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आलीशान घर, इंटरनेशनल ट्रिप्स और फाइव-स्टार लाइफ, जानें कैसे पूर्व श्रीलंकाई राष्ट्रपति के लिए जी का जंजाल बन गई लैविश लाइफस्टाइल

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उन पर 2023 की ब्रिटेन यात्रा में पत्नी के निजी कार्यक्रम पर 1.66 करोड़ श्रीलंकाई रुपये खर्च करने का आरोप है. सीआईडी ने भ्रष्टाचार व सार्वजनिक धन की हेराफेरी का मामला दर्ज किया है. कोर्ट ने उन्हें 26 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा.

आलीशान घर, इंटरनेशनल ट्रिप्स और फाइव-स्टार लाइफ, जानें कैसे पूर्व श्रीलंकाई राष्ट्रपति के लिए जी का जंजाल बन गई लैविश लाइफस्टाइल
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( Image Source:  ANI )
नवनीत कुमार
By: नवनीत कुमार

Published on: 23 Aug 2025 12:34 PM

श्रीलंका की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ जब 76 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया. वे देश के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्राध्यक्ष हैं जिन्हें हिरासत में लिया गया. उन्हें आपराधिक जांच विभाग (CID) मुख्यालय में बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद ही उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. यह खबर पूरे श्रीलंका में सुर्खियां बन गई.

गिरफ्तारी के बाद विक्रमसिंघे को कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया. छह घंटे से ज्यादा चली लंबी सुनवाई के बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें 26 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. सीआईडी ने उन पर दंड संहिता की धारा 386 और 388 तथा सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम की धारा 5(1) के तहत मामला दर्ज किया है. इन धाराओं के तहत उन्हें कम से कम एक साल और अधिकतम 20 साल की सजा हो सकती है.

किस यात्रा से जुड़े हैं आरोप?

यह पूरा मामला सितंबर 2023 की ब्रिटेन यात्रा से जुड़ा है. उस समय विक्रमसिंघे आधिकारिक विदेश दौरे से लौट रहे थे, लेकिन उन्होंने बीच में ब्रिटेन जाकर अपनी पत्नी मायथ्री विक्रमसिंघे के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. यह निजी कार्यक्रम था, लेकिन आरोप है कि इसकी यात्रा, सुरक्षा और आवास पर आया करीब 1.66 करोड़ श्रीलंकाई रुपये (लगभग 44 लाख भारतीय रुपये) सरकारी खजाने से खर्च किया गया. सीआईडी के अनुसार- फ्लाइट टिकट, सुरक्षा, आवास और अन्य खर्च सभी सरकारी खाते से भरे गए. यही कारण है कि अदालत ने इस मामले को सार्वजनिक धन की हेराफेरी माना.

कहां खर्च हुए ये पैसे?

  • रानिल विक्रमसिंघे और उनकी पत्नी मायथ्री विक्रमसिंघे की फ्लाइट टिकट (बिज़नेस क्लास) का खर्च सरकारी खजाने से किया गया.
  • राष्ट्रपति के दर्जे के कारण सुरक्षा अधिकारियों और सहयोगियों की टिकटें भी सरकार ने ही खरीदीं.
  • राष्ट्रपति स्तर की यात्रा होने के कारण स्पेशल सिक्योरिटी प्रोटोकॉल रखा गया.
  • इसमें विदेश में सुरक्षा स्टाफ, विशेष गाड़ियों और सुरक्षा उपकरणों पर खर्च शामिल था.
  • ब्रिटेन में ठहरने के दौरान फाइव-स्टार होटलों में उनका और सुरक्षा टीम का इंतज़ाम किया गया.
  • राष्ट्रपति का दर्जा होने के कारण ठहरने और व्यवस्था का खर्च सरकार के खाते से हुआ.
  • राष्ट्रपति की आधिकारिक यात्रा के नाम पर लोकल ट्रांसपोर्टेशन, मीटिंग्स, डेली अलाउंस और प्रोटोकॉल संबंधी खर्चे भी शामिल किए गए.
  • आरोप है कि इन खर्चों का अधिकांश हिस्सा राष्ट्रपति के निजी कार्यक्रम (पत्नी के दीक्षांत समारोह में शामिल होना) से जुड़ा था.
  • विपक्ष और जांच एजेंसियों का कहना है कि अगर यात्रा पूरी तरह आधिकारिक होती, तो खर्च जायज़ था.

लेकिन चूंकि इस यात्रा का बड़ा हिस्सा निजी कारण (पत्नी का कॉन्वोकेशन) से जुड़ा था, इसलिए सरकारी धन का दुरुपयोग माना गया.

क्या बोले विक्रमसिंघे?

विक्रमसिंघे ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी पत्नी ने अपनी तरफ से खर्च किया था और सरकारी धन का गलत उपयोग नहीं हुआ. उनका कहना है कि यह सब एक राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, जबकि जांच एजेंसियाँ दावा कर रही हैं कि पर्याप्त सबूत मिलने के बाद ही गिरफ्तारी की गई है.

कैसा है पॉलिटिकल करियर?

राजनीतिक सफर में विक्रमसिंघे हमेशा अहम किरदार रहे हैं. वे छह बार प्रधानमंत्री रहे और जुलाई 2022 में गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति बने. उन्हें 2022 के भीषण आर्थिक संकट से देश को निकालने का श्रेय दिया गया. इसके बावजूद, कार्यकाल के दौरान लिए गए कुछ फैसलों और इस तरह के निजी खर्चों पर उठे सवालों ने उनकी छवि को धक्का पहुंचाया.

कैसी है लैविश लाइफस्टाइल?

अब अगर उनकी लैविश लाइफस्टाइल पर नजर डालें, तो यह साफ है कि वे एक बेहद संपन्न और प्रभावशाली परिवार से आते हैं. उनके पिता एस्मोंड विक्रमसिंघे Lake House अख़बार समूह के मालिक थे, जिसकी वजह से उन्हें बचपन से ही एलीट माहौल मिला. रॉयल कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलंबो में पढ़ाई, और फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय रहना उनकी एलीट पृष्ठभूमि को और मजबूत करता है.

किताबों और आलीशान ठाट का शौक

उनका कोलंबो स्थित 115 Fifth Lane वाला घर श्रीलंका के सबसे आलीशान निवासों में गिना जाता था. यूरोपीय सजावट, महंगे फर्नीचर, कीमती पेंटिंग्स और एक विशाल निजी पुस्तकालय इस घर की पहचान थे. इसमें हजारों दुर्लभ किताबें थीं- कुछ सदियों पुरानी पांडुलिपियां भी. यह शौक इतना बड़ा था कि इसे एक लाखों डॉलर का कलेक्शन माना जाता था. 2022 में जब प्रदर्शनकारियों ने इस घर को आग के हवाले किया, तो करोड़ों का नुकसान हुआ और अनमोल धरोहर जलकर राख हो गई.

बड़े शहरों की यात्रा और लग्जरी लाइफस्टाइल

रानिल और उनकी पत्नी मायथ्री अकसर अंतरराष्ट्रीय यात्राओं और डिप्लोमैटिक मीटिंग्स में शामिल होते रहे. मायथ्री अंग्रेज़ी साहित्य और जेंडर स्टडीज़ की प्रोफेसर हैं और खुद भी बौद्धिक एलीट वर्ग से जुड़ी हैं. वे अक्सर यूरोप, अमेरिका और एशिया के बड़े शहरों की यात्राएं करते. डिप्लोमैटिक मीटिंग्स हों या अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाषण- उनका रहन-सहन हमेशा लक्ज़री स्टाइल का होता था. दोनों की जीवनशैली में विदेश यात्राएं, फाइव-स्टार होटल्स में ठहरना और उच्चस्तरीय डिनर पार्टियां शामिल रही हैं. उनके खानपान में भी परिष्कृत यूरोपीय और श्रीलंकाई व्यंजन का मेल देखने को मिलता था.

कैसी है दिनचर्या?

अब अगर आप सोच रहे हैं कि इतनी लैविश लाइफ में सुकून कहां से आता होगा, तो उसका जवाब है- योग और ध्यान. अपने निजी व्यवहार में विक्रमसिंघे को हमेशा शांत और संयमित माना जाता है. वे योग और ध्यान से दिन की शुरुआत करते और यही उनकी मानसिक स्थिरता का राज़ था. इस लिहाज से उनकी लाइफस्टाइल सादगी और लैविश अंदाज़ का अनोखा संगम कही जा सकती है.

अब क्या होगा?

रानिल विक्रमसिंघे का जीवन हमेशा दो ध्रुवों पर चलता रहा. एक ओर वे एक बौद्धिक और पढ़ाकू नेता रहे जिनकी लैविश लाइफस्टाइल, किताबों का कलेक्शन और एलीट सोसाइटी की चमक सबको आकर्षित करती थी. दूसरी ओर, अब उन पर भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का गंभीर आरोप है जिसने उनकी पूरी साख पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है. अब श्रीलंका की जनता और राजनीति दोनों की निगाहें अदालत पर टिकी हैं. क्या विक्रमसिंघे अपनी बेगुनाही साबित करेंगे या उनकी कहानी भी सत्ता से जेल तक पहुंचने वाले नेताओं की लिस्ट में जुड़ जाएगी?

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