Raja Murder Case: राज की बहन ने सोनम को यूपी में दी थी पनाह, बनारस से गाजीपुर के ढाबे तक पहुंचने का खुला राज
राजा रघुवंशी मर्डर केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. आरोपी सोनम की फरारी में सिर्फ प्रेमी राज कुशवाहा ही नहीं, तीन अन्य की भूमिका भी सामने आई है. यूपी में राज की बहन ने सोनम को पनाह दी थी. वाराणसी में दो युवकों के साथ देखे जाने से शक और गहरा गया है। सुपारी की रकम 4 लाख से 20 लाख तक पहुंची. पुलिस अब नए संदिग्धों की तलाश में है.

राजा रघुवंशी की हत्या में आरोपी बनी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी के बाद यह मामला एक क्राइम थ्रिलर जैसा होता जा रहा है. मेघालय से पकड़ी गई सोनम ने आत्मसमर्पण के वक्त दावा किया था कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उत्तर प्रदेश लाया गया, लेकिन पुलिस जांच में यह दावा झूठा निकला. उल्टे यह साफ हुआ कि वह हत्या के बाद खुद ही गुवाहाटी से इंदौर और फिर बनारस तक की यात्रा कर रही थी.
मामले में अब नया दावा राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने किया है. उनके अनुसार सोनम की फरारी में राज कुशवाहा के अलावा तीन अन्य लोगों ने मदद की. सोनम पहले इंदौर में रुकी, फिर उत्तर प्रदेश में राज की बहन के घर गई और वहां से दो अज्ञात युवकों के साथ वाराणसी और गाजीपुर तक घूमती रही. उन दोनों ने ही बाद में सोनम को टोल पर उतारा था, जिसके बाद वह ढाबे पर पहुंची. इससे यह संकेत मिलता है कि इस साजिश में अभी और चेहरे बेनकाब होने बाकी हैं.
वाराणसी बस स्टैंड पर दिखी सोनम
वाराणसी की एक महिला ने विपिन को कॉल कर बताया कि उसने सोनम को दो युवकों के साथ बस स्टैंड पर देखा है. यह इनपुट जांच को एक नए मोड़ पर ले जाता है कि क्या राज कुशवाहा सोनम के लिए केवल एक मोहरा था? या फिर इस पूरे नेटवर्क के पीछे एक बड़ा क्राइम सिंडिकेट काम कर रहा था?
25 मई की घटनाओं ने खोले कई राज
पुलिस को पता चला है कि 25 मई को सोनम इंदौर आई थी और लसूड़िया इलाके के एक होटल में रुकी. वहीं उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मुलाकात की और फिर टैक्सी से बनारस रवाना हुई. हत्या के बाद उसका यह सफर और राज से मिलना हत्या की पहले से तय योजना की पुष्टि करता है.
चार लाख से 20 लाख तक पहुंची सुपारी
मेघालय पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि सोनम ने राजा की हत्या के लिए पहले चार लाख रुपये की सुपारी दी थी, लेकिन जब आरोपित पीछे हटे तो उसने रकम बढ़ाकर 20 लाख कर दी. खास बात यह रही कि इस सौदेबाजी में उसका प्रेमी राज ही मध्यस्थ बना और उसने सोनम की बातचीत हत्यारों से कराई.
'जल्दी मारो, मैं थक गई हूं'
पुलिस को ऐसे इनपुट भी मिले हैं जिससे साफ होता है कि राजा की हत्या के लिए सोनम ही सबसे ज्यादा उतावली थी. फोटोग्राफी के बहाने वह राजा के पास आती और संकेत देती. जब मौका नहीं मिला तो उसने झल्लाकर कहा, "जल्दी मारो, मैं थक गई हूं." पुलिस के अनुसार यह मानसिक थकान नहीं, बल्कि मानसिक तनाव और असहजता का संकेत था, जो साजिश की पराकाष्ठा दर्शाता है.
होम स्टे से मिली अहम कड़ी
डीआईजी के अनुसार सोनम ने 23 मई को बैग में मंगलसूत्र और अंगूठी रख दी थी, जिसे बाद में पुलिस ने होम स्टे से बरामद किया. एक नई नवेली दुल्हन के लिए यह असामान्य था. शक इसी दिन पुख्ता हुआ और पता चला कि वह हत्या के बाद भागने की तैयारी कर रही थी, लेकिन बैग स्कूटर की डिक्की में नहीं जा सका और होम स्टे में ही रह गया.
सोनम के दूसरे साथी कौन?
सबसे बड़ा सवाल अब यह है कि क्या सोनम सिर्फ राज कुशवाहा के संपर्क में थी या वह किसी और के साथ भी मिलीभगत कर रही थी? क्या राज केवल इस्तेमाल किया गया एक किरदार था? शिलांग पुलिस अब बनारस पुलिस के साथ मिलकर उन दो युवकों की तलाश कर रही है जो सोनम के साथ वाराणसी में देखे गए थे. इस केस की परते अभी और खुलनी बाकी हैं.