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पाकिस्तानियों को आज छोड़नी ही होगी भारत की धरती, कितने लौटे वापस और कितने हैं लापता?

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं. राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को खोजकर देश से बाहर निकालें. महाराष्ट्र में 5000 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक चिह्नित हुए हैं, जिनमें कई लापता हैं. भारत अब किसी भी प्रकार की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है.

पाकिस्तानियों को आज छोड़नी ही होगी भारत की धरती, कितने लौटे वापस और कितने हैं लापता?
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 27 April 2025 10:58 AM

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए. सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि जो पाकिस्तानी भारत में मौजूद हैं, उन्हें आज हर हाल में देश छोड़ना होगा. राज्य सरकारों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने इलाकों में रह रहे पाकिस्तानियों को जल्द से जल्द खोजकर देश से बाहर निकालें.

उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों ने कार्रवाई शुरू कर दी है. यूपी पुलिस के मुताबिक अब राज्य में मात्र एक पाकिस्तानी नागरिक बचा है, जो 30 अप्रैल तक लौट जाएगा. बिहार के गृह विभाग ने जानकारी दी कि राज्य में रह रहे 19 पाकिस्तानी नागरिक पहले ही पाकिस्तान लौट चुके हैं. महाराष्ट्र में स्थिति थोड़ी गंभीर है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं. वहां सरकार ने 27 अप्रैल यानी आज की डेडलाइन तय कर दी है.

107 पाकिस्तानी नागरिक हैं लापता

महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने बताया कि राज्य में करीब 1000 पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर और 4000 दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हैं. पुलिस ने अभियान छेड़ रखा है और लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिकों को चिह्नित कर लिया गया है. लेकिन चिंता की बात यह है कि 107 पाकिस्तानी नागरिक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. मुख्यमंत्री फडणवीस ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि एक भी अवैध पाकिस्तानी नागरिक राज्य में न बचे.

नागपुर में हैं सबसे ज्यादा

आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागपुर में हैं, जहां 2458 लोग रह रहे हैं. ठाणे, जलगांव, पिंपरी-चिंचवड़ और नवी मुंबई जैसे शहरों में भी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक हैं. कई जिलों जैसे नांदेड़, गोंदिया, लातूर में तो स्थिति और गंभीर है, क्योंकि यहां के अधिकांश पाकिस्तानी नागरिक लापता हैं. यह सुरक्षा के लिहाज से बड़ी चुनौती बन गई है.

मेडिकल वीजा को मिला है एक्स्ट्रा टाइम

महाराष्ट्र के गृह विभाग के अनुसार, चिकित्सा वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को कुछ अतिरिक्त दिन दिए गए हैं, लेकिन बाकी सबको तत्काल देश छोड़ने का आदेश है. कई पाकिस्तानी नागरिक ऐसे भी हैं, जो वर्षों से भारत में बसे हुए हैं और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं. फिर भी मौजूदा हालात में, भारत सरकार किसी भी प्रकार का जोखिम लेने को तैयार नहीं है.

पकड़े जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई

भारत का रुख अब बेहद स्पष्ट है, अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की सहानुभूति या ढील नहीं दी जाएगी. आतंकी हमले के बाद भारत ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा सर्वोपरि है और जो भी विदेशी नागरिक संदेह के घेरे में आएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी. सरकार ने जनता से भी अपील की है कि अगर किसी को किसी पाकिस्तानी नागरिक के छिपे होने की जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.

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