15 मिनट 38 सेंकड के Sofik के कथित Viral MMS कांड ने सोशल में मचाया बवाल! देखिए हैरान कर देना वाला Video
सोशल मीडिया के दौर में किसी भी अनजान शख्स का नाम एक ही रात में चर्चा का विषय बन जाता है. कभी किसी की कोई अच्छी उपलब्धि उसे सुर्खियों में ले आती है, तो कभी किसी विवाद या वीडियो के चलते लोग अचानक ट्रेंड करने लगते हैं. यही वजह है कि मौजूदा डिजिटल दौर में यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कब कौन सा नाम वायरल हो जाए. इसी कड़ी में इन दिनों इंस्टाग्राम पर एक नाम बेहद चर्चा में है- Sofik.
सोशल मीडिया के दौर में किसी भी अनजान शख्स का नाम एक ही रात में चर्चा का विषय बन जाता है. कभी किसी की कोई अच्छी उपलब्धि उसे सुर्खियों में ले आती है, तो कभी किसी विवाद या वीडियो के चलते लोग अचानक ट्रेंड करने लगते हैं. यही वजह है कि मौजूदा डिजिटल दौर में यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कब कौन सा नाम वायरल हो जाए. इसी कड़ी में इन दिनों इंस्टाग्राम पर एक नाम बेहद चर्चा में है- Sofik. सोफिक के कथित MMS कांड को लेकर दावा किया जा रहा है कि 15 मिनट 30 सेंकड का वीडियो देखा क्या?
बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि Sofik नाम का एक बंगाली इन्फ्लुएंसर अपनी कथित प्रेमिका के साथ एक अश्लील वीडियो में दिखाई दे रहा है. इस वीडियो को लेकर कई तरह की बातें और दावे किए जा रहे हैं. हालांकि State Mirror Hindi इन दावों की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करता और वायरल क्लिप की सत्यता भी अभी स्पष्ट नहीं है. यह खबर केवल सोशल मीडिया पर चल रहे दावों पर आधारित है.
कौन है Sofik, और क्यों है चर्चा में?
इंस्टाग्राम और रील्स की दुनिया में Sofik एक उभरता हुआ नाम बताया जा रहा है. उनके फॉलोअर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, लेकिन अचानक वायरल हुए कथित MMS वीडियो ने उन्हें विवादों के केंद्र में ला दिया. कई यूजर्स इस वीडियो पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ इसे पूरी तरह फेक बता रहे हैं.
वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया का हंगामा
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कई यूजर्स ने Sofik को लेकर मीम्स बनाए, जबकि कुछ ने इस क्लिप को “डिजिटल मॉर्फिंग” का नतीजा बताया. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं कि वीडियो असली है, एडिटेड है या पूरी तरह मनगढ़ंत.
ऑनलाइन दावा, लेकिन कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
अब तक Sofik या उनकी टीम की ओर से इस वायरल MMS पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. न ही किसी एजेंसी ने इस वीडियो की प्रमाणिकता को लेकर कोई पुष्टि की है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में बिना जांच के किसी भी वीडियो को सच मान लेना गलत है.
सोशल मीडिया पर पहचान, पर जोखिम भी उतने ही बड़े
यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता जितनी तेजी से मिलती है, उतनी ही जल्दी किसी विवाद से उसका उलट असर भी पड़ सकता है. किसी भी वायरल कंटेंट पर विश्वास करने से पहले तथ्य-जांच बेहद जरूरी है.





