जानें 'स्किन डोनेशन' से कैसे बच सकती है जिंदगी? AIIMS दिल्ली में आयोजित हुआ ट्रेनिंग प्रोग्राम
स्किन बैंकिंग एक ऐसी सर्विस है, स्किन डोनर की त्वचा को इकट्ठा कर इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के अनुसार प्रोसेस्ड की जाती है. स्किन बैंक में त्वचा को 4-8 डिग्री सेल्सियस पर 5 साल तक स्टोर किया जा सकता है.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली के प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट और ऑर्गन रिट्रीवल बैंकिंग ऑर्गेनाइजेशन (ORBO) ने 21 दिसंबर 2024 को एक ट्रेनिंग और अवेयरनेस प्रोग्राम होस्ट किया है. यह प्रोग्राम स्किन डोनेशन के के महत्व को समझाने और इसे बढ़ावा देने के लिए था. कार्यक्रम में रोटरी क्लब दिल्ली वेस्ट भी सपोर्टर था.
प्रोग्राम की शुरुआत AIIMS के निदेशक प्रोफेसर एम. श्रीनिवास ने की, जिन्होंने स्किन डोनेशन पर एक बुकलेट लॉन्च की. इस मौके पर ORBO की प्रोफेसर-इन-चार्ज डॉ. आर्थी विजय ने ORBO की पहल और इसके काम पर रोशनी डाली है.
क्या है स्किन डोनेशन?
इसके बाद प्रोफेसर और प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड मनीष सिंगल ने स्किन डोनेशन की प्रोसेस के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि डेड बॉडी से स्किन को छह घंटे के भीतर इकट्ठा किया जाता है. इसके बाद इसे प्रोसेस्ड कर 3 महीने तक स्टोर किया जाता है. इसका इस्तेमाल 5 साल का किया जा सकता है. इस प्रोसेस से अब तक 22 स्किन ग्राफ्ट इकट्ठा किए गए हैं, जो 6 मरीजों के इलाज में सहायक साबित हुए हैं.
प्रोग्राम में ये लोग थे मौजूद
इसके अलावा, इस प्रोग्राम में डॉ. शशांक चौहान, डॉ. शिवांगी साहा, डॉ. नंदिनी सिंह टंवर, डॉ. मंजू आर, डॉ. तानु सागर, और डॉ. अभिलाश एस जैसे एक्सपर्ट ने स्किन डोनेशन के अलग-अलग पहलुओं को विस्तार से समझाया है. प्रोग्राम के दौरान 40 रोटरी क्लब के सदस्य मौजूद थे, जिन्होंने सवाल-जवाब सेशन में भाग लिया, जहां स्किन डोनेशन से संबंधित कई महत्वपूर्ण सवालों का सॉल्यूशन ढूंढा गया.
यह प्रोग्राम स्किन डोनेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा और लोगों को इस जरूरी मेडिकल फील्ड में दान करने के लिए मोटिवेट करेगा.
क्यों जरूरी स्किन डोनेशन?
हमारी स्किन गर्मी और ठंड से बचाने के लिए ढाल की तरह काम करती है. साथ ही यह केमिकल, सूरज की यूवी-रेडिएशन और बैक्टीरिया जैसे एनवायरमेंट इफेक्ट से भी बचाती है. जब त्वचा बुरी तरह जल जाती है या डैमेज हो जाती है, तो यह बिना मदद के खुद को ठीक नहीं कर पाती है. जलने, घाव को एलोग्राफ्ट्स कर स्किन डोनर की त्वचा से ढकना इलाज को बढ़ावा देने का एक तरीका है. इंफेक्शन को रोकने, दर्द को कम करने और तेजी से ट्रीटमेंट करने और जीवन बचाने में मदद करने के लिए स्किन की जरूरत होती है.