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65 क्लाइंट्स, घंटे भर बात करने के 35 हजार... टीचर से ‘शुगर बेबी’ बन महिला ने बताया शादीशुदा मर्द क्यों करते हैं अप्रोच

कभी टीचर रह चुकी एक महिला ने अपनी जिंदगी में एक अनोखा मोड़ लिया जब उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर 'शुगर बेबी' बनने का फैसला किया. 36 साल की कॉनी कीस्ट ने बताया कि उनके 65 पुरुष क्लाइंट्स हैं, जिनमें से अधिकांश शादीशुदा हैं.

65 क्लाइंट्स, घंटे भर बात करने के 35 हजार... टीचर से ‘शुगर बेबी’ बन महिला ने बताया शादीशुदा मर्द क्यों करते हैं अप्रोच
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( Image Source:  Meta AI: Representative Image )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 22 Oct 2025 6:10 PM IST

ब्रिस्टल की 36 साल की एक्स टीचर कॉनी की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं. कभी बच्चों को पढ़ाने वाली यह महिला अब लग्जरी होटलों में हाई-प्रोफाइल क्लाइंट्स के साथ वक्त बिताकर लाखों कमा रही है. कम सैलरी और टूटे रिश्ते के बाद कॉनी ने एक ऐसा रास्ता चुना, जिसकी कल्पना शायद उसने खुद भी नहीं की थी, ‘शुगर बेबी’ बनने का.

आज उनके 65 क्लाइंट्स हैं, और वह एक घंटे की बातचीत के लिए 35 हजार रुपये तक लेती है. कॉनी के ज्यादातर क्लाइंट्स शादीशुदा हैं. इस पर उन्होंने यह भी बताया कि आखिर मैरिड लोग उन्हें क्यों अप्रोच करते हैं.

प्यार से तौबा, पैसों से रिश्ता

कॉनी पहले एक स्कूल में पढ़ाती थीं, लेकिन कम इनकम और बढ़ते तनाव ने उन्हें परेशान कर दिया था. फिर 2021 में जब उनका रिश्ता टूटा, तो उन्होंने फैसला किया कि अब प्यार नहीं, सिर्फ सुकून और स्थिरता चाहिए. इसी सोच के साथ उन्होंने पहले OnlyFans पर वीडियो बनाना शुरू किया, और फिर धीरे-धीरे ‘शुगर बेबी’ के रूप में अपनी नई पहचान बना ली.

बात कर घंटे का कमाती है 20-35 हजार

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कॉनी के 65 से ज़्यादा क्लाइंट्स हैं और वे हर घंटे 20-35 हजार तक कमाती हैं. अब वह चाहती हैं कि महीने में करीब 3 लाख रुपये तक कमाएं. साथ ही, कॉनी ने बताया कि उनके ज्यादातर क्लाइंट शादीशुदा हैं लेकिन बेहद अकेले हैं. वे बस कोई ऐसा चाहते हैं जो उनसे प्यार से बात करे और उन्हें अहमियत दे.

ग्लैमर की कीमत

कॉनी ने बताया कि यह काम हमेशा आसान नहीं होता है. कई बार उन्हें ऐसे लोगों से भी मिलना पड़ता है जिन्हें वह पसंद नहीं करतीं. लेकिन कॉनी के लिए यह सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि आजादी की कहानी है. इस पर कॉनी का कहना है कि 'मैंने अपना रास्ता खुद चुना है और मुझे कोई पछतावा नहीं.'

कमाई से करती हैं बेटी की परवरिश

कॉनी अब अपनी कमाई से अपनी बेटी की परवरिश कर रही हैं और चाहती हैं कि लोग इस पेशे को शर्म नहीं, आत्मनिर्भरता की नजर से देखें. कभी-कभी वह अकेलापन महसूस करती हैं, लेकिन फिर मुस्कुराकर कहती हैं कि मैं वही कर रही हूं जो मुझे खुश रखता है, और यही मेरी सफलता है.

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