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Ganesh Chaturthi 2025: गणपति की स्थापना से पहले जरूर रखें वास्तु के इन नियमों का ध्यान, नहीं होगा नुकसान

हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है. इस तिथि पर भगवान गणेश की विवि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने का विशेष विधान होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि पर भगवान गणेश का जन्म हुआ है.

Ganesh Chaturthi 2025: गणपति की स्थापना से पहले जरूर रखें वास्तु के इन नियमों का ध्यान, नहीं होगा नुकसान
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( Image Source:  AI Perplexity )
State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Updated on: 23 Aug 2025 2:01 PM IST

27 अगस्त से गणेशोत्सव शुरू होने वाला है. हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व होता है. भगवान गणेश को सभी देवी-देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है और गणों के अधिपति भगवान गणेश प्रथम पूज्य देवता हैं. गणेश चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 26 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर होगा और 27 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर चतुर्थी तिथि का समापन होगा, इसलिए उदयातिथि के अनुसार 27 अगस्त को श्री गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा.

गणेशोत्सव पर भक्त अपने घर भगवान गणपति की मूर्ति को लाते हैं और विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने के साथ अपने घरों में स्थापित करते हैं. लेकिन बाजार से भगवान गणपति की मूर्ति को लाते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार, इससे घर में खुशहाली, सपन्नता और समृद्धि बनी रहती है और जीवन में सौभाग्य की कोई कमी नहीं होती है. आइए जानते हैं गणेश जी की मूर्ति को घर पर स्थापित करने से पहले किन-किन नियमों का ध्यान रखना जरूरी होता है.

कैसी होनी चाहिए गणपति की प्रतिमा?

गणेशोत्सव पर घर पर भगवान गणेश की मूर्ति लाने के कुछ वास्तु के नियम होते हैं जिसका पालन जरूर करना चाहिए. वास्तु के अनुसार घर पर गणपति जी की मूर्ति को लाने में इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए वह न तो बड़ी हो और न ही छोटी. मध्यम आकार की मूर्ति को सबसे शुभ माना जाता है.

गणेशजी की सूंड की दिशा का रखें ध्यान

घर पर गणेशजी की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए उनकी मूर्ति का चुनाव करते समय सूंड की दिशा का खास ध्यान रखना होगा. घर पर गणपति की मूर्ति स्थापित करने में उनकी सूंड बाईं तरफ होना शुभ माना जाता है. ऐसे मूर्ति की स्थापना करने पर घर में सुख, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है.

ऐसी होनी चाहिए मुद्रा

गणेश उत्सव पर वास्तु के अनुसार, घर के लिए बैठे हुए गणेशजी की मूर्ति को बहुत ही शुभ माना जाता है. इससे घर में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती है. वहीं पंडालों में खड़े अवस्था में मूर्तियां रखना शुभ होता है.

मूर्ति में मोदक और मूषक जरूर हो

गणेशजी को मोदक बहुत ही प्रिय होता है और इनकी सवारी मूषक होती है. ऐसे में घर पर जो भी गणपित की मूर्ति लाए उसमें मोदक और मूषक जरूर शामिल होना चाहिए. ऐसी मूर्ति को घर पर स्थापित करना बहुत ही शुभ और मंगलकारी होता है.

रंगों का विशेष ध्यान रखें

गणेशोत्सव पर भगवान गणेश की मूर्ति को घर पर लाने रंगों का चुनाव विशेष रूप से करना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर पर सफेद और सिंदूरी रंग की मूर्ति को स्थापित करना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है.

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