रिश्ते में सब कुछ ठीक है... पर बिस्तर में नहीं? ऐसे बताएं अपने पार्टनर को नहीं हो रही आपकी सेक्सुअल NEED पूरी
जब दो लोग प्यार के रिश्ते में होते हैं, तो सिर्फ साथ रहना या एक-दूसरे से बातें करना ही काफी नहीं होता है. अक्सर प्यार की गहराई तभी पूरी तरह महसूस होती है जब दिल और दिमाग के साथ-साथ शरीर का भी जुड़ाव हो. यही जुड़ाव सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन से आता है. इसलिए रिश्ते को बैलेंस और गहरा बनाए रखने के लिए सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन जरूरी है.

रिश्ते में प्यार, समझ और इमोशनल कनेक्शन जितना जरूरी होता है, उतना ही जरूरी होता है सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन. जब दो लोग एक रोमांटिक रिश्ते में होते हैं, तो सिर्फ एक-दूसरे का साथ ही नहीं, बल्कि एक-दूसरे की जरूरतों को समझना और पूरा करना भी ज़रूरी होता है. इसमें शारीरिक जरूरतें भी शामिल हैं.
अगर आपके और पार्टनर के बीच सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन नहीं है, तो रिश्ते में धीरे-धीरे दूरी, फ्रस्ट्रेशन और गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं. अगर आप महसूस कर रहे हैं कि आपकी ज़रूरतें पूरी नहीं हो रही हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ करना आपके रिश्ते में दूरी ला सकता है. लेकिन इस बारे में बात करना कई लोगों को मुश्किल और अनकंफर्टेबल लगता है. ऐसे में आप कुछ टिप्स फॉलो कर अपने पार्टनर को यह बात बता सकते हैं.
सही समय और माहौल चुनें
कभी भी सेक्स के दौरान या किसी बहस के बीच यह मुद्दा न उठाएं. इसके बजाय, तब बात करें जब आप दोनों शांत, कंफर्टेबल और हैप्पी मूड में हों. कोई प्राइवेट जगह चुनें, जहां बिना किसी रुकावट के बातचीत हो सके.
नो क्रिटिसिज्म, ओनली इमोशन
'तुम ऐसा नहीं करते' या 'तुम्हारी वजह से मैं खुश नहीं हूं' जैसे बातें आपके पार्टनर को डिफेंसिव बना सकते हैं. इसके बजाय कहें, मैं चाहता हूं कि हमारे बीच और गहराई हो. या मुझे लगता है हम इस पहलू पर और बेहतर हो सकते हैं.' इस तरह बात करने से आपके पार्टनर को बुरा नहीं लगेगा और वो आपकी बात समझ पाएंगे.
साफ-साफ बताएं अपनी ज़रूरतें
बिना किसी इधर-उधर की बातों के साफ शब्दों में बताएं कि आपको क्या चाहिए. ज़्यादा इमोशनल कनेक्शन, फोरप्ले, या कोई खास पसंद. पार्टनर को अंदाज़ा नहीं होगा, जब तक आप साफ बात नहीं करेंगे.
सुनने के लिए भी तैयार रहें
यह बातचीत सिर्फ आपकी नहीं, बल्कि दोनों की होनी चाहिए. हो सकता है कि आपके पार्टनर भी कुछ महसूस कर रहे हों, लेकिन कह नहीं पा रहे. उन्हें भी बोलने का मौका दें और उनकी बात को बिना टोके सुनें.
साथ मिलकर सॉल्यूशन निकालें
सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन दोनों की जिम्मेदारी होती है. यह मुद्दा आपसी समझ से ही हल हो सकता है. आप साथ में काउंसलर से भी मिल सकते हैं या नए एक्सपीरियंस को आज़माने के लिए तैयार हो सकते हैं. सेक्स के बारे में खुलकर बात करना कोई गलत या शर्म की बात नहीं है बल्कि एक मजबूत रिश्ते की निशानी है. जब आप इमानदारी, प्यार और समझदारी से बात करते हैं, तो न सिर्फ आपकी ज़रूरतें पूरी होती हैं, बल्कि रिश्ता और भी मज़बूत होता है.