञात न हो, तो सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध करना चाहिए.

Pitru Paksha 2025: कब से शुरू है पितृ पक्ष, जानिए पितरों को श्राद्ध करने की तिथियां और महत्व
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( Image Source:  Sora AI )
State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Published on: 2 Sept 2025 12:46 PM

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से 15 दिनों के लिए पितृपक्ष शुरू हो जाता है जो आश्विन माह की अमावस्या तक चलता है. हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है. पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों को पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध करने का खास महत्व होता है. श्राद्ध पक्ष के दौरान पितरगण स्वर्ग लोक से पृथ्वी पर आते हैं और अपने परिजनों को आशीर्वाद देते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग पितृपक्ष के दौरान अपने पितरों को तर्पण देते हैं और श्रद्धा पूर्वक श्राद्ध करते हैं उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. आइए जानते हैं इस वर्ष कब से पितृ पक्ष की शुरूआत हो रही है और इसका क्या है महत्व.

पितृ पक्ष इस दिन से होंगे शुरू

इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 07 सितंबर 2025 से हो रही है जो 21 सितंबर तक चलेगा. पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से शुरू होता है और आश्विन माह की अमावस्या तिथि तक चलता है.

श्राद्ध का महत्व

हिंदू धर्म में श्राद्ध कर्म का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मृत्यु के बाद श्राद्ध कर्म करने से आत्मा को शांति मिलती है. सनातन धर्म के अनुसार श्राद्ध कर्म मृत्यु तिथि के आधार पर किया जाता है. जिस तिथि को व्यक्ति की मृत्यु होती है पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध उसी तिथि पर किया जाता है. लेकिन अगर पितर के मृत्यु की तिथि मालूम नहीं है तो पितृपक्ष में पड़ने वाली सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध कर सकते हैं. यानि किसी कारणवश पितरों के मृत्यु की तिथि मालूम न हो तो सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर श्राद्ध किया जा सकता है.

  • पितृपक्ष 2025 की तिथियां
  • पूर्णिमा श्राद्ध- सितंबर 7, 2025
  • प्रतिपदा श्राद्ध- सितंबर 8, 2025
  • द्वितीया श्राद्ध- सितंबर 9, 2025
  • तृतीया श्राद्ध- सितंबर 10, 2025
  • चतुर्थी श्राद्ध- सितंबर 11, 2025
  • पञ्चमी श्राद्ध- सितंबर 12, 2025
  • षष्ठी श्राद्ध- सितंबर 13, 2025
  • सप्तमी श्राद्ध- सितंबर 13, 2025
  • अष्टमी श्राद्ध- सितंबर 14, 2025
  • नवमी श्राद्ध- सितंबर 15, 2025
  • दशमी श्राद्ध- सितंबर 16, 2025
  • एकादशी श्राद्ध- सितंबर 17, 2025
  • द्वादशी श्राद्ध- सितंबर 18, 2025
  • त्रयोदशी श्राद्ध- सितंबर 19, 2025
  • चतुर्दशी श्राद्ध- सितंबर 20, 2025
  • सर्वपितृ अमावस्या- सितंबर 21, 2025
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