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Supermoon 2025: जानें कहां देख सकते हैं साल का पहला सुपरमून, भारत में कहां-कहां आएगा नजर?

6 अक्‍टूबर की रात सुपरमून 2025 यानी हार्वेस्ट मून आकाश में दिखाई देगा. यह वर्ष का पहला सुपरमून है और 6 अक्टूबर की शाम और 7 अक्टूबर की शुरुआती घंटों में देखा जा सकेगा. सुपरमून तब होता है जब पूर्णिमा का चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है, जिससे यह लगभग 30% बड़ा और चमकीला प्रतीत होता है.

Supermoon 2025: जानें कहां देख सकते हैं साल का पहला सुपरमून, भारत में कहां-कहां आएगा नजर?
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( Image Source:  ANI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 6 Oct 2025 11:59 AM

सोमवार 6 अक्‍टूबर की रात आकाश में एक अद्भुत खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा, जब सुपरमून, जिसे हार्वेस्ट मून भी कहा जाता है, अपनी पूरी चमक के साथ उगेगा. यह वर्ष 2025 का पहला सुपरमून है और सूर्यास्त के तुरंत बाद दिखाई देगा, जिससे आकाशप्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए इसे देखने का उत्तम समय बन जाएगा. यह खगोलीय घटना 6 अक्टूबर की शाम और 7 अक्टूबर की शुरुआती घंटों में देखने को मिलेगी.

सुपरमून देखने के लिए सबसे अच्छा समय 6 अक्टूबर के सूर्यास्त के तुरंत बाद है. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शहर की रोशनी से दूर, खुले स्थान या पूर्वी क्षितिज की ओर नजरें गड़ाकर इसे देखा जाए, ताकि चंद्रमा की चमक का पूरा अनुभव मिल सके.

कब होता है सुपरमून?

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, सुपरमून तब होता है जब पूर्णिमा का चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक पहुंचता है, जिसे पेरिजी कहते हैं. चूंकि चंद्रमा का कक्ष पूर्ण वृत्त नहीं होता, कभी-कभी यह पृथ्वी के और करीब होता है, जिससे यह लगभग 30% बड़ा और अधिक चमकीला दिखाई देता है. हालांकि यह अंतर आँखों से सामान्यतः बहुत स्पष्ट नहीं होता, लेकिन "मून इल्यूजन" के कारण जब चंद्रमा क्षितिज के पास होता है, तो यह बड़ा और प्रभावशाली प्रतीत होता है. सुपरमून का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर हल्के ऊंचे ज्वार-भाटा का कारण भी बन सकता है, जो समुद्री और नदी के जल स्तर में मामूली बदलाव लाता है.

क्या यह भारत में दिखाई देगा?

हां, भारत में यह सुपरमून 6 अक्टूबर की शाम और 7 अक्टूबर की शुरुआती घंटों में देखा जा सकेगा. लगभग हर शहर में इसे देखा जा सकेगा, लेकिन यह मौसम और बादलों की स्थिति पर निर्भर करेगा. जबकि भारत में यह पूरी तरह अपने चरम पर दिखाई नहीं देगा, फिर भी यह बड़ा, चमकीला और सुनहरा प्रतीत होगा, और आकाशप्रेमियों के लिए एक यादगार दृश्य प्रस्तुत करेगा.

यूरोप-अमेरिका में भी आएगा नजर

सुपरमून का यह नजारा उत्तरी गोलार्ध के कई देशों में भी दिखाई देगा, जिसमें यूरोप, उत्तरी अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका के कुछ हिस्से शामिल हैं. अमेरिका में सुपरमून 6 अक्टूबर की देर रात चरम पर पहुंचेगा, जबकि यूके में यह 7 अक्टूबर को उगेगा, जिससे लगातार दो रातों में इसे देखा जा सकेगा.

साल का पहला सुपरमून

यह अक्टूबर का सुपरमून विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2025 के तीन लगातार सुपरमूनों में पहला है, जो साल के लिए एक दुर्लभ खगोलीय श्रृंखला है. यह न केवल आकाशप्रेमियों बल्कि फोटोग्राफरों के लिए भी एक शानदार अवसर है, ताकि वे पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के इस अद्भुत दृश्य का आनंद ले सकें और इसकी यादगार तस्वीरें कैद कर सकें.

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