International Women’s Day 2025: ये गैजेट्स और ऐप्स हैं महिलाओं के लिए गेम चेंजर
वुमन्स डे की शुरुआत 1900 के दशक की शुरुआत में हुई थी. यह महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष का हिस्सा था. इसकी शुरुआत विशेष रूप से 1908 में न्यूयॉर्क सिटी में हुई, जब महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करना शुरू किया. यह आंदोलन धीरे-धीरे इंटरनेशनल लेवल पर फैल गया.

भले ही हम 21वीं सदी में जी रहे हों, लेकिन आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. रोजाना न्यूज में लड़कियों से जुड़ी कुछ न कुछ क्राइम की खबरें सुनने को मिल ही जाती हैं. ऐसे में खुद की सेफ्टी बेहद जरूरी है. आजकल की इस एडवांस दुनिया में कई स्मार्ट गैजेट और डिजिटल टूल हैं, जो वुमन सेफ्टी के लिए बनाई गई हैं.
सेफटिपिन
सेफ्टी के लिए डिजाइन किया गया एक स्मार्टफोन एप्लिकेशन, सेफटिपिन यूजर्स को सबसे सेफ रूट चुनने में मदद करने के लिए पब्लिक जगहों के बारे में रियल टाइम इंफॉर्मेशन देता है. यह लाइटिंग, क्राउड प्रजेंस और क्राउडसोर्स डेटा जैसे फैक्टर्स को एनालाइज करता है.
पर्सनल GPS ट्रैकर
एक कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल डिवाइस है, जो पर्सनल GPS ट्रैकर रियल टाइम लोकेशन अपडेट देता है. यह उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जो रात के दौरान अकेले ट्रैवल करती हैं. कई मॉडल SOS बटन, जियोफ़ेंसिंग अलर्ट और फॉल डिटेक्शन सर्विस के साथ आते हैं, जो उन्हें न केवल महिलाओं के लिए बल्कि बच्चों और बुजुर्ग फैमिली मेंबर्स के लिए भी फायदेमंद है.
आईवॉच एसओएस
आईवॉच एसओएस एक इमरजेंसी अलर्ट ऐप है, जो केवल एक टैप से सही कॉन्टैक्ट्स और इमरजेंसी सर्विस को तुरंत खबर करता है. यह ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ-साथ रियल टाइम लोकेशन अपडेट भी शेयर करता है. यह ऐप सुनिश्चि करता है कि जरूरतमंद लोग को हमेशा मदद मिले.
साउंड ग्रेनेड ई-अलार्म पर्सनल सेफ्टी
यह कॉम्पैक्ट लेकिन शक्तिशाली व्यक्तिगत सुरक्षा डिवाइस सक्रिय होने पर 120dB अलार्म उत्सर्जित करता है, संभावित खतरों को चौंका देता है और 100 मीटर दूर तक के लोगों को सचेत करता है. इसका वजन मात्र 20 ग्राम है, यह हल्का, पोर्टेबल है, तथा इसे आसानी से उपयोग के लिए चाबी के छल्ले या बैग से जोड़ा जा सकता है.