जिससे रेल नहीं संभली, वो दे रहा परमाणु बम की धमकी; हकीकत से मुंह क्यों चुरा रहे पाकिस्तान के रेलमंत्री?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित किए जाने से पाकिस्तान बौखला गया है. अब पाकिस्तान के नेता भारत को परमाणु हमले की धमकियां दे रहे हैं, जबकि उनके अपने देश में आतंकवाद, अराजकता और लचर सुरक्षा व्यवस्था ने हालात बिगाड़ दिए हैं. भारत ने हमेशा पाकिस्तान की हर गीदड़भभकी का मुंहतोड़ जवाब दिया है और आगे भी देगा.

पाकिस्तान के नेताओं की बेतुकी बड़ाई और गीदड़भभकी का अंदाजा नहीं है कि वे किस स्थिति में हैं. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित किया है, जिससे पाकिस्तान की नींद उड़ गई है. अब पाकिस्तान के नेता भारतीय कार्रवाई से डर कर अपनी परमाणु धमकियां दे रहे हैं, जबकि उनके देश के भीतर खुद की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. पाकिस्तानी रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने भारत को धमकी दी है कि अगर भारत ने पाकिस्तान का पानी रोका तो उसे परमाणु बम से जवाब दिया जाएगा. हनीफ का यह बयान एक तरफ उनकी हड़बड़ी का प्रतीक है, जबकि दूसरी ओर यह दिखाता है कि पाकिस्तान किस स्तर पर खड़ा है.
हनीफ अब्बासी कहते हैं कि पाकिस्तान के पास भारत के खिलाफ दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु बम है और वे यह धमकी दे रहे हैं कि अगर भारत ने कोई कदम उठाया तो उसका परिणाम बहुत भयंकर होगा. लेकिन सवाल यह है कि जब पाकिस्तान अपनी परमाणु धमकियों पर इतना ध्यान दे रहा है, तो क्या वह अपने देश में ही आतंकवाद और हिंसा की घटनाओं को रोक पाने में सक्षम है? पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर है कि हाल ही में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक यात्री ट्रेन को हाईजैक कर लिया था और सैकड़ों निर्दोष यात्रियों को बंधक बना लिया था. इस घटना ने पाकिस्तान की पूरी सरकार को शर्मिंदा कर दिया, लेकिन फिर भी वे भारत को धमकियां दे रहे हैं.
खुद की ट्रेन बचा नहीं पाए
यह तथ्य न केवल पाकिस्तान की बदहाली को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि पाकिस्तान के नेता भारत के खिलाफ बयानबाजी कर अपनी खोखली ताकत को दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी जिस परमाणु बम की बात कर रहे हैं, वह उनकी मजबूरी और अपनी ही समस्या से निपटने में नाकाम होने का प्रतीक है. पाकिस्तान के रेल मंत्री की यह बयानबाजी तब सामने आती है, जब उनके खुद के देश में एक ट्रेन हाईजैक हो जाती है और वे अपने लोगों को सुरक्षित रखने में असमर्थ रहते हैं.
नाकामियों से भटका रहे ध्यान
हनीफ अब्बासी और उनके जैसे अन्य नेता पाकिस्तान के भीतर की अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए भारत को परमाणु हमलों की धमकी दे रहे हैं, जबकि पाकिस्तान खुद आतंकवाद, अराजकता और अपराध के घेरे में है. इसी बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे बिलावल भुट्टो ने सिंधु जल संधि पर बयान देकर भारत को धमकी दी कि सिंधु दरिया में अब केवल पाकिस्तान का पानी बह सकता है या फिर भारत का खून. लेकिन क्या पाकिस्तान यह भूल गया है कि वह खुद अपनी आंतरिक समस्याओं से जूझ रहा है और उसे दूसरों को निशाना बनाने से पहले अपने घर की सफाई करनी चाहिए?
भारत हमेशा देता है मुंहतोड़ जवाब
जैसे पाकिस्तान के मंत्री अपनी कमजोरियों और नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं, वैसे ही भारतीय सेना और सरकार को पाकिस्तान की धमकियों से डरने की जरूरत नहीं है. भारत ने हमेशा आतंकवादियों और पाकिस्तान की धमकियों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे कदम उठाए थे, तब पूरी दुनिया ने पाकिस्तान की तौहीन देखी थी. अब समय है कि भारत पाकिस्तान को इस नासमझी और धमकी के लिए एक बार फिर सबक सिखाए.
पाकिस्तानी नेता हैं नासमझ
पाकिस्तान की यह परमाणु बम की धमकी और उनके आंतरिक मुद्दों की नासमझी केवल यह दिखाती है कि उनका तंत्र किस स्तर पर खड़ा है. भारतीय सरकार और सेना को इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहिए और पाकिस्तान की हर धमकी का जवाब मजबूती से देना चाहिए. अब यह देखना बाकी है कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपनी अव्यवस्था और बेतुकी धमकियों का दौर जारी रखेगा, भारत की सेना कब उस पर निर्णायक हमला करती है.