कौन हैं कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र, जिन्हें गैंगटोक से किया गया गिरफ्तार? रेड में मिला था 12 करोड़ रुपये कैश
कर्नाटक कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र उर्फ ‘पप्पी’ को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वे अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी रैकेट से जुड़े हैं. ईडी ने 30 ठिकानों पर छापेमारी कर 12 करोड़ नकद, सोना, चांदी और लग्जरी गाड़ियां जब्त कीं. जांच में कई अवैध वेबसाइटों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ.

कर्नाटक के चित्रदुर्ग से कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र उर्फ ‘पप्पी’ को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. उन पर आरोप है कि वे सिक्किम से जुड़ी एक अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी रैकेट में शामिल थे. गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत हुई. यह कार्रवाई ईडी की कई राज्यों में चली छापेमारी के बाद सामने आई.
ईडी ने शुक्रवार को अलग-अलग राज्यों में हुई छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में संपत्ति जब्त की. इसमें करीब 12 करोड़ रुपये नकद, एक करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा, 6 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण, 10 किलो चांदी और चार लग्ज़री गाड़ियां शामिल हैं. इन बरामद संपत्तियों से जांच एजेंसी को सट्टेबाजी नेटवर्क के पैमाने और इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का अंदाज़ा हुआ.
गंगटोक में कारोबारी दौरे पर पकड़े गए
एजेंसी के अनुसार, विधायक अपने सहयोगियों के साथ गंगटोक एक कैसीनो लीज़ पर लेने के लिए गए थे. गिरफ्तारी के बाद उन्हें गंगटोक की अदालत में पेश किया गया और बेंगलुरु की अदालत में पेशी के लिए ट्रांजिट रिमांड लिया गया. ईडी का बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय इस मामले की गहन जांच कर रहा है.
कौन हैं कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र?
50 वर्षीय केसी वीरेंद्र कर्नाटक के चित्रदुर्ग से कांग्रेस विधायक हैं और स्थानीय राजनीति में ‘पप्पी’ नाम से पहचाने जाते हैं. वे लंबे समय से क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रहे हैं और कांग्रेस पार्टी से जुड़े प्रभावशाली चेहरों में गिने जाते हैं. अब उन पर लगे अवैध सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों ने उनकी राजनीतिक छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
परिवार और सहयोगियों पर भी जांच का शिकंजा
ईडी की कार्रवाई सिर्फ विधायक तक सीमित नहीं रही. छापेमारी के दौरान उनके भाई के.सी. नागराज, बेटे पृथ्वी एन. राज और अन्य रिश्तेदारों के ठिकानों से भी कई अहम दस्तावेज़ बरामद हुए. जांच एजेंसी का कहना है कि उनके एक और भाई, के.सी. थिप्पेस्वामी, दुबई से ऑनलाइन गेमिंग नेटवर्क चला रहे थे. इससे पूरे रैकेट की अंतरराष्ट्रीय पहुंच स्पष्ट होती है.
30 ठिकानों पर छापेमारी, अवैध वेबसाइटों का खुलासा
ईडी ने जिन 30 ठिकानों पर छापेमारी की, उनमें बेंगलुरु, चित्रदुर्ग, मुंबई, गोवा, जोधपुर और हुबली शामिल हैं. इस दौरान पांच प्रमुख कैसीनो—पपीज़ कैसीनो गोल्ड, ओशन रिवर्स कैसीनो, पपीज़ कैसीनो प्राइड, ओशन 7 कैसीनो और बिग डैडी कैसीनो की जांच भी की गई. जांच से पता चला कि विधायक और उनके सहयोगी किंग567, राजा567, पपीज़003 और रत्ना गेमिंग जैसी अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट संचालित कर रहे थे.