आतंकियों ने दिखा दी कायरता, हर भारतीय का खौल रहा खून; पढ़ें पीएम मोदी के 'मन की बात' की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में पहलगाम आतंकी हमले पर गहरी पीड़ा जताई. उन्होंने कहा कि आतंकियों की यह कायराना हरकत कश्मीर की तरक्की को रोकने की नाकाम कोशिश है. पीएम ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की एकता आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का संकल्प दोहराया और 'सचेत' ऐप के जरिए सतर्क रहने की सलाह दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 121वें एपिसोड में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का गंभीरता से जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले ने हर भारतीय को गहरी पीड़ा दी है. 22 अप्रैल को हुए इस हमले ने देश के प्रत्येक नागरिक के दिल को छू लिया है और आतंकियों की कायरता को उजागर किया है. पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर की तरक्की कुछ लोगों को रास नहीं आ रही, इसलिए वे इस तरह की घिनौनी साजिशें रच रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आतंक के आकाओं की हताशा इस हमले से स्पष्ट झलकती है. आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में 140 करोड़ भारतीयों की एकता सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा कि आज जब कश्मीर में विकास की नई रफ्तार दिख रही थी, स्कूल-कॉलेजों में चहल-पहल थी, पर्यटन फल-फूल रहा था, तभी आतंकियों ने इस तरक्की को रोकने के लिए खूनी साजिश रची. लेकिन देश इस चुनौती का सामना मजबूती से करेगा और एकजुटता से आतंकवाद को करारा जवाब देगा. आइये जानते हैं उन्होंने मन की बात में क्या-क्या कहा?
'मन की बात' की बड़ी बातें
- पीएम मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई और कहा कि हर राज्य, हर भाषा के भारतीय इस दर्द को महसूस कर रहे हैं.
- उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला है, कई वैश्विक नेताओं ने फोन और पत्र के जरिए संवेदना व्यक्त की है.
- प्रधानमंत्री ने आतंक के आकाओं की कायरता को उजागर करते हुए कहा कि भारत की एकजुटता ही आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है.
- उन्होंने साफ किया कि जो भी इस हमले के पीछे हैं, उन्हें कठोर सजा दी जाएगी और पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा.
- पहलगाम में हुए इस हमले को पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला बताया गया जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई, जिनमें दो विदेशी भी शामिल थे.
- पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर में शांति, निर्माण कार्यों की तेजी और पर्यटन की बढ़ोतरी को देख दुश्मन बौखला गए हैं.
- प्रधानमंत्री ने सचेत ऐप का भी उल्लेख किया, जिसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने विकसित किया है और जो प्राकृतिक आपदाओं से समय रहते सतर्क करता है.
- पीएम ने कहा कि सचेत ऐप कई क्षेत्रीय भाषाओं में अलर्ट प्रदान करता है और नागरिकों को सुरक्षित रहने में मदद कर सकता है.