सरकारी अधिकारी पर नोटों की बारिश! गुजरात में गुस्साए ग्रामीणों का अनोखा विरोध
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें किसी सरकारी दफ्तर में कुछ लोग खड़े हैं और कुर्सी पर बैठे अफसर पर नोटों बरसा रहे हैं. एक अधिकारी कुर्सी पर हाथ जोड़े हुए बैठा हुआ दिखाई दे रहा है. सभी लोग गुजराती भाषा में उस पर गु्स्सा में कुछ-कुछ बोल रहे हैं और आरोप लगा है.

Gujarat News: गुजरात से पैसों की बारिश होनी की एक अजीबोगरीब मामले का खुलासा हुआ है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें किसी सरकारी दफ्तर में कुछ लोग खड़े हैं और कुर्सी पर बैठे अफसर पर नोटों बरसा रहे हैं. यानी लोग अधिकारी पर गु्स्सा दिखाते नजर आ रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पैसों की बारिश का वीडियो गुजरात का बताया जा रहा है. ऑफिस में कुछ लोग गले में बोर्ड लटका कर नारे लगा रहे हैं. एक अधिकारी कुर्सी पर हाथ जोड़े हुए बैठा हुआ दिखाई दे रहा है. सभी लोग गुजराती भाषा में उस पर गु्स्सा में कुछ-कुछ बोल रहे हैं और आरोप लगा है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
क्या है मामला?
कलम की चोट नाम के एक्स हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया गया है. जिसमें सरकारी दफ्तर में मौजूद लोग अपने साथ नोटों की गड्डियां लेकर आए हैं. लोग अधिकारी पर नोट फेंक रहे हैं. वीडियो को शेयर करते लिखा कि ले खा! कितनी हराम की कमाई खायेगा, जनता ने दिया उसी भाषा में जवाब. अब अधिकारी भी क्या करे उन्हें जॉब पाने के लिए कितनी रिश्वत दी होगी? अब अपने आका (उच्च अधिकारियों) को दे रहा होगा? इसका अंदाजा भी लगाना जरूरी है.
अधिकारी पर गुस्सा हुए ग्रामीण
खबरों की मानें तो वीडियो में लोग अधिकारी से कह रहे हैं कि मेरी सोसाइटी में गंदा पानी आ रहा है. फिर एक ने कहा मेरी सोसाइटी में भी. इतने में लोग अधिकारी पर पैसा खाने का गंभीर आरोप लगाते नजर आते हैं. कुछ लोगों ने कैमरे में सारी घटना को रिकॉर्ड कर लिया. इस दौरान अफसर कुर्सी पर हाथ जोड़कर बैठे नजर आया. वीडियो गुजरात में कहां और किस जगह का है फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
साइबर ठगी की गिरफ्तारी
गुजरात पुलिस ने शुक्रवार ने महुआ चौक से साइबर ठगी के मामले में मोहम्मद मुबस्सिर को गिरफ्तार किया. शनिवार को पुलिस उसे अपने साथ ले गई. मुबस्सिर किसी मार्बल कंपनी का निदेशक बनकर गुजरात की एक मार्बल कंपनी से 98 लाख की मांग की थी. जिस कंपनी का फर्जी निदेशक बनकर रुपये के लिए फोन किया था, उस कंपनी का मार्बल व्यवसायी के साथ लेनदेन चलता था.