कौन है अमेरिका में गिरफ्तार हैप्पी पासिया? पढ़ें Most Wanted आतंकी की क्राइम-कुंडली
यह वही हैप्पी पासिया है जो साल 2021 में मैक्सिको के रास्ते अवैध रूप से अमेरिका में जा घुसने से पहले कुछ महीने तक ब्रिटेन में भी छिपा रहा था. आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का मास्टरमाइंड हैप्पी भारतीय एजेंसियों को चकमा देने के लिए, अलग-अलग देश के कोड वाले कभी भी न ट्रेस हो पाने वाले नंबरों का इस्तेमाल करता है.

कुछ दिन पहले तक जो मोस्ट वॉन्टेड भारतीय एजेंसियों के लिए सिरदर्द बने हुए थे. बीते सप्ताह से उन्हीं में से कुछ मोस्ट वॉन्टेड्स ने भारतीय खुफिया और जांच एजेंसियों की मौज करवा दी है. एक के बाद एक विदेशी सर-ज़मीन पर पकड़े जा कर. फिर चाहे वो मास्टरमाइंड आर्थिक घोटालों का भगोड़ा घोषित मेहुल चोकसी हो या फिर, मुंबई हमलों का मोस्ट वॉन्टेड पाकिस्तानी आतंकवादी तहव्वुर राणा.
दो दिन पहले अमेरिकन एजेंसी एफबीआई (FBI) ने, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का पाला-पोसा (समर्थित) हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया (BKI Terrorist Harpreet Singh alias Happy Passia) क्या गिरफ्तार किया..भारत की एजेंसियों की तो मानो इन दिनों चांदी ही निकल आई हो. आइए समझते हैं कि आखिर हाईस्कूल पास जिस आतंकवादी हैप्पी पासिया, की अमेरिका में हुई गिरफ्तारी पर भारतीय एजेंसियां इतना खुश हो रही है, वो है कौन? क्या है उसकी क्राइम-कुंडली?
बब्बर खालसा के आतंकी के लिए काम कर रहा पासिया
पाकिस्तान के इशारे पर अमेरिका में भारत के खिलाफ तांडव कर रहा हैप्पी पासिया, भारत की सुरक्षा और संप्रुभता के लिए खतरा बना हुआ था. वह वहां (अमेरिका में छिपकर) बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई BKI) के पाकिस्तान में बैठे, आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा के लिए काम कर रहा है. हरविंदर सिंह रिंदा को कई साल से भारत के खिलाफ ट्रेंड करके, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई इस्तेमाल कर रही है. और रिंदा भारत के खिलाफ इसी हैप्पी पासिया से काम करवा रहा था.
अवैध रूप से पहुंचा अमेरिका
यह वही हैप्पी पासिया है जो साल 2021 में मैक्सिको के रास्ते अवैध रूप से अमेरिका में जा घुसने से पहले कुछ महीने तक ब्रिटेन में भी छिपा रहा था. मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिलांतर्गत स्थित रामदास पुलिस थाना क्षेत्र में मौजूद ‘पासिया’ गांव का ही हैप्पी रहने वाला है. जिसका खुद का नाम भले ही हैप्पी है. मगर उसके गांव से लेकर नई दिल्ली और अमेरिका तक उससे हर कोई ‘नाखुश’ ही है. सिवाए आतंकवाद की धर्मशाला और आतंकवादियों की यूनिवर्सिटी-फैक्टरी के नाम से दुनिया भर में बदनाम पाकिस्तान को छोड़कर.
इस नाम से बुलाते हैं करीबी
हाल ही में भारतीय एजेंसियों के इशारे और इनपुट पर अमेरिका की एफबीआई की गिरफ्त में फंसा, इसी हैप्पी पासिया को इसके करीबी लाड-प्यार से ‘जोरा’ नाम से भी बुलाते, पुकारते-जानते हैं. पंजाब में बीते दिनों हो रही ताबड़तोड़ बमबाजी की घटनाओं में इसी मास्टरमाइंड का हाथ बताया जाता है. पंजाब पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो, हाल-फिलहाल इसके खिलाफ 20 के करीब मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं. दरअसल बीते कुछ वक्त में जब कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर मार डाला गया. उसके बाद उसके संगठन को अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला ने संभाल लिया. 29 अक्टूबर 2024 को यानी बीते साल ही डल्ला को भी गोली लग गई.
चंडीगढ़ में ग्रेनेड हमले से आया एजेंसियों की नजर में
डल्ला को जख्मी हालत में गिफ्तार कर लिया गया. हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई. लेकिन इसी बीच उसका आतंकवादी संगठन लावारिस हालत में आ गया. उस लावारिस दौर का फायदा उठाकर यही हैप्पी पासिया संगठन में साथी आतंकवादी, गोपी नवांशहरिया जोकि पंजाब के नवां शहर का मूल निवासी है, के साथ मिलकर बीकेआई में एक्टिव हो गया. हैप्पी पासिया अचानक बीते साल तब भारतीय एजेंसियों की आंख में चुभा जब उसका नाम, चंडीगढ़ के पॉश इलाके सेक्टर-10 में हुए हैंड ग्रेनेड हमले में सामने आया. वो जानलेवा ग्रेनेड हमला तब पूर्व पुलिस अधीक्षक जसकीरत सिंह के ऊपर करवाया गया था.
इस्तेमाल करता है अनट्रेसेबल नंबर
आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का मास्टरमाइंड हैप्पी भारतीय एजेंसियों को चकमा देने के लिए, अलग-अलग देश के कोड वाले कभी भी न ट्रेस हो पाने वाले नंबरों का इस्तेमाल करता है. पासिया के कई साथी ब्रिटेन-लंदन में कई स्थानों पर मौजूद हैं. इसलिए वो मौका मिलने पर, या सिर पर खतरा मंडराता देख अक्सर ब्रिटेन के भी चक्कर काटता रहता है.
हैपी पर दर्ज हैं 18-20 केस
हैप्पी के ऊपर भारत में जो कुल 18-20 मुकदमे दर्ज हैं, उनमें से 10-12 मुकदमे तो नवंबर साल 2022 से लेकर अप्रैल 2024 के बीच के ही बताए जाते हैं. हैप्पी पासिया के बारे में भारतीय एजेंसियों के पास जो इनपुट हैं उसके मुताबिक वह, अप्रैल 2018 में दुबई में था. वहां जनवरी-फरवरी 2019 में भारत आ गया था. अगले साल ही यानी अक्टूबर 2020 में हैप्पी पासिया लंदन भाग गया. उसी के बाद वो किसी तरह से अमेरिका पहुंच गया. जहां एफबीआई ने अब उसे गिरफ्तार किया है. अमेरिका में इमीग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट(आईसीई)-एफबीआई के संयुक्त ऑपरेशन में अमेरिका के सैक्रामेंटो में हाथ लगे और, एनआईए के पांच लाख के इनामी, हैप्पी पासिया की क्राइम कुंडली बेहद डराने वाली है.
तीन महीने पहले ही पंजाब में कुर्क हुई हैप्पी की संपत्ति
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव के दावे के मुताबिक, चूंकि हैप्पी पासिया हमारा मोस्ट वॉन्टेड था. इसलिए पंजाब पुलिस उससे संबंधित हर खुफिया और काम की जानकारी, उचित माध्यम से अमेरिका तक पहुंचा रही थी. अमेरिका में वहां की एजेंसियों द्वारा घेर लिया गया हैप्पी पासिया वही आतंकवादी है, तीन महीने पहले ही जिसकी संपत्ति को पंजाब में एनआईए ने कुर्क करवा लिया था. जिस मामले में उसकी कुर्की हुई वो लुधियाना की कोर्ट में हुआ बम-ब्लास्ट था. हैप्पी पासिया सबसे ज्यादा पंजाब पुलिस से खार खाता है. इसीलिए उसने पंजाब में अधिकांश ग्रेनेड हमले भी, पुलिस थाने-चौकियों और पुलिस कर्मियों के ऊपर ही करवाए हैं. इसी पासिया ने कभी ट्रैक्टर गोदाम में हुई डकैती में स्कूली छात्रों का भी इस्तेमाल किया था.
कई कुख्यात गैंगस्टर से रहा नाता
पुलिस रिकॉर्ड में हैप्पी पासिया के नाम से जारी दो पासपोर्ट के नंबर मौजूद हैं. दोनों ही पासपोर्ट भारतीय हैं. इसी साल जनवरी 2025 में उसके खिलाफ भारतीय एजेंसियों ने ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस भी जारी किया है. जबकि रेड-कॉर्नर नोटिस जारी होने की कार्यवाही फाइलों में है. पासिया शुरूआत में कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया गैंग से जुड़ा था. उस गैंग में हैप्पी के अमेरिका में छिपे बैठे दरमनजोत सिंह (दरमन कहलों) व अमृतपाल सिंह (अमृत बल) पहले से ही जुड़े हुए थे. हैप्पी पासिया अमेरिका में मौजूद गुरदेव सिंह उर्फ जैसल पहलवान, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नवांशहरिया, जर्मनी में मौजूद स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजिया का भी विश्वासपात्र आतंकवादी है.